पटना: मॉनसून सत्र का आज 13वां दिन है. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बाढ़ के मुद्दे पर विपक्ष हंगामा कर रही है. सरकार पर बाढ़ पीड़ितों को उचित मदद नहीं पहुंचाने का आरोप लगा रही है. बता दें कि बाढ़ के कारण प्रदेश के 12 जिलों के 68 प्रखंड के 450 पंचायत प्रभावित है. इन गांवों में बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं.
भोजनावकाश के बाद बजट पर चर्चा की जायेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में बाढ़ की हालात को लेकर सदन में वक्तव्य देंगे. सीएम पिछले 2 दिनों से लगातार बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं. राज्य के 12 जिले बाढ़ की चपेट में है. 20 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 14 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा भवन निर्माण विभाग, वित्त विभाग, पेंशन और वाणिज्य कर विभाग के बजट पर भी चर्चा होगी.
हवाई सर्वेक्षण भी कर चुके हैं सीएम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ को लेकर बैठक भी की थी. उन्होंने हालातों का जायजा लेने के लिए 2 दिनों से लगातार सीमांचल , मिथिलांचल और कोशी के इलाके में हेलीकॉप्टर से हवाई सर्वेक्षण भी किया. इस दौरान राहत और बचाव के लिए कई निर्देश भी दिए. वहीं, सोमवार को विधानसभा में विपक्ष के द्वारा बाढ़ के मुद्दे पर जबरदस्त हंगामा भी किया गया था. इस पर आज सीएम सदन को पूरी हालात से अवगत कराएंगे. वहीं, सरकार की ओर से सोमवार को कहा गया था कि मुख्यमंत्री के लौटने के बाद बाढ़ के हालतों से सभी विधायकों को अवगत कराया जाएगा.
'बाढ़ पीड़ितों को रिलीफ केंद्रों में रखा जा रहा'
गौरतलब है कि बाढ़ के कारण बड़े पैमाने पर सड़कों को नुकसान पहुंचा है. सड़क निर्माण विभाग और ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा बनायी गयी सड़कें अधिक क्षतिग्रस्त हुई हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा की पानी घटने के बाद सड़कों को ठीक किया जाएगा और जिला मुख्यालय से कनेक्टिविटी बहाल की जाएगी. बाढ़ में राहत और बचाव के लिए बाढ़ ग्रस्त इलाकों से लोगों को निकालकर रिलीफ केंद्रों में रखा जा रहा है. बाढ़ पीड़ितों के लिए 350 से अधिक कम्युनिटी किचन बनाए गए हैं.