पटना: बिहार के पटना के मसौढ़ी अनुमंडल कार्यालय में शुक्रवार को अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण सतर्कता अनुश्रवण समिति की बैठक हुई. बैठक में विधायक गोपाल रविदास ने पुलिस पदाधिकारी की उदासीनता पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति जनजाति का मामले लंबित है. पूरे मसौढ़ी अनुमंडल में अब तक 37 मामले लंबित हैं. उन्होंने कहा कि थानेदार इस बैठक की उपेक्षा करते हैं. इससे समाज के अंतिम पायदान में बैठे दलित महादलित को कैसे न्याय मिलेगा.
मसौढ़ी में अनुश्रवण समिति की बैठक: अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहीं एसडीएम प्रीति कुमारी ने कहा कि एससी एसटी के मामले पर उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसके अलावा सरकार की चल रही विभिन्न योजनाओं से अभी भी जो लंबित लागू है. उनके घर तक योजना जानी चाहिए. जिसको लेकर सभी निगरानी समिति के सदस्यों को टास्क दिया गया है.
"मसौढ़ी में अनुसूचित जाति जनजाति के कई मामले लंबित पड़े हुए हैं. थानेदार बैठक में शरीक नहीं होते हैं. जिससे मामलों का निपटारा नहीं होता है. इससे महादलित लोगों को न्याय नहीं मिल पा रहा है." -गोपाल रविदास, विधायक, फुलवारी
दोषी पुलिस वालों पर होगी कार्रवाई: वहीं इस मामले में एएसपी शुभम आर्य ने कहा कि लगातार अनुसंधानकर्ताओं को इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि जो भी केस पेंडिंग है. उनपर गंभीरता पूर्वक अनुसंधान करें. अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण सतर्कता की बैठक में एसडीम, एसपी ने सभी थानेदारों को कहा है कि जब कभी भी थाना में अनुसूचित जाति जनजाति से संबंधित मामले आते हैं, उसपर गंभीरता से कार्रवाई सुनिश्चित करें. अन्यथा दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा बैठक में अनुपस्थित रहने वालों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.
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