नई दिल्ली/पटना: केंद्रीय मंत्रिमंडल (Central Cabinet) के विस्तार की चर्चा जोरों पर है. सूत्रों के अनुसार 7 जुलाई सुबह साढ़े 10 बजे मोदी कैबिनेट का विस्तार (Modi Cabinet Expansion) हो सकता है. बिहार बीजेपी से सुशील मोदी (Sushil Modi), जदयू से आरसीपी सिंह (RCP Singh) कैबिनेट मंत्री बन सकते हैं.
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7 जुलाई को मोदी कैबिनेट का विस्तार
वहीं, लोजपा से पशुपति पारस (Pashupati Paras) को केंद्रीय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया जा सकता है. बिहार से इन तीन नेताओं को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. काफी दिनों से मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें लगायी जा रही थी.
18 से 20 मंत्री ले सकते हैं शपथ
सूत्रों के अनुसार पिछले दो दिनों में पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के संगठन महासचिव बी एल संतोष के साथ कैबिनेट विस्तार को लेकर बैठक की है. ये बैठक बेहद गोपनीय रहीं और बहुत लंबे समय तक चली थी. पूरे कैबिनेट विस्तार की बात करें तो 18 से 20 मंत्री शपथ ले सकते हैं.
बीजेपी से सुशील मोदी का नाम आगे
बता दें कि बिहार से सुशील मोदी का नाम सामने आ रहा है. जो कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं. बिहार सरकार में वित्त से लेकर कई अहम मंत्रालय संभाल चुके हैं. लंबे समय तक बिहार के उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं. इस बार उनको बिहार में डिप्टी सीएम नहीं बनाया गया और राज्यसभा भेज दिया गया.
जदयू से आरसीपी बनाए जा सकते हैं मंत्री
वहीं, जदयू कोटे से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बन सकते हैं. आरसीपी नीतीश कुमार के बेहद करीबी नेता हैं. पार्टी में नीतीश के बाद नंबर दो पर वही हैं. वो आईएएस और आईआरएस अधिकारी रह चुके हैं.
लोजपा से पशुपति को मिल सकती है जगह
लोजपा कोटे से पशुपति पारस को केंद्र सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है. उनको स्वतंत्र प्रभार के तौर पर जिम्मेदारी दी जा सकती है. बिहार से करीब 6 बार विधायक रह चुके हैं, वो काफी बार मंत्री भी रह चुके हैं.
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बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू ने 16 सीटों पर जीत हासिल की थी. इसके बावजूद उसे केंद्रीय मंत्रिमंडल में पर्याप्त भागीदारी नहीं मिली, लिहाजा अंतिम समय में पार्टी ने हिस्सा बनने से इंकार कर दिया. पार्टी नेता लगातार कहते रहे हैं कि पर्याप्त भागीदारी मिलने पर ही केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा बनेंगे. वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद चिराग पासवान (Chirag Paswan) की भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में दावेदारी है. हालांकि, जेडीयू उसका विरोध करता रहा है.