पटना: बिहार सरकार राज्य के सभी जिलों में जवाहर नवोदय विद्यालय की संकल्पना और नेतरहाट विद्यालय व सिमुलतला विद्यालय की तर्ज पर एक मॉडल आवासीय विद्यालय (Model Residential School) स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है. प्रस्तावित विद्यालय आश्रम पद्धति पर आवासीय प्रकृति का होगा, जिसमें शिक्षक एवं छात्र का अनुपात समानुपातिक रखा जाएगा. यहां छात्रों को तमाम जरूरी सुविधाएं दी जाएगी. पढ़ाई की अत्याधुनिक व्यवस्था की जाएगी.
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सिमुलतला की तर्ज पर मॉडल आवासीय विद्यालय: शिक्षा विभाग के मिली जानकारी के अनुसार अभी प्रत्येक जिले में अवस्थित विद्यालयों के भौतिक संसाधनों का सर्वे किया जाएगा. जिस विद्यालय के पास भौतिक संसाधन जैसे भूमि भवन आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होंगे और अन्य साधन विकसित करने की संभावना होगी, वैसे विद्यालयों की पहचान कर उसे मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित करने की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा.
इन प्रस्तावित विद्यालयों में आधुनिक शिक्षा पद्धति के साथ-साथ आश्रम व्यवस्था के भी सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जाएगा. विद्यालय की स्थापना में नेतरहाट एवं सिमुलतला विद्यालय की स्थापना काल से जुड़े हुए शिक्षाविदों और विद्वतजनों के अनुभव का भी सहयोग लिया जाएगा. जिस प्रकार नवोदय विद्यालय और नेतरहाट विद्यालय से उत्तीर्ण छात्रों ने देश के विकास में अपनी अहम भूमिका अदा की है, उसी प्रकार भविष्य में इस प्रकार के स्थापित मॉडल विद्यालयों का भी योगदान होगा.
बीपीएससी करेगा शिक्षकों की नियुक्ति: बताया जाता है कि इन प्रस्तावित विद्यालयों के शिक्षकों की नियुक्ति भी बिहार लोक सेवा आयोग से होगी. साथ ही गुणवत्ता एवं शिक्षा के उच्च मापदंडों को बरकरार रखने के लिए अन्य पेशेवरों का भी सहयोग लिया जाएगा. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस दिशा में सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से काम शुरू कर दिया जाएगा, ताकि आने वाले समय में इस पर अमल होगा और छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी.