पटना: पुनपुन प्रखंड में इन दिनों मनरेगा मजदूरों को काम नहीं मिलने से सभी मजदूरों के समक्ष भुखमरी की नौबत आ चुकी है. ऐसे में लगातार मजदूरों का विरोध प्रदर्शन (MNREGA workers protest in Punpun)हो रहा है. मामला पुनपुन प्रखंड के अकौना पंचायत का है जहां पर तकरीबन 600 से अधिक मनरेगा मजदूरों को 1 साल से काम नहीं मिला है. जिससे नाराज मजदूरों ने नुरीचक गांव में मुखिया के घर पर चढ़कर जमकर हंगामा किया और मुखिया के आवास पर घेराव कर काम की मांग कर रहे है.
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एक साल नहीं मिला काम: प्रदर्शन कर रहे मजदूर मनोज कुमार, तुलसी पासवान, शैलेंद्र मांझी, सहेंद्र मांझी आदि मजदूरों ने कहा कि 1 साल से अधिक हो गए हैं मनरेगा योजना में अभी तक कोई काम नहीं मिला है. जिसके कारण हम सभी लोगों के बीच में भुखमरी की नौबत आ चुकी है. काम को लेकर कई बार मुखिया से मिलने के बावजूद सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है. जबकि मुखिया ने लोगों को वादा किया था कि मनरेगा में सभी मजदूरों को काम दिया जाएगा. रोजगार की तलाश में रोजाना सैकड़ों मजदूर पटना जाने को विवश हैं. वह दूसरे पंचायत में मनरेगा में मजदूरों को काम मिल रहा है सिर्फ अकौना पंचायत में ही 1 साल से काम नहीं मिलने से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
"1 साल से अधिक हो गए हैं मनरेगा योजना में अभी तक कोई काम नहीं मिला है. जिसके कारण हम सभी लोगों के बीच में भुखमरी की नौबत आ चुकी है. काम को लेकर कई बार मुखिया से मिलने के बावजूद सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है. जबकि मुखिया ने लोगों को वादा किया था कि मनरेगा में सभी मजदूरों को काम दिया जाएगा. रोजगार की तलाश में रोजाना सैकड़ों मजदूर पटना जाने को विवश हैं."-मनोज कुमार, मजदूर
सभी पंचायतों में चल रहा है काम: पुनपुन प्रखंड के मनरेगा पदाधिकारी की माने तो सभी पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत काम चल रहा है. ऐसे में हर पंचायतों को मुखिया को पीआरएस के तहत मनरेगा मजदूरों को काम देना चाहिए, वहीं पंचायत के मुखिया ने भी कहा है कि मनरेगा के मजदूरों को काम देने के लिए सूची बनाई जा रही है.
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