पटना: सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच शह और मात का खेल लगातार जारी है. जहां एक तरफ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगा रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ जदयू भी रक्षात्मक पलटवार कर रहा है.
इसी कड़ी में जदयू कोटे के मंत्री ने तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि राजद काल में बाढ़ की राशि में भी घोटाला किया जाता था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 8,538 करोड़ की राशि खर्च कर जनता के दिलों में अपनी पैठ बनाई है.
'बेवजह का प्रवचन दे रहे तेजस्वी'
जदयू मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बेवजह का प्रवचन दे रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना से बचाव और राहत के लिए 8538 करोड की राशि खर्च की है. सीएम की पहचान विकास पुरुष के रूप में होती है और इसी के तहत मुख्यमंत्री नीतीश ने आम लोगों के दिल में अपनी जगह बनाई है.
उन्होंने कहा कि आरेजेडी के शासन काल में क्या-क्या होता था. इसकी जानकारी के लिए तेजस्वी अपने पिता लालू यादव से पूछ ले. सीएजी की रिपोर्ट भी है जिसमें साफ है कि 1996-1997, 1998-1999 में केंद्र सरकार ने बाढ़ी पीड़ितों के लिए 90 करोड़ की राशि दी थी. लेकिन राजद ने बाढ़ राहत के नाम पर घोटाला किया था. बाढ़ कहीं आई थी और राशि को कहीं और खर्च किया गया था. राजद में घोटाले का संस्कार है.
घोटाले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप
गौरतलब है कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है. तेजस्वी प्रत्यक्ष तौर पर सीएम नीतीश पर हमला बोल रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष के हमले के बाद जदयू मंत्री नीरज ने राजद काल में हुए बाढ़ घोटाले को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है. बता दें कि इससे पहले विपक्ष ने पोस्टर के माध्यम से जदयू पर निशाना साधा था और अब सोशल मीडिया के माध्यम से दोनों दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं.