पटना: बिहार में साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले है. चुनाव को देखते हुए प्रदेश में घोटालों को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज होती जा रही है. एक ओर जहां आरजेडी सृजन घोटाला को लेकर नीतीश सरकार पर लगातार हमला बोल रही है. वहीं, नीतीश के सिपाही सरकार के बचाव में ए़ड़ी-चोटी का जोड़ लगा रहे हैं.
बता दें कि बीते दिनों नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सीधे तौर पर सीएम नीतीश से सृजन घोटाले को लेकर कई सवाल पूछे थे. तेजस्वी के सवाल पर बिहार सरकार में मंत्री नीरज कुमार ने सरकार का बचाव करते हुए सीबीआई जांच की बात कही है.
'कोर्ट में साक्ष्य पेश कर विपक्ष'
तेजस्वी के सृजन घोटाला को लेकर उठाए गए सवाल के बाद मंत्री नीरज ने कहा कि सरकार ने कहा कि सरकार इममें शुरू से ही कार्रवाई कर रही है. अभी इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है. यह घोटाला राबड़ी देवी के शासन काल से शुरू हुआ था. उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि, अगर विपक्ष के पास किसी भी तरह का साक्ष्य है तो उसे कोर्ट में पेश किया जाए. हमलोगों ने चारा घोटाले में साक्ष्य कोर्ट के समक्ष साक्ष्य पेश किया था.
'घोटालों से राजद की पहचान'
वहीं, इस मामले में जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने भी विपक्ष को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि आरजेडी की शुरू से ही घोटालों से ही है. राजद ने जानवरों का चारा तक नहीं छोड़ा. वे लोग घोटाले के बारे में बात नाही करें तो अच्छा रहेगा. नीतीश कुमार की छवी को बिहार की जनता बखूबी से जानती है. यदि आरजेडी के लोग घोटाला पर कुछ भी बोलेंगे जनता उनके बातों पर हसेगी और उनलोगों को विश्वास नहीं करेगी.
'सृजन पर जारी है आरोप-प्रत्यारोप'
गौरतलहब है कि बिहार का सृजन घोटाला शायद देश के उन गिने चुने घोटालों में से एक है. जिसमें सीबीआई ने आरोप पत्र तो दायर किया गया है. बता दें कि बीते दिनों सीबीआई ने कोर्ट में पूर्व आईएएस अधिकारी केपी रमैया के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था. जिसके बाद कोर्ट ने केपी रमैया के खिलाफ तल्ख टिप्पणी भी की थी. सीबीआई के आरोप पत्र दायर करने के बाद विपक्ष लगातार लामबंद होकर सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ हमला बोल रही है. हालांकि, जदयू के तरफ से विपक्ष के हर हमले का बखूबी से जवाब दिया जा रहा है.