पटना: बिहार विधानसभा में शनिवार को लोकतंत्र की सारी मर्यादाएं तार-तार कर दी गईं. विधानसभा की दूसरी पाली की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया. इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक आपस में ही भिड़ गए. इसके बाद मार्शल को हस्तक्षेप करना पड़ा.
विधानसभा में हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. दोनों ओर से जमकर शोर-शराबा हुआ आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला. बात धक्का-मुक्की की भी आ गई. विधानसभा अध्यक्ष ने हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
'सत्ता पक्ष की ओर से मेरे खिलाफ जातिगत टिप्पणी की गई. अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया. मैं प्रोटेस्ट कर रहा था और उसके बाद सत्ता पक्ष के लोग आक्रमक हो गए. मामले को मैं कोर्ट तक ले जाऊंगा. महिला विधायकों ने भी आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के लोग महिला विधायकों के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे थे': रामवृक्ष सदा, विधायक, आरजेडी
आरजेडी रामवृक्ष सदा का आरोप है कि जाति सूचक शब्द 'मुशहर' कह कर बुलाया गया. हमारे साथ गाली-गलौज किया. उन्होंने कहा कि सभी विधायकों पर हरिजन एक्ट के तहत केस करेंगे.
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बिहार विधान सभा में जमकर हंगामा हुआ. दोनों ओर से विधायक वेल में आ गए. पहले तो कहासुनी हुई और बात इतनी बढ़ गई कि धक्का-मुक्की की नौबत आ गई. सदन की कार्यवाही स्थगित हुई और सदस्य वेल में आकर हंगामा करते रहे. दरअसल, राजद विधायक रामवृक्ष सदा और भाजपा के मुख्य सचेतक जनक सिंह के बीच नोकझोंक से विवाद शुरू हुआ, फिर दोनों और के सदस्यों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई. हंगामा बढ़ता देख मार्शल ने माननीयों को अलग किया.