पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के 5 प्रत्याशी ने जीत हासिल कर सदन के भीतर बतौर विधायक बनकर प्रवेश किया है. बीते कुछ सालों से बिहार के सीमांचल इलाके में अपनी जमीन तलाशते हुए एआईएमआईएम के इस बार 5 विधायक सदन पहुंचे हैं.
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक अख्तरूल ईमान ने कहा बिहार में जब सत्ता पक्ष कार्य नहीं करती तो विपक्ष घेराबंदी करती है. लेकिन अगर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों कार्य ना करें तो जनता की आवाज कोई बुलंद नहीं कर पाता. जनता ने हम पर भरोसा दिखाया है हम जनता की तीसरी आंख बनकर सदन में काम करेंगे. जनता ने मौका दिया है. सदन तक पहुंचाया है. जनता के लिए हम लड़ेंगे. वहीं, विधानसभा में समर्थन देने की बात पर विधायक ने कहा कि यह तो वक्त आने पर तय किया जाएगा.
शिक्षा स्वास्थ्य रहेगा मुद्दा
अख्तरूल ने कहा कि विधानसभा सत्र में मुख्य रूप से शिक्षा स्वास्थ्य और बेरोजगारी के मुद्दे पर बल दिया जाएगा. क्योंकि यही हमारे बुनियादी मुद्दे हैं. ये मुद्दे जनता के लिए बेहद जरूरी हैं. इस बार हमारी पार्टी सीमांचल से आगे बढ़ी है. लोगों के साथ जो नाइंसाफी आजादी के समय से होते जा रही है वह अब नहीं होने देंगे.
धोखे से बनी है नीतीश की सरकार
विधायक ने कहा कि सत्ता पक्ष ने इस बार धोखे से सरकार बना ली है. बिहार के एनडीए सरकार से जनता को बचाना बेहद जरूरी है. बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में एआईएमआईएम ने कुल 20 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें 5 सीटों पर उनकी जीत हुई. अमौर विधानसभा क्षेत्र से अख्तरुल ईमान, जोकीहाट से शाहनवाज आलम , बहादुरगंज से मोहम्मद अंजर नईमी, बायसी से सैयद रुकनुद्दीन अहमद और कोचाधामन से मोहम्मद इजहार अस्फी विधायक बने हैं.