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मीसा भारती ने जनता से हार का लिया बदला! 15 करोड़ की योजनाओं को कराया रद्द

इस मामले को पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव ने बेहद शर्मनाक करार दिया है. उन्होंने कहा कि अब तो इस बात का फैसला पाटलिपुत्र की जनता करेगी कि उनके बीच कैसे लोग वोट मांगने के लिए आए थे.

मीसा भारती
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Published : Jun 13, 2019, 7:48 PM IST

Updated : Jun 13, 2019, 8:45 PM IST

पटना: बिहार में सांसद कोष को लेकर एक बेहद दिलचस्प मामला सामने आया है. पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से जुड़े इस मामले में पहले तो राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने करीब 15 करोड़ की योजनाओं को अपने सांसद फंड से स्वीकृति दे दी. लेकिन चुनाव हारने के बाद तुरंत इन सभी योजनाओं को रद्द करने की सिफारिश कर दी.

पाटलिपुत्र में राजद के प्रत्याशी और लालू की बड़ी बेटी मीसा भारती एक बार फिर बीजेपी प्रत्याशी रामकृपाल यादव से चुनाव हार गई. चुनाव के नतीजों के तुरंत बाद 29 मई को उन्होंने पटना जिला योजना पदाधिकारी के नाम से एक पत्र जारी किया. जिसमें उनकी फंड से स्वीकृत सभी योजनाओं को रद्द कर देने की सिफारिश की गई. बड़ी संख्या में यह सभी योजनाएं पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के लिए थी. इन पर करीब 15 करोड़ की राशि खर्च होनी थी.

जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी बोलने को नहीं तैयार
इनमें से कई योजनाओं की तो स्वीकृति के बाद काम भी शुरू होने की खबर है. इस बारे में हालांकि जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है. लेकिन ईटीवी भारत के हाथ जो पत्र लगा है. इस पत्र से इस बात की पुष्टि होती है कि मीसा भारती ने इस साल मार्च में जिन परियोजनाओं के लिए अपने फंड से काम कराने की स्वीकृति दी थी, उन पर 29 मई को एक पत्र जारी कर रोक लगाने की मांग की है. हमने इस बारे में मीसा भारती से भी बात करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया.

पटना से खास रिपोर्ट

रामकृपाल यादव का क्या है कहना
इस मामले को पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव ने बेहद शर्मनाक करार दिया है. उन्होंने कहा कि अब तो इस बात का फैसला पाटलिपुत्र की जनता करेगी कि उनके बीच कैसे लोग वोट मांगने के लिए आए थे. रामकृपाल यादव ने कहा कि पूरे देश में ऐसा दूसरा कोई मामला नहीं मिलेगा कि किसी प्रत्याशी ने हार के बाद सांसद निधि से की गई अनुशंसा रद्द कर दी हो.

29 मई को दिया था पत्र
जिला योजना शाखा से मिली जानकारी के मुताबिक इसी साल मार्च महीने में करीब 15 करोड़ की योजनाओं की अनुशंसा मीसा भारती ने पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के लिए की थी. लेकिन जब वह चुनाव हार गईं तो उन्होंने 29 मई को एक पत्र के जरिए अपनी ओर से अनुशंसित सारी योजनाओं को रद्द करा दिया.

पटना: बिहार में सांसद कोष को लेकर एक बेहद दिलचस्प मामला सामने आया है. पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से जुड़े इस मामले में पहले तो राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने करीब 15 करोड़ की योजनाओं को अपने सांसद फंड से स्वीकृति दे दी. लेकिन चुनाव हारने के बाद तुरंत इन सभी योजनाओं को रद्द करने की सिफारिश कर दी.

पाटलिपुत्र में राजद के प्रत्याशी और लालू की बड़ी बेटी मीसा भारती एक बार फिर बीजेपी प्रत्याशी रामकृपाल यादव से चुनाव हार गई. चुनाव के नतीजों के तुरंत बाद 29 मई को उन्होंने पटना जिला योजना पदाधिकारी के नाम से एक पत्र जारी किया. जिसमें उनकी फंड से स्वीकृत सभी योजनाओं को रद्द कर देने की सिफारिश की गई. बड़ी संख्या में यह सभी योजनाएं पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के लिए थी. इन पर करीब 15 करोड़ की राशि खर्च होनी थी.

जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी बोलने को नहीं तैयार
इनमें से कई योजनाओं की तो स्वीकृति के बाद काम भी शुरू होने की खबर है. इस बारे में हालांकि जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है. लेकिन ईटीवी भारत के हाथ जो पत्र लगा है. इस पत्र से इस बात की पुष्टि होती है कि मीसा भारती ने इस साल मार्च में जिन परियोजनाओं के लिए अपने फंड से काम कराने की स्वीकृति दी थी, उन पर 29 मई को एक पत्र जारी कर रोक लगाने की मांग की है. हमने इस बारे में मीसा भारती से भी बात करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया.

पटना से खास रिपोर्ट

रामकृपाल यादव का क्या है कहना
इस मामले को पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव ने बेहद शर्मनाक करार दिया है. उन्होंने कहा कि अब तो इस बात का फैसला पाटलिपुत्र की जनता करेगी कि उनके बीच कैसे लोग वोट मांगने के लिए आए थे. रामकृपाल यादव ने कहा कि पूरे देश में ऐसा दूसरा कोई मामला नहीं मिलेगा कि किसी प्रत्याशी ने हार के बाद सांसद निधि से की गई अनुशंसा रद्द कर दी हो.

29 मई को दिया था पत्र
जिला योजना शाखा से मिली जानकारी के मुताबिक इसी साल मार्च महीने में करीब 15 करोड़ की योजनाओं की अनुशंसा मीसा भारती ने पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के लिए की थी. लेकिन जब वह चुनाव हार गईं तो उन्होंने 29 मई को एक पत्र के जरिए अपनी ओर से अनुशंसित सारी योजनाओं को रद्द करा दिया.

Intro:बिहार में सांसद कोष को लेकर एक बेहद दिलचस्प मामला सामने आया है। पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से जुड़े इस मामले में पहले तो राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने करीब 15 करोड़ की योजनाओं को अपने सांसद फंड से स्वीकृति दे दी। लेकिन चुनाव हारने के बाद तुरंत इन सभी योजनाओं को रद्द करने की सिफारिश कर दी। पेश है पटना से एक खास रिपोर्ट


Body:पाटलिपुत्र में राजद के प्रत्याशी और लालू की बड़ी बेटी मीसा भारती एक बार फिर बीजेपी प्रत्याशी रामकृपाल यादव से चुनाव हार गई। चुनाव के नतीजों के तुरंत बाद 29 मई को उन्होंने पटना जिला योजना पदाधिकारी के नाम से एक पत्र जारी किया जिसमें उनकी फंड से स्वीकृत सभी योजनाओं को रद्द कर देने की सिफारिश की गई। बड़ी संख्या में यह सभी योजनाएं पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के लिए थी और इन पर करीब 15 करोड़ की राशि खर्च होनी थी। इनमें से कई योजनाओं को तो स्वीकृति के बाद काम भी शुरू होने की खबर है इस बारे में हालांकि जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है लेकिन ईटीवी भारत के हाथ जो पत्र लगा है उसमें इस बात की पुष्टि होती है कि मीसा भारती ने इस साल मार्च में जिन परियोजनाओं के लिए अपने फंड से काम कराने की स्वीकृति दी थी उन पर 29 मई को एक पत्र जारी कर रोक लगाने की मांग की है। हमने इस बारे में मीसा भारती से भी बात करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
इस मामले को पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव ने बेहद शर्मनाक करार दिया है। उन्होंने कहा कि अब तो इस बात का फैसला पाटलिपुत्र की जनता करेगी कि उनके बीच कैसे लोग वोट मांगने के लिए आए थे। रामकृपाल यादव ने कहा कि पूरे देश में ऐसा दूसरा कोई मामला नहीं मिलेगा कि किसी प्रत्याशी ने हार के बाद सांसद निधि से की अनुशंसा रद्द कर दी हो।


Conclusion:जिला योजना शाखा से मिली जानकारी के मुताबिक इसी साल मार्च महीने में करीब 15 करोड़ की योजनाओं की अनुशंसा मीसा भारती ने पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के लिए की थी। लेकिन जब वह चुनाव हार गई तो उन्होंने 29 मई को एक पत्र के जरिए अपनी ओर से अनुशंसित सारी योजनाओं को रद्द करा दिया।

byte संजय टाइगर बीजेपी नेता
रामकृपाल यादव सांसद, पाटलिपुत्र
Last Updated : Jun 13, 2019, 8:45 PM IST
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