पटना: आगामी 24 फरवरी से बिहार विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने वाला है. ऐसे में विपक्ष का आरोप है कि बजट सत्र को लेकर बिहार सरकार और उसके मंत्री सीरियस नहीं हैं. कैबिनेट के तमाम मंत्रियों ने दिल्ली में डेरा डाल रखा है. विपक्ष का कहना है कि बिहार बजट से ज्यादा चिंता मंत्रियों को दिल्ली चुनाव की है.
हम ने खड़े किए सवाल
मंत्रियों की गैरमौजूदगी को लेकर बिहार में सियासत शुरू हो गई है. हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि प्रदेश में काम-काज ठप पड़ा है. उन्होंने ये भी कहा है कि बीते दिनों जब झारखंड में चुनाव था तो तमाम मंत्री झारखंड चले गए. अब सभी दिल्ली चले गए हैं. नीतीश सरकार के मंत्रियों को बिहार की चिंता नहीं है.
आरजेडी उपाध्यक्ष ने भी कसा तंज
आरजेडी उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि नीतीश सरकार का वित्तीय प्रबंधन ऐसा है कि बजट का ज्यादातर हिस्सा लौट जाता है. मौजूदा समय में सरकार को चाहिए था कि रिपोर्ट बनाए. उन्होंने ये भी कहा कि उपयोगिता प्रमाण पत्र को लेकर भी विभाग की कार्यप्रणाली संतोषजनक नहीं है.
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बीजेपी ने किया बचाव
विपक्ष के आरोपों पर बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी राष्ट्रीय पार्टी है. जब राज्यों में चुनाव होते हैं तो पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं को लगाया जाता है. दिल्ली चुनाव में भी अगर पार्टी के नेता और मंत्रियों को भेजा गया है तो इसमें कोई बुराई नहीं है. बता दें कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में सरकार ने अब तक बजट का 60% हिस्सा ही खर्च किया है. बजट का बड़ा हिस्सा खर्च होना बाकी है.