पटना: बिहार विधानमंडल की कार्यवाही (bihar legislature budget session) के दौरान बिहार विधान परिषद में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बिहार सरकार द्वारा चलाए जा रहे लोहिया स्वच्छता मिशन पार्ट 2 (Lohiya Swachh Bihar mission) को सदन के पटल पर रखा. मंत्री ने कहा कि लोहिया स्वच्छता मिशन पार्ट 2 की शुरुआत बिहार में होगी. इसके दौरान जिन लोगों का शौचालय अभी तक नहीं बना है, राज्य सरकार अपनी राशि से उन्हें बनाने का काम करेगी. उसके लिए राज्य सरकार 12000 रुपये लाभुकों को देने का काम करेगी.
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गांव मे होगा कचरा का प्रबंधन: मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि लोहिया स्वच्छ मिशन के तहत गांव में भी साफ-सफाई रहे, इसके तहत हम लोगों ने गांव में भी कचरा प्रबंधन की व्यवस्था शुरू की है. जीविका दीदियों द्वारा इस काम को किया जा रहा है. निश्चित तौर पर सभी गांव में कचरा प्रबंधन की भी व्यवस्था लागू की जाएगी. महात्मा गांधी की भी सोच थी कि गांव स्वच्छ रहे. लोहिया जी भी यही चाहते थे कि गांव के लोग अगर स्वच्छता में रहेंगे तो वह बीमार नहीं होंगे.साथ ही वैसे लोगों को भी किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी जिनके पास जमीन का अभाव है और इस कारण वह शौचालय नहीं बना पा रहे हैं.
"गांधी जी और लोहिया जी के विचारों को ही ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार ने योजना शुरू की है. निश्चित तौर पर स्वच्छ गांव बनाने की ओर यह योजना मील का पत्थर साबित होगा. जिन लोगों के पास जमीन नहीं है, शौचालय नहीं बना सकते हैं. उनके लिए सामुदायिक शौचालय की भी व्यवस्था की जा रही है. 10,000 से ज्यादा जगहों पर पूरे राज्य में सामुदायिक शौचालय परिसर बनाए गए हैं. जरूरत पड़ेगी तो और सामुदायिक स्वच्छ परिसर बनाया जाएगा."- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री
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स्वच्छ गांव समृद्ध गांव: बता दें कि लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के प्रथम चरण में सभी को शौचालय की सुलभता उपलब्ध कराते हुए ग्राम पंचायत को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया था. अब लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान और स्वच्छ भारत मिशन फेज 2 के अंतर्गत सभी गांव को स्वच्छ और समृद्ध बनाना है. सरकार के द्वारा उद्देश्य की प्राप्ति के लिए व्यापक योजना तैयार की गई है. योजना क्रियान्वयन के लिए ग्राम पंचायत को अहम जिम्मेदारी दी गई है. स्वच्छ गांव समृद्ध गांव बनाने को लेकर सरकार का बड़ा प्लान है और यह वित्तीय वर्ष 2024- 25 तक यह चलेगा.
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