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Bihar Politics: 'बलियावी पर एक्शन लेंगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार', मंत्री श्रवण कुमार का बड़ा बयान

पूर्व विधान पार्षद व जेडीयू नेता गुलाम रसूल बलियावी के बयान पर सीएम जल्द निर्णय ले सकते हैं. यह कहना है मंत्री श्रवण कुमार का. उन्होंने कहा कि जेडीयू में सीएम नीतीश से बड़ी कोई अदालत नहीं है. पढ़ें पूरी खबर..

ghulam rasool balyawi controversy
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Published : Feb 15, 2023, 2:25 PM IST

ग्रामीण विकास विभाग मंत्री श्रवण कुमार

पटना: जदयू के जनसुनवाई कार्यक्रम में पहुंचे ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी के बयान पर कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संज्ञान में बातें आ गई हैं. जब नेता के संज्ञान में बातें आ गई हैं तो मुख्यमंत्री जरूर कुछ निर्णय लेंगे.

पढ़ें-CM Nitish On Balyawi Controversy: गुलाम रसूल बलियावी के विवादास्पद बयान पर सीएम नीतीश ने कही बड़ी बात

बोले मंत्री श्रवण कुमार- 'सीएम बलियावी पर लेंगे फैसला': श्रवण कुमार ने कहा कि जेडीयू में सीएम नीतीश से बड़ा अदालत कोई नहीं है. गुलाम रसूल बलियावी लगातार बयान दे रहे हैं लेकिन श्रवण कुमार का कहना है कि हम बाहर थे इसलिए क्या उन्होंने बोला है मुझे पता नहीं है. उपेंद्र कुशवाहा की ओर से 19 और 20 फरवरी को बुलाई गई बैठक पर श्रवण कुमार ने कहा कि पार्टी संगठन के बाबत कुछ लोग बयान देते हैं. कुछ लोग बैठक बुलाते हैं तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के नेता के संज्ञान में सारी चीजें हैं और कुछ भी करने के लिए वही लोग अधिकृत हैं.

"हमारे सर्वमान्य नेता मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में जब कोई बात आ गई तो सीएम इस मामले पर जरूर कुछ निर्णय लेंगे. निर्णय लेंगे तो सभी को समय पर जानकारी मिल जाएगी."- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री, बिहार

सीएम ने बलियावी के मामले पर दिया था ये बयान: वहीं जब बलियावी के मामले को लेकर सीएम नीतीश से सवाल किया गया था तो उन्होंने पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया था. सीएम ने कहा था कि कौन क्या बोलता है. हम तो जनता के कामों को लेकर बहुत व्यस्त हैं.

'बीजेपी के खिलाफ बोलने पर होती है कार्रवाई': बीबीसी के कार्यालयों में छापेमारी पर श्रवण कुमार ने कहा कि आप भी खिलाफ बोलिएगा तो कार्रवाई हो जाएगी. जो भी सत्यता को उजागर करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. यह बदले की कार्रवाई है लेकिन अब बहुत ज्यादा दिन नहीं है. 2024 में जब इनका सफाया होगा तब इन्हें पता चलेगा कि एक गलत कार्रवाई का क्या नतीजा होता है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 25 फरवरी को पटना आ रहे हैं. 2024 का फिर से बिगुल फूकेंगे, इस पर श्रवण कुमार का कहना है कि केंद्र सत्ता में है जहां चाहे वहीं से बिगुल फूंक सकते हैं. लेकिन बिहार में उन्हें कुछ भेटाने वाला नहीं है.

'नफरत की राजनीति के लिए नहीं जगह': उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल के नेता आते हैं तो उनका स्वागत है. राजनीतिक जीवन में आना ही चाहिए लेकिन बिहार के लोगों के बारे में भी सोचना चाहिए. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने के बारे में भी घोषणा करें तो खुशी होगी. लेकिन बिहार नफरत फैलाने के लिए आएंगे तो उनकी कोई जगह यहां नहीं है. क्योंकि महात्मा गांधी की यह कर्म भूमि है.

'बीजेपी नफरत की राजनीति करती है': श्रवण कुमार ने कहा कि बीजेपी नफरत की राजनीति करती है. यदि मंदिर मस्जिद उनके एजेंडे से हटा दिया जाए तो उनके पास कुछ नहीं बचेगा. बीजेपी के साथ 17 सालों तक रहे हैं. हम लोग जब उनके साथ थे तो अपनी शर्तों के अनुसार ही चलते थे. उनके एजेंडे पर काम नहीं करते थे.

पूरा मामला: गुलाम रसूल बलियावी में नवादा में एक कार्यक्रम के दौरान सेना को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर पाकिस्तान से निपटने में तीनों सेना सक्षम नहीं है तो 30 प्रतिशत मुसलमानों की भर्ती करा दें. बलियावी के इसी बयान पर खलबली मच गयी और विवाद छिड़ा हुआ है.

ग्रामीण विकास विभाग मंत्री श्रवण कुमार

पटना: जदयू के जनसुनवाई कार्यक्रम में पहुंचे ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी के बयान पर कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संज्ञान में बातें आ गई हैं. जब नेता के संज्ञान में बातें आ गई हैं तो मुख्यमंत्री जरूर कुछ निर्णय लेंगे.

पढ़ें-CM Nitish On Balyawi Controversy: गुलाम रसूल बलियावी के विवादास्पद बयान पर सीएम नीतीश ने कही बड़ी बात

बोले मंत्री श्रवण कुमार- 'सीएम बलियावी पर लेंगे फैसला': श्रवण कुमार ने कहा कि जेडीयू में सीएम नीतीश से बड़ा अदालत कोई नहीं है. गुलाम रसूल बलियावी लगातार बयान दे रहे हैं लेकिन श्रवण कुमार का कहना है कि हम बाहर थे इसलिए क्या उन्होंने बोला है मुझे पता नहीं है. उपेंद्र कुशवाहा की ओर से 19 और 20 फरवरी को बुलाई गई बैठक पर श्रवण कुमार ने कहा कि पार्टी संगठन के बाबत कुछ लोग बयान देते हैं. कुछ लोग बैठक बुलाते हैं तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के नेता के संज्ञान में सारी चीजें हैं और कुछ भी करने के लिए वही लोग अधिकृत हैं.

"हमारे सर्वमान्य नेता मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में जब कोई बात आ गई तो सीएम इस मामले पर जरूर कुछ निर्णय लेंगे. निर्णय लेंगे तो सभी को समय पर जानकारी मिल जाएगी."- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री, बिहार

सीएम ने बलियावी के मामले पर दिया था ये बयान: वहीं जब बलियावी के मामले को लेकर सीएम नीतीश से सवाल किया गया था तो उन्होंने पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया था. सीएम ने कहा था कि कौन क्या बोलता है. हम तो जनता के कामों को लेकर बहुत व्यस्त हैं.

'बीजेपी के खिलाफ बोलने पर होती है कार्रवाई': बीबीसी के कार्यालयों में छापेमारी पर श्रवण कुमार ने कहा कि आप भी खिलाफ बोलिएगा तो कार्रवाई हो जाएगी. जो भी सत्यता को उजागर करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. यह बदले की कार्रवाई है लेकिन अब बहुत ज्यादा दिन नहीं है. 2024 में जब इनका सफाया होगा तब इन्हें पता चलेगा कि एक गलत कार्रवाई का क्या नतीजा होता है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 25 फरवरी को पटना आ रहे हैं. 2024 का फिर से बिगुल फूकेंगे, इस पर श्रवण कुमार का कहना है कि केंद्र सत्ता में है जहां चाहे वहीं से बिगुल फूंक सकते हैं. लेकिन बिहार में उन्हें कुछ भेटाने वाला नहीं है.

'नफरत की राजनीति के लिए नहीं जगह': उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल के नेता आते हैं तो उनका स्वागत है. राजनीतिक जीवन में आना ही चाहिए लेकिन बिहार के लोगों के बारे में भी सोचना चाहिए. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने के बारे में भी घोषणा करें तो खुशी होगी. लेकिन बिहार नफरत फैलाने के लिए आएंगे तो उनकी कोई जगह यहां नहीं है. क्योंकि महात्मा गांधी की यह कर्म भूमि है.

'बीजेपी नफरत की राजनीति करती है': श्रवण कुमार ने कहा कि बीजेपी नफरत की राजनीति करती है. यदि मंदिर मस्जिद उनके एजेंडे से हटा दिया जाए तो उनके पास कुछ नहीं बचेगा. बीजेपी के साथ 17 सालों तक रहे हैं. हम लोग जब उनके साथ थे तो अपनी शर्तों के अनुसार ही चलते थे. उनके एजेंडे पर काम नहीं करते थे.

पूरा मामला: गुलाम रसूल बलियावी में नवादा में एक कार्यक्रम के दौरान सेना को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर पाकिस्तान से निपटने में तीनों सेना सक्षम नहीं है तो 30 प्रतिशत मुसलमानों की भर्ती करा दें. बलियावी के इसी बयान पर खलबली मच गयी और विवाद छिड़ा हुआ है.

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