पटना: बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए आरजेडी नेता अवध बिहारी चौधरी ने नामांकन (Awadh Bihari Chaudhary Filed Nomination) कर दिया है. इस पर मंत्री श्रवण कुमार ( Minister Shravan Kumar) का कहना है कि महागठबंधन के सभी दल एकजुट हैं और अवध बिहारी चौधरी (RJD Leader Awadh Bihari Chaudhary) के निर्वाचन में कहीं कोई परेशानी होने वाली नहीं है क्योंकि दूसरा नॉमिनेशन होने की उम्मीद नहीं है, इसलिए अवध बिहारी चौधरी का निर्विरोध चुना जाना तय है.
पढ़ें- बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले स्पीकर विजय सिन्हा का इस्तीफा, नरेंद्र यादव को सौंपी जिम्मेवारी
'निर्विरोध होगा स्पीकर का चुनाव': श्रवण कुमार (shravan kumar on speaker election ) ने कहा कि बिहार विधानसभा का विशेष सत्र 26 अगस्त को भी होगा और विधानसभा अध्यक्ष के नाम की घोषणा हो जाएगी. नियमानुसार प्रक्रिया होगी. मतदान होगा, अगर एक ही नामांकन रहेगा तो निर्विरोध चुनाव होगा. आज नामांकन के समय हमारे महागठबंधन के सातों दलों के नेता मौजूद थे.
"जब हमारी संख्या 164 है तो व्हीप जारी करने की कोई आवश्यकता नहीं है. मुझे लगता है कि चुनाव की नौबत नहीं आएगी. अवध बिहारी चौधरी का निर्विरोध चुना जाना तय है."- श्रवण कुमार, मंत्री, बिहार सरकार
'नियम कायदे से ही चलेगा सदन': बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अवध बिहारी चौधरी ने नॉमिनेशन करने के बाद कहा कि बिहार विधानसभा नियम कायदे से ही चलेगा और हमारी पूरी कोशिश होगी कि सबको साथ लेकर चलें. अवध बिहारी चौधरी ने कहा है महागठबंधन के जितने सहयोगी हैं सबको हम बधाई देते हैं और हम काम करके दिखाएंगे. अवध बिहारी चौधरी आरजेडी के वरिष्ठ नेता हैं पिछली बार भी विजय सिन्हा के खिलाफ इन्हें चुनाव में उतारा गया था. इस बार महागठबंधन के पास बहुमत से आंकड़ा काफी अधिक है इसलिए चयन में अब कहीं कोई परेशानी नहीं है.
"नियम कानून से ही सदन संचालित होगा. सभी के सहयोग से सदन चले इसकी कोशिश रहेगी. महागठबंधन के पास बहुमत का आंकड़ा है इसलिए कहीं से कोई समस्या नहीं होगी."- अवध बिहारी चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष उम्मीदवार
अवध बिहारी चौधरी ने किया नामांकन: विजय सिन्हा ने विधानसभा अध्यक्ष पद से 24 अगस्त को ही अपने संबोधन के बाद इस्तीफा दे दिया था. अब बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी ने नामांकन कर दिया है. विधानसभा अध्यक्ष पद के नॉमिनेशन के समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar), उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) सहित महागठबंधन दल के सभी नेता मौजूद रहे. आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी का निर्विरोध चुना जाना तय है क्योंकि विपक्ष में बीजेपी अकेले पार्टी है और संख्या बल के हिसाब से केवल 76 विधायक हैं. जबकि महागठबंधन के 7 दलों के पास कुल 164 विधायकों का समर्थन है और एआईएमआईएम के एक विधायक भी महागठबंधन को ही सपोर्ट कर रहे हैं, तो इसलिए संख्या बल को लेकर कहीं कोई परेशानी नहीं है. अवध बिहारी चौधरी असानी से चुनाव जीत जाएंगे. बीजेपी की तरफ से कोई नामांकन करेगा, इसकी उम्मीद कम ही है.
26 अगस्त को भी बुलाई गई विधानसभा की कार्यवाहीः विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए ही विधानसभा की कार्यवाही 26 अगस्त को भी बुलाई गई है. दूसरी तरफ आज बिहार विधान परिषद के सभापति पद की कुर्सी देवेश चंद्र ठाकुर संभाल लेंगे और इस मौके पर भी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के साथ सभी दलों के नेता के मौजूद रहने की संभावना है. विधान परिषद के कार्यकारी सभापति पद पर फिलहाल बीजेपी कोटे से आने वाले अवधेश नारायण सिंह विराजमान हैं, लेकिन अब जदयू के देवेश चंद्र ठाकुर सभापति की कुर्सी संभालेंगे और सभापति पद के चुनाव के लिए आज विधान परिषद का विशेष सत्र बुलाया गया है.
विजय सिन्हा ने की इस्तीफा देने में देरीः आपको बता दें कि इससे पहले विजय कुमार सिन्हा ने सत्तापक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के बावजूद इस्तीफा देने में काफी देरी की और कई दिनों तक अड़े रहे. जो अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था उसे भी उन्होंने गलत बताते हुए अस्वीकार कर दिया था. उनका कहना था कि उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस में कुछ दुर्भाग्यपूर्ण और निराधार आरोप लगाए गए हैं. स्पीकर पद को लेकर कई दिनों तक असमंजस की स्थिति बनी रही. पक्ष और विपक्ष दोनों ओर से सख्त बयानबयाजी हुई. बता यहां तक होने लगी की क्या नीतीश सरकार का फ्लोर टेस्ट विजय सिन्हा ही कराएंगे. लेकिन बुधवार को फ्लोर टेस्ट से पहले विजय सिन्हा ने स्पीकर पद से इस्तीफा दे दिया. अब बीजेपी ने विजय सिन्हा को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया है.