पटना: बिहार में पटना एमपी-एमएलए कोर्ट ने 'मोदी सर नेम' मामले में राहुल गांधी को सशरीर 25 अप्रैल को उपस्थित होने का निर्देश दिया है. 'मोदी सर नेम' मामले में पहले ही राहुल गांधी को सूरत की कोर्ट ने 2 साल की सजा सुनाई है. उस कारण लोकसभा की सदस्यता चली गई. आज राहुल गांधी को पटना कोर्ट में उपस्थित होना था, लेकिन नहीं हुए. इस पर जदयू की तरफ से ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार (Rural Development Minister Shravan Kumar ) ने कहा है कि बीजेपी के पास कोई मुद्द तो है नहीं, उनकी बात कौन सुनेगा. बीजेपी का काम ही है सिर्फ न्यायालय जाना.
ये भी पढ़ेंः Modi Surname Case: 25 अप्रैल को पटना कोर्ट में पेश होंगे राहुल गांधी, सशरीर उपस्थित होने का आदेश
पटना MP-MLA कोर्ट में उपस्थित नहीं हुए राहुल गांधीः पटना एमपी एमएलए कोर्ट में राहुल गांधी को आज उपस्थित होना था, लेकिन वह नहीं आ सके. इसके बाद जो कोर्ट का फैसला आया है उस पर जदयू के तरफ से मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि कोर्ट के फैसले पर क्या बोले, कोर्ट पर तो कोई टिप्पणी करना नहीं है. लेकिन बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग तो आंदोलन वाले हैं नहीं, इनके पास कोई मुद्दा नहीं है. एक मुद्दा है मंदिर का और एक मुद्दा है मस्जिद का.
"कोर्ट के फैसले पर क्या बोले, कोर्ट पर तो कोई टिप्पणी करना नहीं है. ये लोग तो आंदोलन वाले हैं नहीं, इनके पास कोई मुद्दा नहीं है. बीजेपी के पास कोई मुद्द तो है नहीं, उनकी बात कौन सुनेगा. बीजेपी का काम ही है सिर्फ न्यायालय जाना. एक मुद्दा है मंदिर का और एक मुद्दा है मस्जिद का" - श्रवण कुमार, मंत्री जेडीयू
जदयू ने कहा- बीजेपी के पास मुद्दा नहींः श्रवण कुमार ने कहा कि मंदिर और मस्जिद पर ही इनको 2024 खेलना है. देश की जनता समझ चुकी है. उन्हें रोजगार चाहिए, भ्रष्टाचार हटाने वाला चाहिए, देश में बेरोजगारी समाप्त करने वाला चाहिए, देश में इंडस्ट्री चाहिए. औने पौने भाव में देश की संपत्तियों को जो बेचा जा रहा है. उसे रोकने वाला चाहिए. इस बार इन्हीं सब मुद्दों पर चुनाव होगा. श्रवण कुमार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की बात कौन सुनेगा कभी ये लोग न्यायालय में चले जाते हैं तो कभी कहीं और चले जाते हैं.
राहुल गांधी के बचाव में दिख रहे जदयू नेताः मोदी सरनेम मामले में पटना में राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने राहुल गांधी पर मानहानि का केस किया है. आज उसी मामले में सुनवाई हुई थी कोर्ट के फैसले के बाद जदयू के नेता एक तरह से राहुल गांधी के बचाव में दिख रहे हैं. वहीं दूसरी ओर बीजेपी पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर विपक्षी एकजुटता को लेकर दिल्ली में नीतीश कुमार राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने गए हैं.