पटना: बिहार में जहां एक तरफ बाढ़ की मार है तो वहीं, दूसरी तरफ कई जिले सुखाड़ से ग्रसित हैं. ऐसे में पूरा बिहार आपदा का दंश झेल रहा है. इस पर जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि इस आपदा से बचने के लिए सरकार हर वो जरूरी कदम उठा रही है, जो बाढ़ और सुखाड़ पीड़ितों के लिए आवश्यक हैं.
मंत्री संजय कुमार झा ने पटना के जल एवं भूमि प्रबंधन संस्थान में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि नेपाल में ज्यादा बारिश होने से हमारे लिए सारी स्थितियां और परिस्थितियां बदल जाती हैं. इस बार भी वहां ज्यादा बारिश हुई हैं. इसके चलते कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए. उन्होंने बताया कि पानी के प्रेशर से जहां-जहां बराज टूटे थे, उन्हें जल संसाधन विभाग ने मरम्मत कर प्लग कर दिया है. अब स्थितियां काफी हद तक सामान्य हैं. लोगों की मूवमेंट भी शुरू हो गई है.
दलालों के हाथ नहीं लगेगी सहायता राशि- संजय
उन्होंने बताया कि जहां तक सरकार का बाढ़ प्रभावित इलाकों में काम करने का सवाल है, तो आपदा प्रभावित उन सभी जिलों में मदद पहुंचाई जा रही है. मंत्री संजय झा ने कहा कि अब माहौल पहले जैसा नही हैं कि सहायता राशि दलाल खा जाएंगे. अब सरकार की तरफ से दी जाने वाली राशि सीधे बाढ़ पीड़ितों के खाते में जा रही है. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने अब तक लाखों बाढ़ पीड़ितों के खाते में 6-6 हजार की राशि जमा करा दी है.
'सुखाड़ पर चिंतित है सरकार'
मंत्री ने कहा कि जहां तक सुखाड़ की बात है, तो सीएम नीतीश कुमार इस समस्या को लेकर भी काफी चिंतित है और सुखाड़ के मामले में लगातार बैठकें कर रहे है. मंत्री संजय झा ने कहा कि सुखाड़ को लेकर हुई बैठक में सभी मंत्री और सचिव को उनके प्रभारी जिले में जाने का निर्देश दिया था, जिसके बाद सभी प्रभारी मंत्रियों और सचिव ने अपने अपने जिले में जा कर सुखाड़ की समस्या को रिव्यू किया है. सभी ने अपनी रिपोर्ट सीएम को सौंप दी है. अब सीएम 18 अगस्त को सभी विभागों के साथ सुखाड़ पर फिर बैठक करेंगे. इसमें आगे की रणनीति और रूपरेखा तय की जाएगी. उन्होंने कहा कि आपदा पीड़ितों को मदद पहुंचाने में जो सीएम नीतीश कुमार का ट्रैक रिकॉर्ड है, वो पूरे देश में अव्वल है.