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बिहार में तटबंधों, नदियों से संबंधित आंकड़ों के प्रबंधन में नई तकनीक का होगा इस्तेमाल - नदियों से संबंधित आंकड़ों के प्रबंधन में नई तकनीक का होगा इस्तेमाल

जल संसधन विभाग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के निर्देश पर बाढ़ प्रबंधन के कार्य को अधिक प्रभावी बनाने के लिए निरंतर नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है. अब नदियों से संबंधित आंकड़ों के प्रबंधन में भी नई तकनीक का इस्तेमाल होगा.

मंत्री संजय कुमार झा
मंत्री संजय कुमार झा
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Published : Mar 16, 2022, 3:06 PM IST

पटना: बिहार सरकार अब राज्य के तटबंधों और नदियों से संबंधित आंकड़ों के प्रबंधन में अब तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. तकनीक आधारित इस नये सिस्टम (New Technology Used In Data Management Of Rivers In Bihar) से विभाग के अधिकारी किसी भी समय कहीं से भी नदियों और तटबंधों से संबंधित रीयल टाइम डेटा साथ उपलब्ध प्राप्त करने में सक्षम होंगे.

ये भी पढ़ेंः 828 करोड़ से तैयार हुआ बटेश्वर गंगा पंप नहर परियोजना, किसानों को नहीं मिल रहा लाभ

जल संसाधन विभाग के मंत्री संजय कुमार झा (Minister Sanjay Kumar Jha) ने बताया कि राज्य में तटबंधों और नदियों से संबंधित आंकड़ों के बेहतर प्रबंधन के लिए एक नया सिस्टम विकसित किया है. इसे 'बिहार इम्बैंकमेंट एसेट मैनेजमेंट सिस्टम' (बीम्स) नाम दिया गया है. इस नये सिस्टम के संबंध में अधिकारियों एवं अभियंताओं को प्रशिक्षण भी दिया गया है.

ये भी पढ़ेंः लखीसराय: सुखाड़ से जूझ रहे किसानों ने लगाई गुहार, सरकार बोली- 15 अगस्त के बाद करेंगे समीक्षा

नई तकनीक का इस्तेमालः संजय झा ने कहा कि जल संसधन विभाग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बाढ़ प्रबंधन के कार्य को अधिक प्रभावी बनाने के लिए निरंतर नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. यह सिस्टम बाढ़ प्रबंधन सुधार सहायता केंद्र ने तैयार किया है. इसमें नदियों के गुणों और तटबंधों की स्थिति से संबंधित आंकड़ों, विभाग की परिसंपत्तियों की जानकारी, नदियों के बदलते व्यवहार से जुड़े तथ्य, बाढ़ से सुरक्षा की योजनाओं की निगरानी, विभिन्न स्टोर में उपलब्ध मैटेरियल और योजनाओं के टेंडर से संबंधित जानकारी इत्यादि एक साथ उपलब्ध होगी.

बाढ़ के प्रबंधन में होगा मददगार साबितः तकनीक आधारित इस नये सिस्टम से विभाग के अधिकारी किसी भी समय कहीं से भी नदियों और तटबंधों से संबंधित रीयल टाइम डेटा साथ उपलब्ध प्राप्त करने में सक्षम होंगे. संभावना जताई जा रही है कि सिस्टम का उपयोग वर्ष 2022 की संभावित बाढ़ के प्रबंधन में मददगार साबित होगा.

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पटना: बिहार सरकार अब राज्य के तटबंधों और नदियों से संबंधित आंकड़ों के प्रबंधन में अब तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. तकनीक आधारित इस नये सिस्टम (New Technology Used In Data Management Of Rivers In Bihar) से विभाग के अधिकारी किसी भी समय कहीं से भी नदियों और तटबंधों से संबंधित रीयल टाइम डेटा साथ उपलब्ध प्राप्त करने में सक्षम होंगे.

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जल संसाधन विभाग के मंत्री संजय कुमार झा (Minister Sanjay Kumar Jha) ने बताया कि राज्य में तटबंधों और नदियों से संबंधित आंकड़ों के बेहतर प्रबंधन के लिए एक नया सिस्टम विकसित किया है. इसे 'बिहार इम्बैंकमेंट एसेट मैनेजमेंट सिस्टम' (बीम्स) नाम दिया गया है. इस नये सिस्टम के संबंध में अधिकारियों एवं अभियंताओं को प्रशिक्षण भी दिया गया है.

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नई तकनीक का इस्तेमालः संजय झा ने कहा कि जल संसधन विभाग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बाढ़ प्रबंधन के कार्य को अधिक प्रभावी बनाने के लिए निरंतर नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. यह सिस्टम बाढ़ प्रबंधन सुधार सहायता केंद्र ने तैयार किया है. इसमें नदियों के गुणों और तटबंधों की स्थिति से संबंधित आंकड़ों, विभाग की परिसंपत्तियों की जानकारी, नदियों के बदलते व्यवहार से जुड़े तथ्य, बाढ़ से सुरक्षा की योजनाओं की निगरानी, विभिन्न स्टोर में उपलब्ध मैटेरियल और योजनाओं के टेंडर से संबंधित जानकारी इत्यादि एक साथ उपलब्ध होगी.

बाढ़ के प्रबंधन में होगा मददगार साबितः तकनीक आधारित इस नये सिस्टम से विभाग के अधिकारी किसी भी समय कहीं से भी नदियों और तटबंधों से संबंधित रीयल टाइम डेटा साथ उपलब्ध प्राप्त करने में सक्षम होंगे. संभावना जताई जा रही है कि सिस्टम का उपयोग वर्ष 2022 की संभावित बाढ़ के प्रबंधन में मददगार साबित होगा.

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