पटना: इस साल बिहार में बारिश ने भीषण तबाही मचा रखी है. बाढ़ (Flood) से करोड़ों का नुकसान हुआ है. 26 जिले के 37 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित (People Affected by Flood) हुए हैं. वहीं, नेपाल के कैचमेंट में लगातार हो रही बारिश के कारण उत्तर बिहार के कई इलाकों में एक बार फिर से बाढ़ की स्थिति बन रही है. बारिश की स्थिति को देखते हुए जल संसाधन मंत्री संजय झा (Water Resources Minister Sanjay Jha) ने कहा है कि तटबंध पर फिलहाल कोई खतरा नहीं है.
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जल संसाधन मंत्री ने बताया कि गंडक नदी (Gandak River) में शुक्रवार की सुबह 4 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है. हालांकि तटबंध पर फिलहाल कोई खतरा नहीं है. ऐसी स्थिति नहीं है कि तटबंध टूट जाएगा. विभाग के अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए हैं.
'सभी को पता है कि इस बार जून से ही बारिश हो रही है. जून में ही गंडक नदी में पानी लबालब हो गया. शुक्रवार को गंडक में 4 लाख से ज्यादा क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इसके साथ ही गंडक, कमला और बागमती नदी में भी पानी बढ़ा है. अभी तक ऐसी स्थिति नहीं आई है कि बांध टूट जाए. आपदा विभाग की टीम अलर्ट हैं.' -संजय झा, मंत्री, जल संसाधन
इस वर्ष गंगा नदी भी काफी लंबे समय तक उफान पर रही. वहीं, गंडक और अन्य नदियों में एक बार फिर से जलस्तर बढ़ रहा है. गंगा के जलस्तर में भी वृद्धि होने की आशंका है. गंगा के जलस्तर ने इस बार 2016 का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
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