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बाढ़ प्रभावित इलाकों में तेजी से हो रहा क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मती का काम: ग्रामीण कार्य मंत्री

बिहार में बाढ़ (Flood) से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है. ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री जयंत राज (Minsiter Jayant Raj) ने कहा है कि बाढ़ से ग्रामीण सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई है. जिनकी मरम्मती का कार्य तेजी से किया जा रहा है. पढ़ें रिपोर्ट..

पटना
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Published : Sep 15, 2021, 5:54 PM IST

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने बिहार में बाढ़ से हुए नुकसान (Flood Damage) का जायजा लेने के लिए जिले के प्रभारी मंत्रियों को निर्देश दिया है. जिसके बाद प्रभारी मंत्री बाढ़ प्रभावित इलाकों में नुकसान का जायजा ले रहे हैं. बिहार में बाढ़ प्रभावित जिलों में बड़ी संख्या में सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं.

ये भी पढ़ें- मंत्रियों को CM का निर्देश- 'जाइए.. बाढ़ से नुकसान की समीक्षा कीजिए, एक भी चीज छूटे नहीं'

ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री जयंत राज (Minsiter Jayant Raj) ने कहा है कि 3000 किलोमीटर से ज्यादा ग्रामीण सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं. जिसको बनाने की कवायद विभाग ने शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर वो प्रतिदिन विभागीय बैठक कर रहे हैं और जहां जहां पानी कम हो रहा है, सड़कों की मरम्मती का कार्य तेजी से किया जा रहा है. सड़कों को कम समय में मोटेरेबल बनाने का प्रयास जारी है. कई जगहों पर विभाग ने तत्काल सड़कों की मरम्मती का काम शुरू भी कर दिया है.

देखें रिपोर्ट

''फिलहाल विभाग द्वारा 1100 छोटी और बड़ी सड़कों पर मरम्मती का कार्य जारी है और जितना जल्द हो सकेगा विभाग बाढ़ प्रभावित जिलों में सड़कों को मरम्मत कर लेगा, जिससे लोगों को आवागमन में कोई दिक्कत नहीं होगी.''- जयंत राज मंत्री, ग्रामीण कार्य विभाग, बिहार सरकार

ये भी पढ़ें- सहरसा में नीतीश के मंत्री का विरोध, बोले जीवेश मिश्रा- बाढ़ सहायता राशि पर पीड़ितों का अधिकार, नहीं होने देंगे अन्याय

ग्रामीण कार्यमंत्री जयंत राज से जब पूछा गया कि आपके पार्टी के ही नेता कहते हैं कि राज्य में अफसरशाही है, उसको किस तरह देखते है. इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा हमको नहीं दिख रहा है. जनता दरबार हमलोग लगाते हैं, ऐसा अगर मामला आता है तो उसकी सुनवाई भी होती है. मुख्यमंत्री खुद सब कुछ देख रहे हैं, यहां किसी भी तरह की अफसरशाही वाली बात नहीं है.

बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जनता दरबार (Janta Darbar) के बाद कहा था कि अभी सितंबर में भी लोगों को बाढ़ से अलर्ट रहने की जरूरत है. हमने बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है. दरअसल, नीतीश सरकार ने आपदा से निपटने को लेकर मंत्रियों को जिला प्रभारी बनाया है. सभी प्रभारी मंत्री अपने-अपने प्रभार वाले जिले में भ्रमण कर वहां के आपदा की स्थिति का जायजा लेंगे. साथ ही जिलों की समीक्षा के बाद जो स्थिति वो पाएंगे उस पर सरकार को रिपोर्ट करेंगे.

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने बिहार में बाढ़ से हुए नुकसान (Flood Damage) का जायजा लेने के लिए जिले के प्रभारी मंत्रियों को निर्देश दिया है. जिसके बाद प्रभारी मंत्री बाढ़ प्रभावित इलाकों में नुकसान का जायजा ले रहे हैं. बिहार में बाढ़ प्रभावित जिलों में बड़ी संख्या में सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं.

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ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री जयंत राज (Minsiter Jayant Raj) ने कहा है कि 3000 किलोमीटर से ज्यादा ग्रामीण सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं. जिसको बनाने की कवायद विभाग ने शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर वो प्रतिदिन विभागीय बैठक कर रहे हैं और जहां जहां पानी कम हो रहा है, सड़कों की मरम्मती का कार्य तेजी से किया जा रहा है. सड़कों को कम समय में मोटेरेबल बनाने का प्रयास जारी है. कई जगहों पर विभाग ने तत्काल सड़कों की मरम्मती का काम शुरू भी कर दिया है.

देखें रिपोर्ट

''फिलहाल विभाग द्वारा 1100 छोटी और बड़ी सड़कों पर मरम्मती का कार्य जारी है और जितना जल्द हो सकेगा विभाग बाढ़ प्रभावित जिलों में सड़कों को मरम्मत कर लेगा, जिससे लोगों को आवागमन में कोई दिक्कत नहीं होगी.''- जयंत राज मंत्री, ग्रामीण कार्य विभाग, बिहार सरकार

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ग्रामीण कार्यमंत्री जयंत राज से जब पूछा गया कि आपके पार्टी के ही नेता कहते हैं कि राज्य में अफसरशाही है, उसको किस तरह देखते है. इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा हमको नहीं दिख रहा है. जनता दरबार हमलोग लगाते हैं, ऐसा अगर मामला आता है तो उसकी सुनवाई भी होती है. मुख्यमंत्री खुद सब कुछ देख रहे हैं, यहां किसी भी तरह की अफसरशाही वाली बात नहीं है.

बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जनता दरबार (Janta Darbar) के बाद कहा था कि अभी सितंबर में भी लोगों को बाढ़ से अलर्ट रहने की जरूरत है. हमने बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है. दरअसल, नीतीश सरकार ने आपदा से निपटने को लेकर मंत्रियों को जिला प्रभारी बनाया है. सभी प्रभारी मंत्री अपने-अपने प्रभार वाले जिले में भ्रमण कर वहां के आपदा की स्थिति का जायजा लेंगे. साथ ही जिलों की समीक्षा के बाद जो स्थिति वो पाएंगे उस पर सरकार को रिपोर्ट करेंगे.

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