पटना: बिहार में एक बार फिर आरक्षण की सियासत तेज होने लगी है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) जातीय जनगणना (Cast Census) और मंडल कमीशन (Mandal Commission) की रिपोर्ट को लागू कराने को लेकर आंदोलन कर रहा है. शनिवार को पार्टी ने राज्यव्यापी धरना भी दिया. वहीं, सत्ताधारी दलों ने आरजेडी पर इन मुद्दों को लेकर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया है.
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बीजेपी नेता बिहार सरकार के खनन मंत्री जनक राम (Mining Minister Janak Ram) ने कहा है कि आरजेडी को आरक्षण या दलित हितों को लेकर आंदोलन करने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि जब पार्टी सरकार में थी, तब तो उन्हें दलितों की याद नहीं आई. अब जब जनता ने उन्हें विपक्ष में बिठा दिया है, तब उन्हें जातीय जनगणना और आरक्षण की याद आ रही है.
जनक राम ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) पर निशाना साधते हुए कहा कि वे इन मुद्दों को लेकर अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं. जबकि उन्हें अपने माता-पिता से पूछना चाहिए कि अपने शासनकाल में उन्होंने दलितों का कितना भला किया था.
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मंत्री ने कहा कि सच तो ये है कि आरजेडी ने न तो दलितों-पिछड़ों का और न ही अपनी ही जाति के लोगों के लिए कुछ किया, उन्होंने तो सिर्फ अपने घर परिवार और रिश्तेदारों का ही विकास किया. लिहाजा उन्हें आरक्षण या जातीय जनगणना पर बोलने का हक नहीं है.
"बड़ी हास्यास्पद है कि आरजेडी के युवराज आज रोड पर उतरकर भोली-भाली जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष दलितों और जातीय जनगणना के नाम पर राजनीति करने से बाज आएं"- जनक राम, खनन मंत्री, बिहार