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जहरीली शराब मौत मामला: सिस्टम पर सवाल उठते ही भड़के मंत्री ने दाग दिया सवाल

सारण में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. जदयू नेता और राज्य सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि लोकल थाने के लोगों की इसमें संलिप्तता होगी तो उन सब पर भी कार्रवाई की जाएगी. शराबबंदी को लेकर सिस्टम पर सवाल उठाने पर मंत्री भड़क गए.

भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी
भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी
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Published : Aug 5, 2022, 4:03 PM IST

Updated : Aug 5, 2022, 4:17 PM IST

पटना : सारण में जहरीली शराब से मौत पर जदयू नेता और राज्य सरकार के मंत्री अशोक चौधरी (Minister Ashok Choudhary) ने कहा कि जब बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) है ,उसके बावजूद देसी शराब बनाने जैसे गैर कानूनी काम में जिन लोगों की संलिप्तता होती है, वैसे लोगों पर सरकार कड़ी कार्रवाई करती है. उन्होंने कहा कि सारण में घटनास्थल पर डीएम और एसपी खुद गए हैं. स्थानीय थाने के लोगों की इसमें संलिप्तता होगी तो उन सब पर भी कार्रवाई होगी. जिनके क्षेत्र में घटना हुई है उन सब पर कार्रवाई होगी. मंत्री ने कहा कि बहुत सारे लोग हैं जो नहीं चाहते हैं कि शराबबंदी सफल हो, मत भिन्नता तो है ही.

ये भी पढ़ें :- सारण जहरीली शराबकांड में अब तक 11 की मौत, जांच में मिला मेथनॉल पॉइजन

सरकार अपनी तरफ से कर रही काम :जहरीली शराब से लगातार हो रही मौत पर सिस्टम पर सवाल उठाने पर जदयू मंत्री भड़क गए और कहा कि अजीब सवाल उठाते हैं. सवाल किया - दहेज प्रथा का एक्ट कब बना? बलात्कार का एक्ट कब बना? आर्म्स एक्ट कब का बना हुआ है? उसी तरह शराबबंदी एक्ट है. अशोक चौधरी ने कहा कि जिनको संविधान पर भरोसा नहीं है, गैरकानूनी काम करना चाहते हैं, कम समय में पैसा कमाना चाहते हैं, उनके लिए क्या किया जा सकता है ? सरकार तो अपनी तरफ से काम कर रही है. इतनी तैयारी के बाद भी लगातार हो रही घटनाओं से सरकार की चुनौती बढ़ी है?

गैर कानूनी काम करने वालों से निपटना चुनौतीपूर्ण: इस सवाल पर अशोक चौधरी ने कहा कि किसी भी कानून को लागू कराना चुनौती तो है ही. आर्म्स एक्ट लागू करना चुनौती नहीं है क्या? लोग जानते हुए भी गैरकानूनी तरीके से आर्म्स की फैक्ट्री खोले हुए हैं. ये जुर्म है मालूम होने के बाद भी लोग चोरी, डकैती, लूटपाट कर रहे हैं. साइबर क्राइम कर रहे हैं दूसरे के खाते से राशि निकाल रहे हैं जबकि उन्हें पता है कि ये गलत है. गैर कानूनी काम करने वालों से निपटना सरकार के लिए चुनौती तो है ही. अशोक चौधरी ने कहा कि इतनी बड़ी घटना हो गई और थाने को पता नहीं चला यह मामला तो है ही. बिना उनकी संलिप्तता के कैसे इतने बड़े पैमाने पर शराब का निर्माण हो रहा था. या तो उनकी संलिप्तता होगी या फिर नजरअंदाज कर रहे होंगे.

2016 से बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. पूर्ण शराबबंदी होने के बावजूद जहरीली शराब से मौत का सिलसिला रुक नहीं रहा है. सरकार की तरफ से शराबबंदी कानून को सफल बनाने के लिए ड्रोन से लेकर हेलीकॉप्टर तक की मदद ली जा रही है, लेकिन उसके बावजूद लोग धड़ल्ले से देसी शराब बना रहे हैं और लोगों की जान जा रही है.

ये भी पढ़ें :- 'शराब से 7 की मौत.. 25 की आंखें गई' : छपरा में परिजन बोले- 'रातभर खूब दारू पिया..'

पटना : सारण में जहरीली शराब से मौत पर जदयू नेता और राज्य सरकार के मंत्री अशोक चौधरी (Minister Ashok Choudhary) ने कहा कि जब बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) है ,उसके बावजूद देसी शराब बनाने जैसे गैर कानूनी काम में जिन लोगों की संलिप्तता होती है, वैसे लोगों पर सरकार कड़ी कार्रवाई करती है. उन्होंने कहा कि सारण में घटनास्थल पर डीएम और एसपी खुद गए हैं. स्थानीय थाने के लोगों की इसमें संलिप्तता होगी तो उन सब पर भी कार्रवाई होगी. जिनके क्षेत्र में घटना हुई है उन सब पर कार्रवाई होगी. मंत्री ने कहा कि बहुत सारे लोग हैं जो नहीं चाहते हैं कि शराबबंदी सफल हो, मत भिन्नता तो है ही.

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सरकार अपनी तरफ से कर रही काम :जहरीली शराब से लगातार हो रही मौत पर सिस्टम पर सवाल उठाने पर जदयू मंत्री भड़क गए और कहा कि अजीब सवाल उठाते हैं. सवाल किया - दहेज प्रथा का एक्ट कब बना? बलात्कार का एक्ट कब बना? आर्म्स एक्ट कब का बना हुआ है? उसी तरह शराबबंदी एक्ट है. अशोक चौधरी ने कहा कि जिनको संविधान पर भरोसा नहीं है, गैरकानूनी काम करना चाहते हैं, कम समय में पैसा कमाना चाहते हैं, उनके लिए क्या किया जा सकता है ? सरकार तो अपनी तरफ से काम कर रही है. इतनी तैयारी के बाद भी लगातार हो रही घटनाओं से सरकार की चुनौती बढ़ी है?

गैर कानूनी काम करने वालों से निपटना चुनौतीपूर्ण: इस सवाल पर अशोक चौधरी ने कहा कि किसी भी कानून को लागू कराना चुनौती तो है ही. आर्म्स एक्ट लागू करना चुनौती नहीं है क्या? लोग जानते हुए भी गैरकानूनी तरीके से आर्म्स की फैक्ट्री खोले हुए हैं. ये जुर्म है मालूम होने के बाद भी लोग चोरी, डकैती, लूटपाट कर रहे हैं. साइबर क्राइम कर रहे हैं दूसरे के खाते से राशि निकाल रहे हैं जबकि उन्हें पता है कि ये गलत है. गैर कानूनी काम करने वालों से निपटना सरकार के लिए चुनौती तो है ही. अशोक चौधरी ने कहा कि इतनी बड़ी घटना हो गई और थाने को पता नहीं चला यह मामला तो है ही. बिना उनकी संलिप्तता के कैसे इतने बड़े पैमाने पर शराब का निर्माण हो रहा था. या तो उनकी संलिप्तता होगी या फिर नजरअंदाज कर रहे होंगे.

2016 से बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. पूर्ण शराबबंदी होने के बावजूद जहरीली शराब से मौत का सिलसिला रुक नहीं रहा है. सरकार की तरफ से शराबबंदी कानून को सफल बनाने के लिए ड्रोन से लेकर हेलीकॉप्टर तक की मदद ली जा रही है, लेकिन उसके बावजूद लोग धड़ल्ले से देसी शराब बना रहे हैं और लोगों की जान जा रही है.

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Last Updated : Aug 5, 2022, 4:17 PM IST
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