पटना: कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के बीच 25 मई से रोहिणी नक्षत्र (Rohini Nakshatra) की शुरुआत हो चुकी है. इस दिन से ही किसान धान रोपाई को लेकर अपने खेतों में बिचड़ा डालना शुरू कर देते हैं. खरीफ की फसल सही समय पर लग सके, इसके लिए सरकार ने भी किसानों को धान का बीज वितरण का कार्य शुरू कर दिया है.
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धान का बिचड़ा देगी सरकार
किसानों को खेत में पानी सही समय पर और धान का बीज उत्तम मिले. इसके लिए कृषि विभाग ने धान के बीज का ऑनलाइन माध्यम से होम डिलीवरी शुरू की है.
'सुखाड़ या पानी की वजह से इस बार यदि किसानों का धान का बिचड़ा बर्बाद हो जाता है तो सरकार अपने फार्म हाउस से उन्हें धान का बिचड़ा देगी, इसकी भी तैयारी हम लोगों की तरफ से हो गई है.'- अमरेंद्र प्रताप सिंह, कृषि मंत्री
ऑनलाइन दिया जा रहा बीज
संक्रमण काल के दौरान किसानों को किसी भी चीज की कोई परेशानी ना हो, इसके लिए सरकार ने पूरी व्यवस्था की है. किसानों को ऑनलाइन बीज भी उपलब्ध करवाया जा रहा है.
मिले 1.50 लाख आवेदन
धान के बीज को लेकर किसानों के ऑनलाइन के माध्यम से 1.50 लाख आवेदन आए हैं. जिनमें से 65 हजार से अधिक किसानों को बीज उपलब्ध कराया गया है. सरकार की ओर से तेजी से धान के बीज की सप्लाई की जा रही है.
'नहीं होगी खाद की कालाबाजारी'
किसानों को खेतों में डालने के लिए खाद भी सही समय पर दिये जाने की योजना है. सरकार की कोशिश होगी कि इस बार भी खाद की कोई कलाबाजारी न हो. धान की बीज किसानों को उपलब्ध हो जाए इसके लिए प्रत्येक जिले में तकरीबन 1600 से 1800 क्विंटल बीज भेजा गया है.
'बिहार के कृषि वैज्ञानिकों ने धान की बीज की वैराइटी पर भी शोध किये हैं. नयी-नयी वैरायटी के धान के बीज भी किसानों को दिए जा रहे हैं. जलवायु के अनुकूल खेती की जा सके. सरकार इसको बढ़ावा दे रही है.'- अमरेंद्र प्रताप सिंह, कृषि मंत्री
सरकार ने की तैयारी
किसानों के खेतों तक पानी बिजली पहुंच सके, इसके लिए भी सरकार की तरफ से तैयारी की गई है. बता दें कि बिहार सरकार ने इस बार राज्य में 1 करोड़ मैट्रिक टन धान उपज का लक्ष्य रखा है.