पटना: राजधानी में रेलवे स्टेशनों पर हरियाली के लिए लाखों रुपये खर्च किये जाते हैं लेकिन बाद में उसे देखने वाला भी कोई नहीं होता है. और यह यूं ही नहीं का जा रहा है कि पटना से लेकर राजेंद्र नगर टर्मिनल तक की लाखों रुपये के पेड़-पौधे सूख गए और कोई यह बताने को तैयार नहीं है कि ऐसा क्यों हुआ.
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लाखों रुपये खर्च कर रेलवे परिसर से लेकर प्लेटफार्म पर तरह-तरह के पौधे लगाए गए थे. शुरुआती दौर में इसकी देखरेख काफी अच्छे ढंग से हुई. सुबह हर दिन पानी डालना, मिट्टी की खुदाई करना इन सब को लेकर रेलवे प्रशासन सजग था. लेकिन धीरे-धीरे अधिकारी के लेकर कर्मचारी तक की नजर फूल- पौधों की तरफ से हट गया. जिसका नतीजा यह हुआ कि आज लाखों फूल सूख गए. देखरेख के अभाव में लाखों रुपए की नुकसान के साथ-साथ रेलवे का जो सपना था कि स्टेशन परिसर को हरा-भरा रखा जाए वह सपना चूर-चूर हो गया.
सूख गए फूल-पौधे
राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर प्लेटफार्म के किनारे एक कतार में प्लास्टिक के गमले में पौधे लगाए गए थे. जो अब सूख गया जिसके बाद से उसको हटा दिया गया. लेकिन रेलवे प्रशासन की तरफ से अब कोई पहल नहीं किया जा रहा. ताकि रेलवे परिसर हरा-भरा दिखे, इतना ही नहीं राजेंद्र नगर टर्मिनल के मुख्य द्वार पर हजारों की संख्या में तरह-तरह के रंग बिरंगे फूलों के पौधे लगे हुए थे. यात्री भी तरह-तरह के फूल- पौधे को देख खुश हो जाते थे. रेलवे स्टेशन को सुंदर और हरा भरा बनाने कि जो कवायद रेलवे प्रशासन ने की थी वह पूरी तरह से विफल हो रही है.
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2019 में राजेंद्र नगर टर्मिनल रेलवे स्टेशन देश के सबसे खूबसूरत 8 रेलवे स्टेशनों में शामिल किया गया था और उस वक्त राजेंद्र नगर टर्मिनल रेलवे स्टेशन पर जो हरियाली को लेकर इंतजाम किए गए थे वह प्रमुख वजह था. मगर जब साल 2021 में राजेंद्र नगर टर्मिनल रेलवे स्टेशन की तस्वीर देखते हैं तो यह तस्वीर पूरी तरह से बदली हुई नजर आती है. फूल पौधे पूरी तरह से सूख चुके हैं इसके अलावा स्टेशन भवन के दीवार के निचले हिस्से में जो ग्रेनाइट चिपकाया गया था वह अब काफी जगह से उखड़ चुके हैं. इसके अलावा स्टेशन भवन मे नई नई वायरिंग होने के कारण दीवाल में कई जगह से बड़े छेद नजर आ रहे हैं और दीवार कई जगह से टूट चुके हैं.