पटना: कोरोना संक्रमण को लेकर जारी लॉकडाउन के दौरान भारत के विभिन्न शहरों से भारी संख्या में प्रवासी बिहार लौटे. सरकार ने उन्हें अपने राज्य में काम देने का वादा किया. लेकिन, ये वादा झूठा साबित हो रहा है. अनलॉक होते ही मजदूर वापस अपने काम पर लौटने लगे हैं. पटना एयरपोर्ट पर यात्रियों की काफी भीड़ देखने को मिल रही है.
कोरोनाकाल में वापस काम पर जा रहे मजदूरों की मानें तो बिहार में उन्हें कोई काम नहीं मिल रहा है. ऐसे में वे मजबूरन वापस काम पर जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि कंपनियां उन्हें प्लेन का टिकट देकर वापस काम पर आने को कह रही हैं. जीवन-यापन करने के लिए वे संक्रमण के खतरे के बीच काम पर जा रहे हैं.
'यहां नहीं है कोई रोजगार'
मुम्बई जा रहे राजा ने बताया कि वे वहां एक बॉयलर में काम करते है. वे जिस कंपनी में हैं उस कंपनी ने उन्हें हवाई जहाज का टिकट दिया है. वहीं, सिवान से बेंगलौर जा रहे रतन ठाकुर का कहना है अगर बिहार में काम होता तो फिर बाहर क्यों जाते? यहां कुछ नहीं है. ऐसे में पलायन ही विकल्प है.
बढ़ रहा कोरोना संक्रमण का खतरा
बता दें कि बिहार में प्रवासियों के आगमन के बाद से कोरोना संक्रमण का खतरा काफी बढ़ गया है. कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 8381 पहुंच गया है. वहीं, अब तक कुल 56 लोगों की मौत हो गई है.