पटना : अमिताभ बच्चन और उनके पिता प्रख्यात कवि हरिवंश राय बच्चन का पटना से विशेष लगाव था. वह पटना आया जाया करते थे. साथ में अमिताभ बच्चन भी आते थे. जहां हरिवंश राय बच्चन आते थे. उस परिवार से उनका काफी गहरा संबंध था. इस संबंध की नाते पटना के परिवार के बच्चे अजिताभ बच्चन को 'बंटी भैया' कहते थे.
पटना के इस परिवार के यहां आते थे अमिताभ : आज हरिवंश राय बच्चन की 20वीं पुण्यतिथि है और इस मौके पर ईटीवी भारत ने उस परिवार को ढूंढा, जहां हरिवंश राय बच्चन और अमिताभ और अजिताभ बच्चन आया करते थे. परिवार था प्रफुल्ल चंद ओझा का. प्रफुल्ल चंद ओझा 'मुक्त' पटना सिटी के कचोरी गली में आरती मंदिर प्रेस चलाते थे. वहां से आरती पत्रिका निकलती थी. जिसमें उस समय के कवि और लेखक अपनी कविताएं और लेख लिखा करते थे और इस सिलसिले में हरिवंश राय बच्चन अपने पुत्र अमिताभ बच्चन के साथ पटना आते थे.
कई-कई दिनों तक पटना में रुकते थे महानायक : अभी ना तो आरती मंदिर प्रेस रहा और ना ही प्रफुल्ल चंद रहे. लेकिन प्रफुल्ल चंद के पुत्र आनंद वर्धन ओझा से ईटीवी भारत में खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने बताया कि अमिताभ बच्चन पटना आते थे तो कई दिनों तक यहां रुकते थे. उस दरमियां आनंद वर्धन ओझा अजिताभ बच्चन को बंटी भैया कहते है . बताते हैं कि अजिताभ बच्चन उस समय 13- 14 साल के थे. इनकी उम्र 4 से 5 साल हुआ थी. अजिताभ बच्चन अक्सर उन्हें छोटे भाई का स्नेह देते थे.
ओझा परिवार से हरिवंश राय बच्चन का था गहरा रिश्ता : आज भले हरिवंश राय बच्चन और प्रफुल्ल चंद्र ओझा इस दुनिया में नहीं है. लेकिन, अमिताभ बच्चन इस परिवार से संबंध निभा रहे हैं. कभी पटना सिटी के कचौड़ी गली में आरती मंदिर प्रेस हुआ करता था जहां हरिवंश राय बच्चन का आना जाना लगा रहता था.
" मैं बचपन से हरिवंश राय बच्चन को देखा हूं. अजिताभ बच्चन का नाम बंटी भैया है. हम बंटी भैया के नाम से ही उनको पुकारा करते हैं. हरिवंश राय बच्चन अपनी पत्नी के साथ बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को लेकर आए थे. अमिताभ बच्चन जब मेरे ननिहाल पटना सिटी कचौड़ी गली आए थे तो उस समय अमिताभ बच्चन की उम्र 13 से 14 वर्ष होगा और मेरी उम्र 4 से 5 वर्ष होगी. उस समय मैं बच्चन जी के साथ पूरा दिन बिताया था. अमिताभ बच्चन जी चिड़िया मारने वाला बंदूक और गुब्बारा वाला बतख लेकर घूमते थे उनके पीछे-पीछे मैं घूमता था." - आनंद वर्धन
पहली पत्नी का इलाज कराने हरिवंश राय आए थे पटना : आनंद वर्धन ओझा ने कहा कि आज भी पटना के वादियों में हरिवंश राय बच्चन अमिताभ बच्चन की यादें जुड़ी हुई है. हरिवंश राय बच्चन अपनी पहली पत्नी श्यामदेवी अमिताभ बच्चन की बड़ी मां को लेकर पटना आए थे. उसे समय उनकी तबीयत खराब थी तो पटना पीएमसीएच में उनको दिखाया गया था. हालांकि उसे समय उनकी तबीयत नाजुक थी इसलिए फिर यहां से पत्नी को लेकर चले गए थे. अमिताभ बच्चन के बड़ी मां श्यामा देवी को पिता जी इलाहाबाद वाली भाभी के नाम से बुलाते थे.
केबीसी मंच पर अमिताभ से मिले थे आनंद वर्धन :आनंद वर्धन ने कहा कि आरती मंदिर प्रेस से पहला आरती और बिजली दो पत्रिका निकाले थे. 1948 के पहले वह प्रेस बंद हो गया था. आज भी बच्चन जी का लिखा हुआ पत्र लगभग 137 पत्र आज भी सुरक्षित रखे हैं. बच्चन जी के अक्षर को सभी लोग नहीं पढ़ पाएंगे लेकिन मैं भाग्यशाली हूं कि मैं पढ़ पाता हूं. उन्होंने कहा कि पिता प्रफुल्लचंद्र की लिखी पुस्तक हरिवंश राय बच्चन के पुत्र अमिताभ बच्चन को हमने पुस्तक सौंपने का काम किया है .कौन बनेगा करोड़पति 2017 के सेट पर जाकर के हमने पुस्तक भेंट किया है.
तुरंत पहचान गए बंटी भैया : आनंद वर्धन ने कहा कि पुस्तक कहि न जाइ, का कहिए. को हम केबीसी के मंच पर अमिताभ बच्चन को दिया है. आनंद वर्धन ने एक कहानी साझा करते हुए कहा कि मैं एक बार मुंबई गया था. जहां पर हम काम करते थे. उसके मालिक के घर पर अजिताभ बच्चन आ गए फिर मैं पुकार का नाम बंटी भैया नाम से उनको पुकारा तो वह रुक गए. मुझे देख करके काफी खुश हुए और मुझे पहचान गए.
अमिताभ की तरह आनंद भी रखते हैं दाढ़ी : आनंद वर्धन ओझा ने कहा कि उनको पटना आने का निमंत्रण हम नहीं दे सकते. क्योंकि अब उनकी बिजी लाइफ हो गई है और मैं भी अब उतना सक्षम नहीं रह गया हूं. आनंद वर्धन भी फ्रेंच कट दाढ़ी रखते हैं अमिताभ बच्चन भी फ्रेंच दाढ़ी रखते हैं. हमने सवाल किया कि अमिताभ बच्चन को देखकर के दाढ़ी रखा है. उन्होंने कहा कि अमिताभ बच्चन लगभग 25 साल से फ्रेंच दाढ़ी रख रहे हैं. लेकिन मैं 32-35 सालों से दाढ़ी रख रहा हूं, लेकिन मैं इसकी चर्चा नहीं कर सकता हूं.
ये भी पढ़ें : हरिवंश राय बच्चन का बिहार से गहरा नाता, ऐसे मिली आत्मकथा 'क्या भूलूं क्या याद करूं' की प्रेरणा