पटना: भारत रत्न और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 84 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. उनकी निधन की खबर के बाद देशभर की राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई. बात बिहार की करें, तो प्रदेश प्रणब दा से जुड़ी कई यादों को प्रदेश संजोए बैठा है और आज उन्हें याद कर रहा है.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का बिहार के साथ विशेष लगाव था और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मधुर संबंध भी थे. इसी कारण बिहार में नीतीश कुमार ने जब भी कोई बड़ा कार्यक्रम किया, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को विशेष रूप से आमंत्रित किया. राष्ट्रपति के रूप में प्रणब मुखर्जी का 2012 से ही बिहार में आना शुरू हुआ और 2017 में तो 2 महीने में 3 बार बिहार आए.
राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार आए बिहार
3 अक्टूबर 2012 की वो तारीख, जब प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बाद बिहार दौरे पर आए. यहां उन्होंने द्वितीय कृषि रोडमैप 2012-17 लागू किया. राष्ट्रपति ने कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए अगले पांच वर्षों में 1.52 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने का प्रयास किया.
एशियन डेवलपमेंट रिसर्च सेंटर की सिल्वर जुबली
24 मार्च 2017 को पटना में एशियन डेवलपमेंट रिसर्च सेंटर की सिल्वर जुबली का मौका था. संस्थान ने अपने 25 साल पूरे कर लिये थे. इस अवसर पर आयोजित समारोह में भाग लेने तत्कालीन राष्ट्रपति राजधानी पटना पहुंचे.
प्रणब दा का दो दिवसीय दौरा
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दो दिवसीय दौरे पर 2 अप्रैल 2017 को फिर बिहार आए. उन्होंने भागलपुर में विक्रमशिला विश्वविद्यालय के खंडहर का भ्रमण किया. 3 अप्रैल को प्रणब मुखर्जी बांका स्थित गुरुधाम में पहुंचे और आश्रम के संतों से की मुलाकात.
इन मौकों पर आए बिहार
17 अप्रैल 2017 को पटना में चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया था. वहीं, 20 जनवरी 2019 पटना विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 38 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल प्रदान किया.