पटनाः राजधानी के पीएमसीएच में शनिवार को चतुर्थवर्गीय कर्मचारी की कमी को लेकर कर्मचारी यूनियन के अधिकारियों की बैठक हुई. इसमें कर्मचारियों की कमी के कारण आ रही परेशानियों पर चर्चा की गई. साथ ही जल्द बहाली के लिए आवाज उठाने का निर्णय लिया गया. बैठक की अध्यक्षता पीएमसीएच के गोप कर्मचारी यूनियन की अध्यक्षा केडी विद्यार्थी ने की.
1994 के बाद नहीं हुई नियुक्ति
बैठक के बारे में जानकारी देते हुए गोप कर्मचारी यूनियन के जनरल सेक्रेटरी कृष्ण नंदन सिंह ने बताया कि पीएमसीएच में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की घोर कमी है. 1994 के बाद कोई चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी की अस्पताल में नियुक्ति नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि 1987 से 1994 तक लगभग 350 चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की नियुक्ति हुई थी. जिनमें से कई अब रिटायर कर चुके हैं और अभी करीब ढाई सौ कर्मचारी अस्पताल में हैं.
900 पद सृजित
जनरल सेक्रेटरी कृष्ण नंदन सिंह ने कहा कि अस्पताल का विस्तार हो रहा है. ऐसे में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की कमी के कारण समस्याएं और बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा कि पीएमसीएच में लगभग 900 के करीब चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों के पद सृजित हैं. जिनमें अभी 400 से ज्यादा रिक्त हैं. उन्होंने बताया कि चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी में लगभग 10 प्रकार के कर्मी आते हैं.
करना पड़ रहा अव्यवस्था का सामना
कृष्ण नंदन सिंह ने बताया कि चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों की कमी के कारण ही अस्पताल को अव्यवस्था का सामना करना पड़ रहा है. एक कर्मी को दो-तीन जगह काम करना पड़ रहा है. परिचारिका श्रेणी के कर्मियों को इस कारण काफी समस्याएं हो रही है.