पटना: कोरोना काल में हो रहे बिहार विधानसभा चुनाव अब अपने चरम पर पहुंच गए हैं. चुनावी जनसभाओं में उमड़ रही भीड़ के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का मखौल उड़ाया जा रहा है. जनसभाओं में चुनाव आयोग की ओर से जारी कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है.
सोशल डिस्टेंसिंग का उड़ रहा मखौल
चुनावी रैली में सोशल डिस्टेंसिंग का मखौल उड़ाया जा रहा है. चुनाव आयोग की सख्त गाइडलाइन के बावजूद कोई भी दल उसका पालन करता नहीं दिख रहा है. प्रतिदिन कई जनसभाएं हो रहीं हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और बीजेपी के केंद्रीय मंत्री सहित वरिष्ठ नेताओं की कई रैली प्रतिदिन हो रही है, लेकिन अधिकांश रैलियों में जिस प्रकार से भीड़ दिख रही है कहीं से भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता नहीं दिख रहा है.
जदयू की सफाई
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है कि दूसरे दल के मुकाबले उनकी पार्टी ज्यादा एहतियात बरत रही है और विपक्षी दल इस मामले में पूरी तरह नजरअंदाज कर रहे हैं, यहां तक कि जब भी सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजर के साथ मास्क के उपयोग की बात की जाती है, तो विपक्षी दल तरह-तरह की दलीलें देते हैं, जहां तक जदयू की बात है तो हम लोग हमेशा कोशिश करते रहे हैं कि जो भी चुनावी सभा में आएं वह चुनाव आयोग की गाइडलाइन का पालन करें और आगे भी हम लोगों का पूरा प्रयास रहेगा.
नीतीश और तेजस्वी की सभा में सबसे ज्यादा भीड़
विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सभा में सबसे ज्यादा भीड़ नजर आ रही है. तेजस्वी यादव की सभाओं में भीड़ के कारण कई बार अफरा-तफरी की स्थिति भी पैदा हो रही है. चुनाव आयोग की तरफ से निर्देश तो जा रहा है, लेकिन अब तक कोई बड़ी कार्रवाई आयोग की ओर से होती नहीं दिख रही है. वहीं, आज से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी की सभा भी हो रही है, ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए चुनाव आयोग की गाइडलाइन का पालन करना एक बड़ी चुनौती सभी दल के लिए होगी.