पटना: एक तरफ कोरोना ने कहर बरपा रखा है. वहीं दूसरी ओर राजधानी पटना मे गंदगी का अंबार लगा हुआ है. इसी बीच पटना नगर निगम ने दोनों से मुक्ति दिलाने के लिए एक अनोखे अभियान की शुरूआत की है. इसके तरह पटना के लोग अपने घर से निकलने वाले प्लास्टिक के कचरे को नगर निगम मे जमा कर इसके बदले मास्क ले सकते हैं.
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पटना नगर निगम ने 8 सितंबर से ‘प्लास्टिक लाओ मास्क पाओ’ अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान के तहक शहरवासियों को प्लास्टिक के बदले मास्क दिया जा रहा है. मौर्या लोक कॉम्पलेक्स स्थित निगम मुख्यालय में काउंटर की व्यवस्था की गई है. जहां लोग प्लास्टक के कचरे (चिप्स पैकेट, थैले, बोतल आदि) देकर बदले में मास्क पा सकते हैं. इस अभियान की शुरुआत पटना नगर निगम के नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने एक काउंटर का उद्घाटन कर की.
इन सामग्रियों के बदले मिल रहा है मास्क
इस अभियान के अंतर्गत काउंटर पर प्रत्येक श्रेणी के प्लास्टिक कचरे की न्यूनतम संख्या/वजन और विनिमय दर तय की गई है. जिसके आधार पर मास्क दिया जाएगा. 20 चिप्स के पैकेट/15 प्लास्टिक थैलियां/10 प्लास्टिक बोतल/20 टूथब्रश एवं स्ट्रॉ/ 10 मिश्रित प्लास्टिक उत्पाद देने पर एक मास्क दिया जा रहा है. पटना नगर निगम 6-7 काउंटर की व्यवस्था की गई है. जहां लोग प्लास्टिक कचरा देकर ना सिर्फ मास्क प्राप्त कर सकेंगे बल्कि पर्यापरण को प्रदूषण मुक्त करने में महत्वपूर्ण योगदान देगें.
प्लास्टिक कूड़े से मिलेगी मुक्ति
इस अभियान के अंतर्गत संग्रहित शहर के घरों से निकल रहे प्लास्टिक के कचरे से निजात पाने के लिए निगम की तरफ से गर्दनीबाग स्थित स्वच्छता केंद्र में प्रोसेसिंग कर शीट अथवा गत्ते में तब्दील किया जाता है. प्लास्टिक शीट और गत्ते को रिसाइक्लिंग प्लांट्स भेजा जाता है ताकि उसे फिर से इस्तेमाल में लाए जा सके. स्वच्छता केंद्र में प्रतिदिन एक टन प्लास्टिक कचरे का निपटारा किया जाता है.
लोगों के बीच किया जा रहा प्रचार प्रसार
निगम प्रशासन ने बताया कि हर दिन 20 से 25 मास्क का वितरण किया जा रहा है. लोगो को जागरूक करने के लिए कचरे वाली गाड़ी के माध्यम से प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है. ताकी घरों से निकलने वाले प्लास्टिक के कचरे लोग इधर उधर न फेंके और निगम कार्यालय मे आकर जमा कर दे. निगम द्वारा उन्हें मिथिला पेंटिंग वाला मास्क उपलब्ध करा दिया जाता है.