मसौढ़ी: आगामी एक फरवरी को पेश होने वाले केंद्रीय बजट (Union Budget 2023) पर पूरे देश की निगाहें हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आम से लेकर खास को काफी उम्मीदें हैं. सबसे ज्यादा अपेक्षा देश के किसानों को है. बिहार के किसानों को सरकार से राहत की उम्मीद है. इनको लगता है कि बजट में ऐसा कुछ होगा, जिससे उनका आने वाला कल बेहतर होगा. साथ ही ये लोग चाहते हैं कि वित्त मंत्री ऐसा प्रावधान करें, जिससे पीएम किसान सम्मान निधि योजना की राशि में इजाफा हो.
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बजट से किसानों को काफी उमीदें: केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है. खुद प्रधानमंत्री भी बोल चुके हैं कि उनकी सरकार की प्राथमिकता है कि किसानों की आय दुगनी हो, ताकि वह भी ठीक से अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें. किसानों को लेकर सरकार की तरफ कई योजनाएं चलाई जा रही है. जिसमें केंद्र सरकार के द्वारा प्रतिवर्ष किसानों को 6000 रूपये किसान निधि सम्मान के रूप में दिया जा रहा है.
किसान सम्मान निधि की राशि बढ़ाने की मांग: खाद, बीज हो या पटवन की सुविधा के लिए बिजली हो या डीजल, सबपर किसानों को सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है. किसानों को इस बार उम्मीदें हैं कि किसान सम्मान निधि योजना की राशि को बढ़ाया जाए. इसके अलावा तिलहन मिशन को लेकर के सरकार कुछ करें. गांव में किसान खाद और कीटनाशक दवा को लेकर परेशान होते हैं. खाद की किल्लत से सबसे ज्यादा परेशान होते हैं. ब्लैक मार्केटिंग से लोगों को परेशानियां होती है. बिचौलियों से गुजरना पड़ता है.
खाद बीज की समस्या दूर होने की उम्मीदें: बजट में किसान कई तरह की उम्मीद लगा रहे हैं. मसौढ़ी प्रखंड के भैसवा पंचायत के जगपुरा गांव में किसान सीताराम सिंह, किसान अरविंद सिंह, सुबोध कुमार, सरंजीत कुमार, गिरिजेश कुमार, नारायण सिंह, इंद्रदेव प्रसाद समेत कई किसानों ने इस बार बजट पर काफी उम्मीदें लगाई है. किसान सरकार से पटवन, बिजली, डीजल समेत कई तरह की छोटी-मोटी समस्याओं को निजात पाने को लेकर उम्मीद जता रहे हैं.