पटना: कोरोना वायरस के कारण देशभर में लागू लॉकडाउन ने प्रवासी मजदूरों को पूरी तरह से मजबूर कर दिया है. हालात ऐसे हैं कि ये मजदूर अपने घर नहीं पहुंच पा रहे हैं. औरैया में शनिवार सुबह हुआ सड़क हादसा इसी का एक उदाहरण है.
कोरोना काल में किसी तरह अपने घर के लिए निकले 24 मजदूर औरैया में एक सड़क हादसे में मारे गए. इसके अलावा भी कई और हादसों में लोगों की जानें जा रही हैं. इतना सब होने के बावजूद सरकारें और प्रशासन लगभग बेसुध है.
लॉकडाउन में कई मजदूरों की हो चुकी है मौत
- गुजरात से औरंगाबाद जा रहे 1 मजदूर की वाहन की चपेट में आने से एनएच 2 पर कुदरा थाना के पास मौत
- 14 मई को ही एनएच 275 पर पर खड़े ट्रक में पीछे से पिकअप टकराने से कई लोग घायल
- 13 मई को कोलकाता से समस्तीपुर होते हुए पटना जा रही कार पेड़ से टकरा गई, जिसमें 3 लोग घायल
- 14 मई को पंजाब से बिहार के लिए पैदल चले 6 मजदूरों को तेज रफ्तार बस ने कुचल दिया.
- 13 मई को गोपालगंज में सिधवलिया के पास तेज रफ्तार ट्रक ने 2 मजदूरों को कुचल दिया.
- 16 मई को रोहतास के बिक्रमगंज में मुंबई के भिवंडी से ट्रक में सवार होकर आ रहे मजदूर सड़क हादसे का शिकार हो गए.
- दानापुर के शाहपुर सराय में 12 मई को बिहार पुलिस के एक दरोगा ओमप्रकाश की मौत हो गई.
कई राज्यों में बिहार के मजदूरों की मौत
लॉकडाउन के दौरान कुछ वाहनों को जब से चलाने की अनुमति मिली है. तब से यह किस स्पीड में सड़कों पर दौड़ रहे हैं. इसका पता नहीं है. एक तरफ दूसरे राज्यों से भूखे प्यासे और बेहाल मजदूर सड़क मार्ग से पैदल या किसी वाहन के जरिए जब अपने घर पहुंचने को बेताब हो रहे हैं, लेकिन इसी क्रम में कोई वाहन इन्हें रौंदता हुआ निकल जा रहा है. ये घटनाएं सिर्फ बिहार में नहीं बल्कि यूपी, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में हुई हैं, जिनमें कई बिहारी और अन्य राज्यों के मजदूर भी हताहत हुए हैं.
'पहले से बहुत ज्यादा बढ़ गई है गाड़ियों की रफ्तार'
पटना में भी नेशनल हाईवे पर गाड़ियों की रफ्तार काफी ज्यादा है. ईटीवी भारत संवाददाता ने हाईवे के समीप रहने वाले लोगों से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि गाड़ियों की रफ्तार पहले से बहुत ज्यादा बढ़ गई है. दिनभर मजदूरों का आना जाना लगा रहता है और इस दौरान दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है. कुछ दिन पहले पटना के एनएच 30 बाईपास पर एक ट्रक ने नियंत्रण खो दिया था, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी.
'बेतहासा होकर गाड़ी दौरा रहे हैं लोग'
ट्रक चालक भी मानते हैं कि सड़क खाली मिल रही है. इसलिए लोग वाहन तेज चला रहे हैं. पुलिसकर्मियों का कहना है कि कि एक तो सड़क खाली है और लंबे समय के बाद घर जाने का किसी को मौका मिल रहा है. तो वह बेताहासा गाड़ियां दौड़ा रहा है. इस दौरान सड़क पर पैदल चल रहे मजदूर हादसे के शिकार हो रहे है.
परिवहन विभाग के तमाम अधिकारी कर्मचारी और ट्रैफिक पुलिसकर्मी कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन की विशेष ड्यूटी कर रहे हैं. इस दौरान उनके पास राजस्व वसूली का भी जिम्मा है, लेकिन इस दौरान सड़क पर दौड़ती मौत से उनका ध्यान हट गया है. विशेष रूप से ओवरस्पीडिंग और ओवरलोडिंग की ओर किसी का ध्यान नहीं है. इस कारण वजह से दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं.