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लॉकडाउन से पटना नगर निगम की कई योजनाओं का काम रुका, स्मार्ट सिटी की रैंकिंग पर पड़ेगा असर

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Published : May 21, 2020, 9:02 PM IST

नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण लागू इस लॉकडाउन की वजह से निगम की कई योजनाएं ठप पड़ी हैं.

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पटना: कोरोना संक्रमण महामारी को लेकर देशभर में 24 मार्च के मध्य रात्री से लॉकडाउन लागू है. इसका असर पटना नगर निगम की कई योजनाओं पर पड़ा है. नगर निगम की जो भी योजना शहर में चल रही थी, वे सभी सीधे तौर पर आम लोगों से जुड़ी हुई थी, लेकिन लॉकडाउन की वजह से ये योजनाएं काफी बाधित हुई हैं.

अधर में लटका है तालाब के सौंदर्यीकरण का काम
मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्टो में से एक अदालतगंज तालाब के सौंदर्यीकरण का काम पटना नगर निगम की तरफ से स्मार्ट सिटी लिमिटेड कर रही थी. इस तालाब का मुख्य मकसद था कि शहर वासियों को शुद्ध वातावरण में रखा जाए और लोग सुबह-शाम इस जगह पर मॉर्निंग वॉक कर सकें. अदालतगंज तालाब के सौंदर्यीकरण का काम 9.84 करोड़ की लागत से मार्च 2019 में शुरू हुआ था और मार्च 2020 के आखिरी सप्ताह के अंत तक काम को पूरा कर लेना था.

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वेंडिंग जोन बनाने का कार्य हुआ प्रभावित

लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते 22 मार्च को जनता कर्फ्यू और 24 मार्च के मध्य रात्रि लॉकडाउन लागू हो गया था, जिसकी वजह से यह योजना अधर में लटकी हुई है. लॉकडाउन के बीच में सरकार ने कुछ योजनाओं को पूरा करने के लिए छूटे दे रखी है, लेकिन अभी भी काम को पूरा करने के लिए मजदूरों की कमी देखी जा रही है, जिसकी वजह से इस योजना को पूरा होने में अभी कुछ और समय लग सकता है.

स्मार्ट पार्किंग और वेंडिंग जोन के कामों पर पड़ा असर
वहीं, पटना नगर निगम की तरफ से हड़ताली मोड़ से राजापुर पुल तक स्मार्ट पार्किंग के साथ फुटपाथी दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन बनाने का कार्य भी एक योजना के तहत चल रहा था जो सीधे तौर पर आम लोगों से भी जुड़ा हुआ था. क्योंकि बोरिंग रोड एरिया में बहुत से कंपलेक्स और कई सारे सुपर मॉल्स हैं. खरीदारी करने आने वाले ग्राहक जब भी अपनी गाड़ी से इस एरिया में आते थे, तो काफी जाम लग जाता था. इसको ध्यान में रखकर नगर निगम ने इस एरिया को स्मार्ट बनाने के लिए स्मार्ट पार्किंग के साथ स्मार्ट वेंडिंग जोन बनाने का निर्णय लिया था.

पेश है रिपोर्ट

इसके लिए नगर निगम को सशक्त स्थाई समिति से मंजूरी भी मिली हुई है. यह योजना 13.74 करोड़ की लागत से बन रही है. इस योजना का काम मार्च 2019 में शुरू हुआ और इसे सितंबर 2019 में ही पूरा करना था लेकिन लेकिन यह योजना अभी भी अधर में लटकी हुई है.

सात निश्चय योजना का काम भी पड़ा है पेंडिंग
इसके साथ ही सात निश्चय योजना का काम भी पेंडिंग पड़ा हुआ है. इसमें हर घर नल-जल योजना, पक्की गली-नाली योजना आदि प्रमुख हैं. लेकिन लॉकडाउन के कारण इसका काम भी नहीं हो पाया है. अब तो बरसात भी नजदीक है. गली-गली नहीं रहने के कारण जल निकासी एक समस्या बन सकती है.

कैफटेरिया जोन बनाने का काम भी रुका
वहीं, वीर जनपथ पर नगर निगम की तरफ से 33.43 करोड़ की लागत से कैफटेरिया जोन बनाना था. इस योजना की शुरुआत फरवरी 2019 में शुरू हुई थी और मई 2020 तक पूरा करना था. काम शुरू भी हुआ, कुछ काम हुए भी, रोड के दोनों साइड नाली का निर्माण हो गया, लेकिन एन वक्त पर सरकार ने इस योजना को बंद कर दिया है. हमेशा पिछड़ा रहने वाला पटना नगर निगम लॉकडाउन के कारण और पीछे हो गया है. भारत में जब भी रैकिंग की बात होती है तो नगर निगम हमेशा फिसड्डी साबित होता है और जब इस बार रैकिंग आएगा तो ये और पीछे चला जाएगा.

पटना: कोरोना संक्रमण महामारी को लेकर देशभर में 24 मार्च के मध्य रात्री से लॉकडाउन लागू है. इसका असर पटना नगर निगम की कई योजनाओं पर पड़ा है. नगर निगम की जो भी योजना शहर में चल रही थी, वे सभी सीधे तौर पर आम लोगों से जुड़ी हुई थी, लेकिन लॉकडाउन की वजह से ये योजनाएं काफी बाधित हुई हैं.

अधर में लटका है तालाब के सौंदर्यीकरण का काम
मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्टो में से एक अदालतगंज तालाब के सौंदर्यीकरण का काम पटना नगर निगम की तरफ से स्मार्ट सिटी लिमिटेड कर रही थी. इस तालाब का मुख्य मकसद था कि शहर वासियों को शुद्ध वातावरण में रखा जाए और लोग सुबह-शाम इस जगह पर मॉर्निंग वॉक कर सकें. अदालतगंज तालाब के सौंदर्यीकरण का काम 9.84 करोड़ की लागत से मार्च 2019 में शुरू हुआ था और मार्च 2020 के आखिरी सप्ताह के अंत तक काम को पूरा कर लेना था.

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वेंडिंग जोन बनाने का कार्य हुआ प्रभावित

लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते 22 मार्च को जनता कर्फ्यू और 24 मार्च के मध्य रात्रि लॉकडाउन लागू हो गया था, जिसकी वजह से यह योजना अधर में लटकी हुई है. लॉकडाउन के बीच में सरकार ने कुछ योजनाओं को पूरा करने के लिए छूटे दे रखी है, लेकिन अभी भी काम को पूरा करने के लिए मजदूरों की कमी देखी जा रही है, जिसकी वजह से इस योजना को पूरा होने में अभी कुछ और समय लग सकता है.

स्मार्ट पार्किंग और वेंडिंग जोन के कामों पर पड़ा असर
वहीं, पटना नगर निगम की तरफ से हड़ताली मोड़ से राजापुर पुल तक स्मार्ट पार्किंग के साथ फुटपाथी दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन बनाने का कार्य भी एक योजना के तहत चल रहा था जो सीधे तौर पर आम लोगों से भी जुड़ा हुआ था. क्योंकि बोरिंग रोड एरिया में बहुत से कंपलेक्स और कई सारे सुपर मॉल्स हैं. खरीदारी करने आने वाले ग्राहक जब भी अपनी गाड़ी से इस एरिया में आते थे, तो काफी जाम लग जाता था. इसको ध्यान में रखकर नगर निगम ने इस एरिया को स्मार्ट बनाने के लिए स्मार्ट पार्किंग के साथ स्मार्ट वेंडिंग जोन बनाने का निर्णय लिया था.

पेश है रिपोर्ट

इसके लिए नगर निगम को सशक्त स्थाई समिति से मंजूरी भी मिली हुई है. यह योजना 13.74 करोड़ की लागत से बन रही है. इस योजना का काम मार्च 2019 में शुरू हुआ और इसे सितंबर 2019 में ही पूरा करना था लेकिन लेकिन यह योजना अभी भी अधर में लटकी हुई है.

सात निश्चय योजना का काम भी पड़ा है पेंडिंग
इसके साथ ही सात निश्चय योजना का काम भी पेंडिंग पड़ा हुआ है. इसमें हर घर नल-जल योजना, पक्की गली-नाली योजना आदि प्रमुख हैं. लेकिन लॉकडाउन के कारण इसका काम भी नहीं हो पाया है. अब तो बरसात भी नजदीक है. गली-गली नहीं रहने के कारण जल निकासी एक समस्या बन सकती है.

कैफटेरिया जोन बनाने का काम भी रुका
वहीं, वीर जनपथ पर नगर निगम की तरफ से 33.43 करोड़ की लागत से कैफटेरिया जोन बनाना था. इस योजना की शुरुआत फरवरी 2019 में शुरू हुई थी और मई 2020 तक पूरा करना था. काम शुरू भी हुआ, कुछ काम हुए भी, रोड के दोनों साइड नाली का निर्माण हो गया, लेकिन एन वक्त पर सरकार ने इस योजना को बंद कर दिया है. हमेशा पिछड़ा रहने वाला पटना नगर निगम लॉकडाउन के कारण और पीछे हो गया है. भारत में जब भी रैकिंग की बात होती है तो नगर निगम हमेशा फिसड्डी साबित होता है और जब इस बार रैकिंग आएगा तो ये और पीछे चला जाएगा.

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