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पटना: मंगल पांडेय ने गांधी सेतु के समानांतर बन रहे पुल का किया निरीक्षण

पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले नए पुल कार्य का निरीक्षण करने गाय घाट पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बताया कि इस पुल का निर्माण कार्य 2024 तक पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य रखा गया है.

पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय
पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय
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Published : Jan 27, 2021, 12:27 PM IST

पटना: जिले में आज पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडे ने महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बनने बाले पुल का निरीक्षण किया. बता दें कि यह पुल उत्तर और दक्षिण बिहार को बहुत ही आसानी से जोड़ेगी और जाम से निजात दिलाएगी.

अन्य अधिकारी भी उपस्थित
इस निरीक्षण के दौरान पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय के साथ पूर्व पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मेयर सीता साहू समेत पथ निर्माण विभाग के कई अधिकारी भी मौजूद रहे. मंत्री मंगल पांडेय पुल निर्माण कार्य मे लगे नक्शा देखकर अधिकारियों से जानकारी ली. वहीं पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि इस पुल निर्माण में करीब 1800 करोड़ रुपये की लागत आई है.

नक्शा देखकर जानकारी लेते हुए मंत्री.
नक्शा देखकर जानकारी लेते हुए मंत्री.

इसे भी पढ़ें: पटना में गांधी सेतु के समानांतर बन रहे पुल का निरीक्षण करेंगे मंत्री मंगल पांडेय

कई जिलों को जाम से झाम से मिलेगा निजात
इस पुल का निर्माण होने से पटना, वैशाली, सारण समेत कई जिले के लोगों को जाम से निजात मिलेगी. जहां पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि अगले 42 महीने में पुल निर्माण का कार्य पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है. योजना के मुताबिक मुख्य सेतु के साथ चार अंडरपास, एक रेल उपरगामी पुल, 1.58 मार्ग सेतु, फ्लाइओवर, चार छोटे पुल, पांच बस पड़ाव और 13 रोड जंक्शन का निर्माण किया जाना है.

कार्यों का जायजा लेते हुए मंगल पांडेय.
कार्यों का जायजा लेते हुए मंगल पांडेय.

करोड़ों की लागत से पुल का निर्माण
गांधी सेतु के समानांतर चार लेन में बनने वाले पुल की कुल लागत 2926.2 करोड़ है. इस पुल को 2024 में पूरा कर लेना है. पुल 5.63 किलोमीटर लंबा होगा, इसके साथ एप्रोच रोड की कुल लंबाई 14.50 किलोमीटर होगी. पुराने और नए प्रस्तावित पुल के बीच की दूरी 29 मीटर होगी. पुल में कुल 37 पाया बनाए जाएंगे और दोनों तरफ के एप्रोच पथ की लंबाई 8 लेन की जाएगी. इसमें चार लेन पुल का होगा और चार लेन नए पुल का होगा.

इसे भी पढ़ें: गया: प्रवासी मजदूर ले रहे मधुमक्खी पालन की ट्रेनिंग, काम की तलाश में नहीं जाना पड़ेगा बाहर

अधिग्रहण का काम हुआ है पूरा
गांधी सेतु के समानांतर पुल के लिए सबसे खास बात है कि जमीन अधिग्रहण का काम पहले ही पूरा हो चुका है. इस पुल के लिए 4.39 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है इसका अधिग्रहण हो चुका है. जिस एजेंसी को पुल बनाने की जिम्मेवारी मिलेगी, उसे 10 साल तक मेंटेनेंस भी करना होगा. गांधी सेतु के समानांतर पुल पर कई तरह की सुविधा भी होगी और इसका लाइफ 100 वर्ष तय किया गया है.

पटना: जिले में आज पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडे ने महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बनने बाले पुल का निरीक्षण किया. बता दें कि यह पुल उत्तर और दक्षिण बिहार को बहुत ही आसानी से जोड़ेगी और जाम से निजात दिलाएगी.

अन्य अधिकारी भी उपस्थित
इस निरीक्षण के दौरान पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय के साथ पूर्व पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मेयर सीता साहू समेत पथ निर्माण विभाग के कई अधिकारी भी मौजूद रहे. मंत्री मंगल पांडेय पुल निर्माण कार्य मे लगे नक्शा देखकर अधिकारियों से जानकारी ली. वहीं पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि इस पुल निर्माण में करीब 1800 करोड़ रुपये की लागत आई है.

नक्शा देखकर जानकारी लेते हुए मंत्री.
नक्शा देखकर जानकारी लेते हुए मंत्री.

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कई जिलों को जाम से झाम से मिलेगा निजात
इस पुल का निर्माण होने से पटना, वैशाली, सारण समेत कई जिले के लोगों को जाम से निजात मिलेगी. जहां पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि अगले 42 महीने में पुल निर्माण का कार्य पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है. योजना के मुताबिक मुख्य सेतु के साथ चार अंडरपास, एक रेल उपरगामी पुल, 1.58 मार्ग सेतु, फ्लाइओवर, चार छोटे पुल, पांच बस पड़ाव और 13 रोड जंक्शन का निर्माण किया जाना है.

कार्यों का जायजा लेते हुए मंगल पांडेय.
कार्यों का जायजा लेते हुए मंगल पांडेय.

करोड़ों की लागत से पुल का निर्माण
गांधी सेतु के समानांतर चार लेन में बनने वाले पुल की कुल लागत 2926.2 करोड़ है. इस पुल को 2024 में पूरा कर लेना है. पुल 5.63 किलोमीटर लंबा होगा, इसके साथ एप्रोच रोड की कुल लंबाई 14.50 किलोमीटर होगी. पुराने और नए प्रस्तावित पुल के बीच की दूरी 29 मीटर होगी. पुल में कुल 37 पाया बनाए जाएंगे और दोनों तरफ के एप्रोच पथ की लंबाई 8 लेन की जाएगी. इसमें चार लेन पुल का होगा और चार लेन नए पुल का होगा.

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अधिग्रहण का काम हुआ है पूरा
गांधी सेतु के समानांतर पुल के लिए सबसे खास बात है कि जमीन अधिग्रहण का काम पहले ही पूरा हो चुका है. इस पुल के लिए 4.39 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है इसका अधिग्रहण हो चुका है. जिस एजेंसी को पुल बनाने की जिम्मेवारी मिलेगी, उसे 10 साल तक मेंटेनेंस भी करना होगा. गांधी सेतु के समानांतर पुल पर कई तरह की सुविधा भी होगी और इसका लाइफ 100 वर्ष तय किया गया है.

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