पटना: राज्यपाल के अभिभाषण पर परिचर्चा और उसके बाद सरकार के जवाब के दौरान बिहार विधान परिषद में आज जमकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक हुई. चर्चा के बाद जब अभिभाषण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार की ओर से जवाब दे रहे थे, उस दौरान भी राजद सदस्यों ने टोका-टोकी की. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई. वहीं कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा की मांग पर मुख्यमंत्री ने भोजपुरी और मैथिली की पढ़ाई का आश्वासन भी दिया है.
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राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के बाद मंगलवार को विधान परिषद में मुख्यमंत्री ने सरकार का जवाब देते हुए सबसे पहले सदन के सदस्यों से मास्क लगाने की अपील की.
"कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. हम पूरी सावधानी बरत रहे हैं. लेकिन हम सबको खुद भी सजग और सतर्क रहने की जरूरत हैं. बिहार में अब तक 526000 लोगों को टीका लगाया जा चुका है"- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
मैथिली की पढ़ाई को लेकर सरकार गंभीर
क्राइम कंट्रोल को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि स्थितियां पहले से बेहतर हुई हैं और हम लगातार काम कर रहे हैं. इस बीच राजद नेता सुबोध कुमार की टोका-टोकी पर उन्होंने आपत्ति जताई है. सदन की समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैथिली की पढ़ाई को लेकर सरकार गंभीर है. सदन के अंदर भी प्रेमचंद मिश्र के मांग पर उन्होंने आश्वासन दिया कि हम मैथिली और भोजपुरी की पढ़ाई फिर से शुरू करने पर विचार करेंगे.
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छोटा-मोटा मजाक चलता रहता है..
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन के अंदर नोक-झोंक को लेकर कहा कि छोटा-मोटा मजाक चलता रहता है. यह कोई बड़ी बात नहीं है. वहीं शराबबंदी को लेकर सदन के अंदर नीतीश कुमार ने कांग्रेस नेताओं की मांग पर कहा कि कांग्रेस के सदस्यता फॉर्म पर भी शराबबंदी की अपील की गई है. फिर भी यह शराब बंदी कानून की समीक्षा की मांग कर रहे हैं, यह उचित नहीं है. हम सब ने शराबबंदी का प्रण लिया है और हम सबको इसका पालन करना होगा.