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कांग्रेस के 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने किया महमदपुर का दौरा, बतायी पूरी सच्चाई

मधुबनी नरसंहार का आरोपी पकड़ा गया है. महमदपुर गांव में होली के दिन हुआ खुनी खेल राजनीतिक रंग ले चुका है. इस घटना पर जातिवाद का रंग चढ़ाया जा रहा है. जबकि घटना तालाबों की बंदोबस्ती और मछली पालन को लेकर हुआ. पीड़ित परिवार से मिलकर लौटे नेताओं ने कई जानकारियां दीं.

कांग्रेस नेता
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Published : Apr 7, 2021, 8:36 PM IST

पटना: मधुबनी जिले के महमदपुर गांव में होली के दिन खूनी खेल खेला गया. देखते ही देखते मामला राजनीतिक रंग पकड़ने लगा, जिस पर जातिवाद का भी रंग जमकर चढ़ाया गया. मामले के 5 दिनों के बाद नेताओं का दौरा पीड़ित परिवार और महमदपुर गांव का होने लगा. राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस के 6 सदस्य दल महमदपुर गांव जाकर पीड़ितों से उनका हालचाल जाना और मामले की सच्चाई की पड़ताल की.

यह भी पढ़ें- मधुबनी हत्याकांड: मछली पकड़ने को लेकर शुरू हुआ था विवाद, पुलिस एक्शन लेती तो न होती घटना

'यह मामला किसी जाति विशेष का नहीं बल्कि वर्चस्व स्थापित करने का है. सिर्फ प्रवीण झा के पागलपन और वर्चस्व स्थापित करने का मामला है. पीड़ित परिवार के मुखिया सुरेंद्र सिंह बिहार रेजिमेंट से रिटायर्ड सिपाही हैं. वर्षों से उस इलाके में सरकारी तालाबों को किराए पर लेकर मछली पालन का काम करते हैं. लेकिन प्रवीण झा उनके व्यापार व्यवसाय में लगातार परेशानी उत्पन्न कर रहे थे. इस पूरे मामले की शुरुआत 17 नवंबर को सुरेंद्र सिंह के बड़े बेटे संजय सिंह के साथ मारपीट कर उनके पैर पर तेजधार हथियार से वार करने से हुआ. जिसमें 15 किलोमीटर दूर रहने वाले एक दलित परिवार के व्यक्ति से एससी-एसटी एक्ट के तहत उन पर मामला दर्ज कराया गया और आज भी संजय सिंह जेल में बंद है.' -अवधेश कुमार सिंह, वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री, कांग्रेस

देखें पूरी रिपोर्ट

स्थानीय लोगों ने बताया है कि प्रवीण झा बजरंग दल का समर्थक रहा है. विधायक विनोद नारायण झा का काफी करीबी है. घटना से 1 दिन पूर्व विनोद नारायण झा उसी गांव से सटे इलाके में बैठक करते हैं, इसके बाद इस तरह की घटना होती है. मैं मानता हूं कि यह लड़ाई जाति विशेष नहीं बल्कि सिर्फ तालाब के बंदोबस्ती और मछली पालन से जुड़ा है. लेकिन इसे सरकार में बैठे कुछ लोग जातीय रंग देकर मुख्य आरोपी को बचाना चाहते हैं.' -आनंद शंकर, कांग्रेस विधायक

'वहां के स्थानीय लोगों से जब अलग से बात की तो पता चला कि वहां जमीन के मामले में काफी वर्षों से वर्चस्व की लड़ाई चल रही है. मैंने सरकार से एसआईटी का गठन कर पूरे मामले की जांच कराने की मांग भी की है. सत्ता में बैठे एक नेता उस इलाके के कई सरकारी जमीन को कब्जा करने में लगातार लगे हुए हैं. जहां तक सुरेंद्र सिंह के परिवार का मामला है, तो वह जिस तालाब में मछली पालन करते थे, वहां गाहे-बगाहे प्रवीण झा और उसके लोग आकर मछली निकाल ले जाया करते थे.' -मनोज कुमार सिंह, कांग्रेस जांच दल के सदस्य एवं पूर्व विधायक

बतायी सच्चाई
ईटीवी भारत से खास बातचीत में पीड़ित परिवार और महमदपुर इलाके का दौरा कर लौटे कांग्रेस नेताओं ने मामले की सच्चाई बताई. बता दें कि बुधवार को प्रवीण झा सहित कई नामजद लोगों को नेपाल से गिरफ्तार कर लिया गया है. आगे क्या कुछ होगा यह वक्त ही बताएगा.

पटना: मधुबनी जिले के महमदपुर गांव में होली के दिन खूनी खेल खेला गया. देखते ही देखते मामला राजनीतिक रंग पकड़ने लगा, जिस पर जातिवाद का भी रंग जमकर चढ़ाया गया. मामले के 5 दिनों के बाद नेताओं का दौरा पीड़ित परिवार और महमदपुर गांव का होने लगा. राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस के 6 सदस्य दल महमदपुर गांव जाकर पीड़ितों से उनका हालचाल जाना और मामले की सच्चाई की पड़ताल की.

यह भी पढ़ें- मधुबनी हत्याकांड: मछली पकड़ने को लेकर शुरू हुआ था विवाद, पुलिस एक्शन लेती तो न होती घटना

'यह मामला किसी जाति विशेष का नहीं बल्कि वर्चस्व स्थापित करने का है. सिर्फ प्रवीण झा के पागलपन और वर्चस्व स्थापित करने का मामला है. पीड़ित परिवार के मुखिया सुरेंद्र सिंह बिहार रेजिमेंट से रिटायर्ड सिपाही हैं. वर्षों से उस इलाके में सरकारी तालाबों को किराए पर लेकर मछली पालन का काम करते हैं. लेकिन प्रवीण झा उनके व्यापार व्यवसाय में लगातार परेशानी उत्पन्न कर रहे थे. इस पूरे मामले की शुरुआत 17 नवंबर को सुरेंद्र सिंह के बड़े बेटे संजय सिंह के साथ मारपीट कर उनके पैर पर तेजधार हथियार से वार करने से हुआ. जिसमें 15 किलोमीटर दूर रहने वाले एक दलित परिवार के व्यक्ति से एससी-एसटी एक्ट के तहत उन पर मामला दर्ज कराया गया और आज भी संजय सिंह जेल में बंद है.' -अवधेश कुमार सिंह, वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री, कांग्रेस

देखें पूरी रिपोर्ट

स्थानीय लोगों ने बताया है कि प्रवीण झा बजरंग दल का समर्थक रहा है. विधायक विनोद नारायण झा का काफी करीबी है. घटना से 1 दिन पूर्व विनोद नारायण झा उसी गांव से सटे इलाके में बैठक करते हैं, इसके बाद इस तरह की घटना होती है. मैं मानता हूं कि यह लड़ाई जाति विशेष नहीं बल्कि सिर्फ तालाब के बंदोबस्ती और मछली पालन से जुड़ा है. लेकिन इसे सरकार में बैठे कुछ लोग जातीय रंग देकर मुख्य आरोपी को बचाना चाहते हैं.' -आनंद शंकर, कांग्रेस विधायक

'वहां के स्थानीय लोगों से जब अलग से बात की तो पता चला कि वहां जमीन के मामले में काफी वर्षों से वर्चस्व की लड़ाई चल रही है. मैंने सरकार से एसआईटी का गठन कर पूरे मामले की जांच कराने की मांग भी की है. सत्ता में बैठे एक नेता उस इलाके के कई सरकारी जमीन को कब्जा करने में लगातार लगे हुए हैं. जहां तक सुरेंद्र सिंह के परिवार का मामला है, तो वह जिस तालाब में मछली पालन करते थे, वहां गाहे-बगाहे प्रवीण झा और उसके लोग आकर मछली निकाल ले जाया करते थे.' -मनोज कुमार सिंह, कांग्रेस जांच दल के सदस्य एवं पूर्व विधायक

बतायी सच्चाई
ईटीवी भारत से खास बातचीत में पीड़ित परिवार और महमदपुर इलाके का दौरा कर लौटे कांग्रेस नेताओं ने मामले की सच्चाई बताई. बता दें कि बुधवार को प्रवीण झा सहित कई नामजद लोगों को नेपाल से गिरफ्तार कर लिया गया है. आगे क्या कुछ होगा यह वक्त ही बताएगा.

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