पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बंगले को लेकर चली लंबी लड़ाई पर भले ही सुप्रीमो कोर्ट के आदेश के बाद पूर्णविराम लग गया हो. लेकिन सरकार अब उन अधिकारियों पर कार्रवाई करने जा रही है, जो दोषी पाएं जाएंगे.
भवन निर्माण विभाग तेजस्वी यादव के बंगले पर साजो-सामान पर किये गए करोड़ों रूप की पड़ताल में जुट गया है. विभाग ने इसके लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया है. यह टीम आवास के अंदर पीएचडी, इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट सहित संबंधित विभाग से खर्च का ब्यौरा जुटा रही है. जिसके बाद आरोपी अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी.
मामले को पब्लिक डोमेन में लाना चाहते हैं-मंत्री
भवन निर्माण विभाग के मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि टीम दो से तीन दिनों में अपना रिपोर्ट सौंप देंगी. जिसके बाद दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू होगी. महेश्वर हजारी ने कहा कि नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली सरकार ना किसी को फंसाती है और ना ही बचाती है. इसलिए पद पर रहते हुए तेजस्वी यादव ने कैसे जनता के पैसों का दुरुपयोग किया है, इस मामले को पब्लिक डोमेन में लाना चाहते हैं.
बंगला को लेकर हो चुका है बवाल
गौरतलब है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के 5 देशरत्न मार्ग वाले बंगले को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने-सामने था. लड़ाई सड़क से लेकर सदन के रास्ते देश के सर्वोच्च न्यायालय में चली गई थी. जिसको लेकर खूब सियासत हुई थी.