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मांझी के बयान पर RLSP को एतराज, RJD और कांग्रेस ने कहा- तेजस्वी के सिर पर है उनका आशीर्वाद

जीतन राम मांझी के बयान के बाद महागठबंधन के नेताओं ने सफाई दी है कि मीडिया उनके बयान को नकारात्मक तरीके से ले रहा है. वहीं, आरएलएसपी ने मांझी के बयान पर एतराज जताया है.

तेजस्वी यादव
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Published : Sep 16, 2019, 9:03 PM IST

पटना: लोकसभा चुनाव में भले ही महागठबंधन के सारे नेताओं ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया हो. लेकिन अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में तेजस्वी के नेतृत्व को लेकर कुछ अलग दाल पकती दिख नहीं रही है. दरअसल, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने तेजस्वी को अनुभवहीन बताया है. उनके इस बयान के महागठबंधन के नेता अपनी राय रख रहे हैं.

कल तक तेजस्वी को नेता मानने वाले हम प्रमुख जीतन राम मांझी आखिर उनके अनुभवहीन क्यों बता रहे हैं. उनके इस बयान पर आरजेडी का कहना है कि मांझी अभिभावक हैं तेजस्वी को राह दिखाते हैं. कांग्रेस ने भी मांझी के बयान पर कहा महागठबंधन एकजुट है. किसी तरह का कोई भी दिक्कत नहीं है. वहीं आरएलएसपी के प्रदेश अध्यक्ष वृषण पटेल ने कहा कि बार-बार इस तरह का बयान मीडिया में देना महागठबंधन को कमजोर करने जैसा है. अगर किसी को कोई परेशानी है, तो आपस में मिलजुल कर बात कर लें. वही ज्यादा उचित होगा.

भाई वीरेंद्र, राजद विधायक
भाई वीरेंद्र, राजद विधायक

मांझी अभिभावक हैं- भाई वीरेंद्र
मांझी के बयान पर आरजेडी नेता ने कहा कि वो महागठबंधन में एक बुजुर्ग नेता हैं. उनके पास राजनीतिक अनुभव है और हम उनके अनुभव का लाभ लेंगे. आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि मीडिया जीतन राम मांझी की भाषा को नहीं समझ पा रही है. उनकी भाषा अलग होती है. तेजस्वी यादव जीतन राम मांझी के दिल में बसते हैं और वो महागठबंधन में सबसे बड़े नेता हैं.

क्या बोले महागठबंधन के नेता

वहीं, आरजेडी नेता विजय प्रकाश ने कहा कि तेजस्वी यादव हमेशा जीतन राम मांझी का सम्मान करते हैं और जीतन राम मांझी भी लोकसभा चुनाव में ही प्रण कर चुके हैं कि तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाकर वो राजनीति से संन्यास लेंगे. आरजेडी पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का बड़ा सम्मान करती है. हम लोग उनके राजनीति अनुभव को भी अध्ययन करते हैं और तेजस्वी के सिर पर मांझी ने अपने दोनों हाथों से आशीर्वाद दिया है.

राजद नेता
राजद नेता

कांग्रेस की प्रतिक्रिया...
मांझी के बयान पर कांग्रेस ने कहा कि महागठबंधन में किसी तरह का कोई कमजोरी नहीं है. राबड़ी देवी के आवास से महागठबंधन के सारे दलों की बैठक हुई थी. उसमें प्रखर होकर जीतन राम मांझी ने ही मीडिया के सामने अपनी बात को साझा किया था. लेकिन तेजस्वी यादव के नेतृत्व में अगुवाई की बात के सवाल पर कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि हर नेता की बोलने की अपनी अलग भाषा होती है. जीतन राम मांझी ने अपनी बात हो रखी है और महागठबंधन तो यही खासियत है कि हर नेता अपनी बात को बेबाक तरीके से रखता है.

mahagathbandan-leaders-react-to-statement-of-jitan-ram-manjhi
कांग्रेस प्रवक्ता

आरएलएसपी ने जताया एतराज
जीतनराम मांझी के इस बयान पर आरएलएसपी एतराज जताया है. आरएलएसपी के प्रदेश अध्यक्ष वृषण पटेल ने कहा कि उनकी अपनी समझ है लेकिन हमें लगता है कि जब हम लोग गठबंधन में हैं, तो इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए, जिससे महागठबंधन कमजोर हो. यदि लोगों को ऐसा बयान देना हो, तो बंद घर के अंदर महागठबंधन के सारे नेता मिल बैठकर आपस में बात कर लें. लेकिन इस तरह के बयान मीडिया में देना उचित नहीं देना चाहिए.

बहरहाल, विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में तेजस्वी के नेतृत्व को लेकर भले ही जीतन राम मांझी अनुभवहीन बताकर उन्हें खारिज कर देते हो. लेकिन महागठबंधन में और दल तेजस्वी के नेतृत्व पर चुप्पी साध लेते हैं. अब देखना है कि महागठबंधन अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ती है.

पटना: लोकसभा चुनाव में भले ही महागठबंधन के सारे नेताओं ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया हो. लेकिन अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में तेजस्वी के नेतृत्व को लेकर कुछ अलग दाल पकती दिख नहीं रही है. दरअसल, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने तेजस्वी को अनुभवहीन बताया है. उनके इस बयान के महागठबंधन के नेता अपनी राय रख रहे हैं.

कल तक तेजस्वी को नेता मानने वाले हम प्रमुख जीतन राम मांझी आखिर उनके अनुभवहीन क्यों बता रहे हैं. उनके इस बयान पर आरजेडी का कहना है कि मांझी अभिभावक हैं तेजस्वी को राह दिखाते हैं. कांग्रेस ने भी मांझी के बयान पर कहा महागठबंधन एकजुट है. किसी तरह का कोई भी दिक्कत नहीं है. वहीं आरएलएसपी के प्रदेश अध्यक्ष वृषण पटेल ने कहा कि बार-बार इस तरह का बयान मीडिया में देना महागठबंधन को कमजोर करने जैसा है. अगर किसी को कोई परेशानी है, तो आपस में मिलजुल कर बात कर लें. वही ज्यादा उचित होगा.

भाई वीरेंद्र, राजद विधायक
भाई वीरेंद्र, राजद विधायक

मांझी अभिभावक हैं- भाई वीरेंद्र
मांझी के बयान पर आरजेडी नेता ने कहा कि वो महागठबंधन में एक बुजुर्ग नेता हैं. उनके पास राजनीतिक अनुभव है और हम उनके अनुभव का लाभ लेंगे. आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि मीडिया जीतन राम मांझी की भाषा को नहीं समझ पा रही है. उनकी भाषा अलग होती है. तेजस्वी यादव जीतन राम मांझी के दिल में बसते हैं और वो महागठबंधन में सबसे बड़े नेता हैं.

क्या बोले महागठबंधन के नेता

वहीं, आरजेडी नेता विजय प्रकाश ने कहा कि तेजस्वी यादव हमेशा जीतन राम मांझी का सम्मान करते हैं और जीतन राम मांझी भी लोकसभा चुनाव में ही प्रण कर चुके हैं कि तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाकर वो राजनीति से संन्यास लेंगे. आरजेडी पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का बड़ा सम्मान करती है. हम लोग उनके राजनीति अनुभव को भी अध्ययन करते हैं और तेजस्वी के सिर पर मांझी ने अपने दोनों हाथों से आशीर्वाद दिया है.

राजद नेता
राजद नेता

कांग्रेस की प्रतिक्रिया...
मांझी के बयान पर कांग्रेस ने कहा कि महागठबंधन में किसी तरह का कोई कमजोरी नहीं है. राबड़ी देवी के आवास से महागठबंधन के सारे दलों की बैठक हुई थी. उसमें प्रखर होकर जीतन राम मांझी ने ही मीडिया के सामने अपनी बात को साझा किया था. लेकिन तेजस्वी यादव के नेतृत्व में अगुवाई की बात के सवाल पर कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि हर नेता की बोलने की अपनी अलग भाषा होती है. जीतन राम मांझी ने अपनी बात हो रखी है और महागठबंधन तो यही खासियत है कि हर नेता अपनी बात को बेबाक तरीके से रखता है.

mahagathbandan-leaders-react-to-statement-of-jitan-ram-manjhi
कांग्रेस प्रवक्ता

आरएलएसपी ने जताया एतराज
जीतनराम मांझी के इस बयान पर आरएलएसपी एतराज जताया है. आरएलएसपी के प्रदेश अध्यक्ष वृषण पटेल ने कहा कि उनकी अपनी समझ है लेकिन हमें लगता है कि जब हम लोग गठबंधन में हैं, तो इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए, जिससे महागठबंधन कमजोर हो. यदि लोगों को ऐसा बयान देना हो, तो बंद घर के अंदर महागठबंधन के सारे नेता मिल बैठकर आपस में बात कर लें. लेकिन इस तरह के बयान मीडिया में देना उचित नहीं देना चाहिए.

बहरहाल, विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में तेजस्वी के नेतृत्व को लेकर भले ही जीतन राम मांझी अनुभवहीन बताकर उन्हें खारिज कर देते हो. लेकिन महागठबंधन में और दल तेजस्वी के नेतृत्व पर चुप्पी साध लेते हैं. अब देखना है कि महागठबंधन अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ती है.

Intro:कल तक तेजस्वी को नेता मानने वाले मांझी आखिर उनके अनुभवहीन क्यों बताते हैं लेकिन मांझी के बयान पर आरजेडी का कहना है कि माझी अभिभावक है तेजस्वी को राह दिखाते हैं, कांग्रेस ने भी मांझी के बयान पर कहा महागठबंधन एकजुट है किसी तरह का कोई भी दिक्कत नही है वही आरएलएसपी के प्रदेश अध्यक्ष वृषण पटेल ने कहा कि बार-बार इस तरह का बयान मीडिया में देना महागठबंधन को कमजोर करने जैसा है अगर किसी को कोई परेशानी है तो आपस में मिलजुल कर बात कर ले वही ज्यादा उचित होगा---


Body:पटना---- लोकसभा चुनाव में भले ही महागठबंधन के सारे नेता तेजस्वी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया हो लेकिन अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव मैं भी तेजस्वी को लेकर अंदर खाने भले ही खिचड़ी पक रही हो लेकिन हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी तेजस्वी को नेता मान चुके हैं लेकिन उनके नेतृत्व पर रहरा के अनुभवहीन बताकर एक नया विवाद खड़ा कर देते हैं दिल्ली में तेजस्वी यादव के नेतृत्व के सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा था कि अभी उन में अनुभव की कमी है। माझी के इस बयान के बाद महागठबंधन के घटक दल ने अपनी राय रखते हुए कह रहे हैं कि महागठबंधन में किसी तरह का कोई दिक्कतें नहीं है लेकिन सवाल है कि मांझी आखिर बार-बार तेजस्वी यादव के नेतृत्व को अनुभवहीन क्यों बताते हैं इस पर आरजेडी ने कहा कि जीतन राम मांझी महागठबंधन में एक बुजुर्ग नेता है उनके पास राजनीतिक अनुभव है और हम उनके अनुभव का लाभ लेंगे आरजेडी नेता भाई बिरेंद्र ने कहा कि मीडिया जीतन राम मांझी के भाषा को नहीं समझ पा रही है उनकी भाषा अलग होती है तेजस्वी यादव जीतन राम मांझी के दिल में बसते हैं और वह भाग गठबंधन में सबसे बड़े नेता है इसलिए महागठबंधन में उनके बयान को लेकर कोई दिखते नहीं हो रही है वही आरजेडी नेता विजय प्रकाश ने कहा कि तेजस्वी यादव हमेशा जीतन राम मांझी का सम्मान करते हैं और जीतन राम मांझी भी लोकसभा चुनाव में ही प्राण कर चुके हैं कि तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाकर है राजनीति से संन्यास लेंगे और आरजेडी पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का बड़ा सम्मान करती है और हम लोग उनके राजनीति अनुभव को भी हम लोग अध्ययन करते हैं और तेजस्वी यादव के ऊपर जीतन राम मांझी का दोनों हाथ से आशीर्वाद मिला हुआ है।

वही पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बयान को लेकर कांग्रेस ने कहा कि महागठबंधन में किसी तरह का कोई कमजोरी नहीं है राबड़ी देवी के आवास से महागठबंधन के सारे दलों की बैठक हुई थी उसमें प्रखर होकर जीतन राम मांझी ने ही मीडिया के सामने अपनी बात को साझा किया था। लेकिन तेजस्वी यादव के नेतृत्व को लुगाई को बताने के सवाल पर कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि हर नेता की बोलने की अपनी अलग भाषा होती है। इसलिए जीतन राम मांझी ने अपनी बात हो रखी है और महागठबंधन तो यही खासियत है कि हर नेता अपनी बात को वेवाक तरीके से रखता है।
लेकिन जीता राम मांझी के इस बयान पर आरएलएसपी एतराज जताया है आरएलएसपी के प्रदेश अध्यक्ष वृषण पटेल ने कहा कि उनकी अपनी समझ है लेकिन हमें लगता है कि जब हम लोग गठबंधन में है तो इस तरह की बात नहीं देनी चाहिए जिससे महागठबंधन कमजोर हो। यदि हम लोगों को ऐसा बयान देना हो तो बंद घर के अंदर महागठबंधन के सारे नेता मिल बैठकर आपस में कर ले लेकिन इस तरह के बयान मीडिया में देना उचित नहीं देना चाहिए।


बाइट--- भाई बिरेंद्र नेता आरजेडी

बाइट--- विजयप्रकाश नेता आरजेडी
बाइट--- राजेश राठौर कांग्रेस प्रवक्ता

बाइट--- वृषण पटेल आरएलएसपी प्रदेश अध्यक्ष


Conclusion: बहरहाल विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में तेजस्वी के नेतृत्व को लेकर भले ही जीतन राम मांझी अनुभवहीन बताकर उन्हें खारिज कर देते हो लेकिन महागठबंधन में और दल तेजस्वी के नेतृत्व पर चुप्पी साध लेते हैं अब देखना है कि महागठबंधन अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में किसकी नेतृत्व में चुनाव लड़की है या फिर चुनाव से पहले ही महागठबंधन बिखर जाती है।

भारत के लिए पटना से अरविंद राठौर की रिपोर्ट
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