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बिहार महासमर 2020: महागठबंधन का खुला पिटारा, जानें किस पार्टी को मिली कितनी सीटें

महागठबंधन में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है. आरजेडी को 144 सीट, कांग्रेस को 70 सीट और 1 लोकसभा की सीट, सीपीआई(एम)-4, सीपीआई-6, सीपीआई(एमएल)-19 सीटें मिली है.

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Published : Oct 3, 2020, 5:42 PM IST

Updated : Oct 4, 2020, 8:00 AM IST

पटना: एनडीए और महागठबंधन में सीटों को लेकर चली आ रही जद्दोजहद में एनडीए का तो अब तक हल निकलता नजर नहीं आ रहा है, लेकिन महागठबंधन की गांठे सुलझ गई है. महागठबंधन में शामिल पार्टियों ने सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया है. इसमें आरजेडी को 144 सीट, कांग्रेस को लगभग 70 सीट और 1 लोकसभा सीट, सीपीआई(एम)-4, सीपीआई-6, सीपीआई(एमएल) को 19 सीटें मिली है. हालांकि वीआईपी पार्टी को लेकर अभी फैसला नहीं हुआ है.

वीआईपी पार्टी ने सीट नहीं मिलने पर प्रेस वार्ता के दौरान हंगामा करना शुरु कर दिया. वीआईपी पार्टी के नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ नारे लगाने लगे. साथ ही पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी प्रेत वार्ता से बाहर निकल गए.

बताया जाता है कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच बातचीत के बाद सीटों का गणित सुलझ पाया है.

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की जनता बदहाल और परेशान है. उन्होंने कहा कि बिहार की डबंल इंजन की सरकार आईसीयू में हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश के शासन काल में बिहार के किसान और भी ज्यादा गरीब हो गए. उन्होंने कहा कि हर घंटे में बिहार में 4 दुष्कर्म और 5 हत्या होती है. तेजस्वी यादव ने कहा कि हम ठेठ बिहारी हैं साथ ही हमरा डीएनए भी शुद्ध है.

उन्होंने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने जनादेश का अपनान किया. साथ ही उन्होंने बिहार के युवाओं को 10 लाख रोजगार देंगे.

आपको बता दें कि कांग्रेस और आरजेडी के बीच लगातार सीटों को लेकर उठापटक की स्थिति हो गई थी. कांग्रेस खुद भी महागठबंधन से अलग होने के लिए तैयार थी लेकिन आखिरकार कांग्रेस का दवाब काम आया है और कांग्रेस जितनी सीटें चाहती थी मिल गई है.

इससे पहले जीतनराम मांझी महागठबंधन को छोड़कर बीजेपी-जेडीयू के गठबंधन में शामिल हो गए. उसके बाद रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने महागठबंधन को छोड़कर मायावती की बसपा और संजय चौहान की जेपीएस के साथ मिलकर चौथे मोर्चे का ऐलान कर दिया था.

पटना: एनडीए और महागठबंधन में सीटों को लेकर चली आ रही जद्दोजहद में एनडीए का तो अब तक हल निकलता नजर नहीं आ रहा है, लेकिन महागठबंधन की गांठे सुलझ गई है. महागठबंधन में शामिल पार्टियों ने सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया है. इसमें आरजेडी को 144 सीट, कांग्रेस को लगभग 70 सीट और 1 लोकसभा सीट, सीपीआई(एम)-4, सीपीआई-6, सीपीआई(एमएल) को 19 सीटें मिली है. हालांकि वीआईपी पार्टी को लेकर अभी फैसला नहीं हुआ है.

वीआईपी पार्टी ने सीट नहीं मिलने पर प्रेस वार्ता के दौरान हंगामा करना शुरु कर दिया. वीआईपी पार्टी के नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ नारे लगाने लगे. साथ ही पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी प्रेत वार्ता से बाहर निकल गए.

बताया जाता है कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच बातचीत के बाद सीटों का गणित सुलझ पाया है.

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की जनता बदहाल और परेशान है. उन्होंने कहा कि बिहार की डबंल इंजन की सरकार आईसीयू में हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश के शासन काल में बिहार के किसान और भी ज्यादा गरीब हो गए. उन्होंने कहा कि हर घंटे में बिहार में 4 दुष्कर्म और 5 हत्या होती है. तेजस्वी यादव ने कहा कि हम ठेठ बिहारी हैं साथ ही हमरा डीएनए भी शुद्ध है.

उन्होंने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने जनादेश का अपनान किया. साथ ही उन्होंने बिहार के युवाओं को 10 लाख रोजगार देंगे.

आपको बता दें कि कांग्रेस और आरजेडी के बीच लगातार सीटों को लेकर उठापटक की स्थिति हो गई थी. कांग्रेस खुद भी महागठबंधन से अलग होने के लिए तैयार थी लेकिन आखिरकार कांग्रेस का दवाब काम आया है और कांग्रेस जितनी सीटें चाहती थी मिल गई है.

इससे पहले जीतनराम मांझी महागठबंधन को छोड़कर बीजेपी-जेडीयू के गठबंधन में शामिल हो गए. उसके बाद रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने महागठबंधन को छोड़कर मायावती की बसपा और संजय चौहान की जेपीएस के साथ मिलकर चौथे मोर्चे का ऐलान कर दिया था.

Last Updated : Oct 4, 2020, 8:00 AM IST
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