पटना : बिहार पशुपालन विभाग के द्वारा आज पटना के दीघा घाट पर गंगा नदी में मछली छोड़ने का कार्यक्रम किया गया. जिसमें पशुपालन मंत्री आफाक आलम के द्वारा 4 लाख मछली के बच्चों को गंगा नदी में छोड़ा गया. इसी दौरान कार्यक्रम में नाश्ता के बाद पानी को लेकर पुलिसकर्मी वहां तैनात मजिस्ट्रेट से भिड़ गए .बात इतनी बढ़ गई कि पुलिसकर्मियों से मजिस्ट्रेट की कहासुनी होने लगी. मजिस्ट्रेट ने पूरे मामले की डीएसपी से शिकायत करने की बात कही है.
मजिस्ट्रेट ने मांगा पानी तो हुआ बवाल : दरअसल मजिस्ट्रेट ने वहां सुरक्षा में तैनात महिला सिपाही से पानी मांगा, जिसके बाद वहां मौजूद पुरुष सिपाही ने इसका विरोध कर दिया. पुलिसकर्मी गोलबंद हो गए और पानी मांगने का विरोध करने लगे. इस विवाद के बाद मजिस्ट्रेट बीपी गुप्ता ने अपनी ओर से सफाई भी पेश की. उन्होंने कहा कि हमने एक बोतल पानी मांगा लेकिन मुझे पानी देने के बजाए आंख दिखाया गया और बदतमीजी किया गया. पुलिसकर्मियों के सामने पानी पिलाने को लेकर मानवता का उधारण भी दिया.
मजिस्ट्रेट का पुरुष पुलिसकर्मियों ने भी किया विरोध : बीबी गुप्ता के वीडियो में सुना जा सकता है कि उन्होंने ये भी कहा कि दुश्मन को भी कोई पानी पिला देता है, अगर बुरा लगा तो हम ही पिला देते हैं. कई बार छठ पूजा में आपलोगों को पानी अपनी बोतल से पिलाया भी है. फिर भी आपलोग ऐसे कह रहे हैं. वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने इसे इगो पर ले लिया और मिजिस्ट्रेट से भिड़ गए.
'गुस्से में महिला पुलिसकर्मी' : इस दौरान एक महिला सिपाही आपस में ये भी कहती नजर आई कि सुबह 6 बजे से हम लोग यहां पर हैं. हमें कौन पूछने वाला है? अपनी साथी से अपनी भाषा में ये कहते दिख रही है कि ''हम लोग सरकार के नौकर हैं. सरकार का काम कर रहे हैं. किसी के पर्सनल नौकर नहीं हैं. हम सरकार के नौकर हैं, सरकार का काम करेंगे. आपका क्यों करेंगे. एकबार भी कोई पूछा नहीं कि तुमलोग भी हमारे अंडर में आए हो, तो कुछ खाया पिया है कि नहीं. आया पानी मांगने.''
''पानी मांगा था. लेकिन उसने ना कह दिया. कुछ दिन पहले मेरे साथ इनलोगों की ड्यूटी थी, उस समय जब इनलोगों के पास पीने के लिए पानी नहीं था तो अपने घर से लाकर पिलाता था. मैं इसके डीएसपी को जो पुलिस लाइन का है, उसको फोन कर के बोलूंगा कमान का फोटो मैंने ले लिया है.''- बीपी गुप्ता, मजिस्ट्रेट
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