पटना: कोरोना संक्रमण के बीच बिहार की सियासत में कई रंग दिखने लगे हैं. एक ओर जहां सत्तापक्ष लगातार वर्चुअल रैली और जनसंवाद कर चुनावी अभियान में जुटी है. तो वही विपक्ष और लोजपा की मांग है कि कोरोना के खतरे को देखते हुए चुनाव को टाला जाए.
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि जो विद्यार्थी कमजोर होते हैं. वह परीक्षा से डरते हैं. उनका हमला राजद के साथ-साथ अपनी सहयोगी पार्टी लोजपा प्रमुख चिराग पासवान पर भी था. हालांकि बाद में उन्होंने राजद का ही नाम लेकर अपने ट्वीट को सुधार किया.
-
विधानसभा चुनाव समय पर हों या टल जाएँ, एनडीए आयोग के निर्णय का पालन करेगा।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) July 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं, लेकिन जैसे कमजोर विद्यार्थी परीक्षा टालने के मुद्दे खोजते हैं, वैसे ही राजद अपनी संभावित हार को देखते हुए चुनाव टालने के लिए बहाना खोज रहा है।
">विधानसभा चुनाव समय पर हों या टल जाएँ, एनडीए आयोग के निर्णय का पालन करेगा।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) July 11, 2020
हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं, लेकिन जैसे कमजोर विद्यार्थी परीक्षा टालने के मुद्दे खोजते हैं, वैसे ही राजद अपनी संभावित हार को देखते हुए चुनाव टालने के लिए बहाना खोज रहा है।विधानसभा चुनाव समय पर हों या टल जाएँ, एनडीए आयोग के निर्णय का पालन करेगा।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) July 11, 2020
हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं, लेकिन जैसे कमजोर विद्यार्थी परीक्षा टालने के मुद्दे खोजते हैं, वैसे ही राजद अपनी संभावित हार को देखते हुए चुनाव टालने के लिए बहाना खोज रहा है।
कांग्रेस का बीजेपी पर हमला
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि वह ट्वीट आरजेडी पर या तेजस्वी पर नहीं, बल्कि अपने सहयोगी रामविलास पासवान पर हमला कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिना परीक्षा में पास किए अगली कक्षा में कैसे जाना है. यह सुशील कुमार मोदी और भारतीय जनता पार्टी से बेहतर कोई नहीं जानता है.
'क्या वे 2015 की परीक्षा में हुए थे पास हुए?'
कांग्रेस अध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी और सुशील मोदी पर हमला किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में सुशील मोदी हो या उनके साथ मंत्रिमंडल में मौजूद तमाम सदस्य, क्या वे 2015 की परीक्षा में पास हुए थे? भारतीय जनता पार्टी अन्य राज्यों में भी बिना पास किए सत्ता में आना चाहती है. वहीं, काम बिहार में भी कर चुकी है. साथ ही उन्होंने कहा कि बिना परीक्षा में पास करने वाले विद्यार्थी है सुशील मोदी और उन्हें बेहतर पता है कि पास किए बगैर भी अगली कक्षा में कैसे प्रोन्नति ली जाती है.