पटना: बिहार के 80 लाख किसानों को 6000 करोड़ रूपया प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत भेजे गए. बिहार में कुल एक करोड़ 63 लाख निबंधित किसान है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत एक करोड़ 16 लाख किसानों का निबंधन है. कुल 80 हजार ऐसे किसानों ने आवेदन दे रखे थे जिनके पास पात्रता नहीं थी. 35 हजार अपात्र किसानों ने भी किसान सम्मान योजना का लाभ ले लिया. तकरीबन 32 करोड़ से ज्यादा की राशि अपात्र किसानों के खाते में चली गई. बिहार सरकार ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है.
किसानों के नाम पर बिहार में लूट मची है. किसानों को उनका वाजिब हक नहीं मिल रहा है और पैसों का बंदरबांट हो रहा है. किसान सम्मान योजना भी उसकी एक मिसाल है. अधिकारियों की मिलीभगत से किसान सम्मान योजना में घोटाला हो रहा है- भाई बिरेंद्र, मुख्य प्रवक्ता, राजद
विभाग के सामने ऐसे मामले आए हैं जिसमें अपात्र किसानों ने योजना का लाभ उठाया है. सरकार उनके खिलाफ सख्त है विभाग की तरफ से कार्रवाई की जा रही है और पैसे की वसूली की भी प्रक्रिया जारी है- अमरेंद्र प्रताप सिंह, कृषि मंत्री
गैर किसानों ने उठाया योजना का लाभ
किसान सम्मान योजना के तहत लाभ उठाने के लिए दावा करने वालों में 37 हजार किसान ऐसे थे जो आयकर दाता थे. बिहार में 16 करोड़ 94 हजार किसानों को योजना का लाभ मिल रहा है. हर किसान को 2000 रुपए की किस्त में तीन बार कुल मिलाकर 6000 रुपए की राशि भेजी जाती है. फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद बिहार सरकार भी सख्त हुई है और पदाधिकारी के जरिए तमाम अपात्र किसानों को नोटिस भेजे जा रहे हैं और उनसे पैसा रिकवरी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.