पटनाः सोमवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में बिहार में लॉकडाउन बढ़ाने पर फैसला होगा. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद 5 मई को बिहार में लॉकडाउन की शुरुआत हुई थी. पहले फेज में 10 दिनों के लिए लॉकडाउन लगा और फिर दूसरी बार 10 दिनों के लिए लॉकडाउन 25 मई तक बढ़ाया गया. वहीं तीसरी बार मुख्यमंत्री ने जल्द फैसला लेने की बात कही है.
सूत्रों की मानें तो 10 दिनों तक लॉकडाउन और बढ़ाया जा सकता है. हालांकि कुछ ढिलाई भी दी जा सकती है. ऐसे में बिहार आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार ने कहा है कि अभी कम से कम 1 सप्ताह लॉकडाउन नहीं हटाना चाहिए और इसे सख्ती से लागू करना चाहिए.
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डीएम के साथ हो चुकी है बैठक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को ऑडियो संदेश में साफ संकेत दिया था कि सरकार लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर जल्द फैसला लेगी. मुख्यमंत्री ने कहा है कि लॉकडाउन का असर हुआ है और उससे संक्रमण घटा है. मुख्य सचिव के स्तर पर भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सभी डीएम के साथ बैठक हो चुकी है. बैठक में अधिकांश डीएम ने लॉकडाउन और बढ़ाने का सुझाव दिया है. सूत्र भी बता रहे हैं कि सरकार तीसरी बार 10 दिनों तक लॉकडाउन बढ़ा सकती है. हालांकि कुछ ढील भी तीसरी बार लॉकडाउन बढ़ाने के दौरान दी जा सकती है.
संक्रमण का दर 4% से भी नीचे
मुख्यमंत्री अपने सभी सहयोगी मंत्रियों और आला अधिकारियों के साथ बैठक में फैसला लेंगे. बिहार में 5 मई से लॉकडाउन लगा हुआ है. दूसरी बार 25 मई तक लॉकडाउन बढ़ाया गया. अब कोरोना संक्रमण घटने लगा है. संक्रमण का दर 4% से भी नीचे आ गया है. रिकवरी रेट 92% के आसपास पहुंच गया है. लेकिन ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण फैलने के कारण सरकार फिलहाल लॉकडाउन समाप्त करेगी. इसकी उम्मीद कम ही है. साथ ही राजधानी पटना में भी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित अभी भी मिल रहे हैं और ब्लैक फंगस का मामले भी सामने हैं.
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ब्लैक फंगस है महामारी
ब्लैक फंगस को सरकार ने महामारी भी घोषित कर दिया है. इसके अलावा कोरोना संक्रमितों की मौत भी बड़ी संख्या में हो रही है. इससे भी सरकार की चिंता बढ़ रही है. लॉकडाउन के कारण कारोबारियों और रोजगार पर असर पड़ा है. अर्थव्यवस्था पर भी खासा असर पड़ रहा है. बावजूद कोरोना संक्रमण को पूरी तरह नियंत्रण में करने के लिए लॉकडाउन का बढ़ना तय है.
'अभी लॉकडाउन हटाना सही नहीं होगा. 1 सप्ताह बिहार में लॉकडाउन सख्ती से लागू करना चाहिए. लॉकडाउन का संक्रमण घटाने में बहुत असर है. हमलोग तो पहले से मांग करते रहे हैं. लेट से लॉकडाउन जरूर लगा, लेकिन लॉकडाउन के बाद काफी असर है. ऐसे में जब तक पूर्व के संक्रमण से 25% कम ना हो जाए. तब तक लॉकडाउन हटाने का फैसला नहीं लेना चाहिए. खासकर ग्रामीण इलाकों में भी संक्रमण फैल रहा है. वहां जांच भी सही ढंग से नहीं हो रही है. पटना में भी सब्जी मंडियों में काफी भीड़ है. इन सब पर भी ध्यान देने की जरूरत है.' -डॉ. अजय कुमार, अध्यक्ष, बिहार आईएमए
कई राज्यों में बढ़ाया गया है लॉकडाउन
उत्तर प्रदेश, दिल्ली सहित कई राज्यों ने लॉकडाउन और कर्फ्यू को बढ़ाया है. ऐसे में बिहार में भी लॉकडाउन एक बार और बढ़ना तय है. हालांकि लोगों की मुश्किलों को देखते हुए कुछ ढील भी सरकार दे सकती है.
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