पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण अब बेलगाम हो चुका है. प्रतिदिन हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. राजधानी पटना में भी कोरोना संक्रमण ने विस्फोटक रूप अपना लिया है. बिहार में लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिहार सरकार ने राज्य में 10 दिनों का संपूर्ण लॉकडाउन लगाया है. लॉकडाउन पर बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष रामलाल खेतान ने कहा कि लॉकडाउन समस्या का समाधान नहीं है.
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लॉकडाउन लगाने से संक्रमण नहीं रुक सकता है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि सरकार द्वारा जो गाइडलाइंस जारी किए गए हैं. उसका लोग सख्ती से पालन नहीं करते हैं. सरकार को चाहिए कि जो भी तमाम गाइडलाइंस है, उनका सख्ती से पालन करवाया जाए. जितने भी फल मंडी, सब्जी बाजार या जो भीड़ भाड़ वाली जगह है. वहां पर पुलिस की तैनाती की जाए. सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क चेक करें. तभी लोग इन चीजों का पालन करेंगे. हालांकि सभी चीजों के लिए समय सीमा तय कर दी गई है. लेकिन उसका भी ख्याल रखना बहुत जरूरी है. अभी लगन का सीजन है और देखा जा रहा है कि जितने भी मैरेज हॉल हैं या जहां पर शादियां हो रही है वहां पर लोग भीड़ लगा रहे हैं. - रामलाल खेतान, अध्यक्ष, बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन
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गाइडलाइंस का पालन भी नहीं कर रहे लोग
सरकार को चाहिए कि जिस तरीके से धावा दल बनाया गया है उसी तरीके से मॉनिटरिंग सेल बनाया जाए. जिसके तहत हर चीजों की मॉनिटरिंग की जाए कि जो गाइडलाइन जारी किए गए हैं, उनका सही से पालन लोग कर रहे हैं या नहीं. अगर नहीं कर रहे हैं तो जिला प्रशासन और पुलिस की प्रतिनियुक्ति कर गाइडलाइंस का पालन करवाया जाए तभी संक्रमण को रोका जा सकता है. अन्यथा सिर्फ लॉकडाउन लगाने से संक्रमण नहीं रुकने वाला. हालांकि, बिहार सरकार काफी बेहतर कार्य कर रही है और हमें पूरी उम्मीद है कि सरकार जल्द से जल्द संक्रमण को रोकने में कामयाब होगी.