पटनाः बिहार में लगातार हो रही जहरीली शराब से मौत (LJP Leader On Death By Poisonous Liquor) के बाद अब लोजपा रामविलास ने बिहार सरकार पर निशाना साधा है. लोजपा(आर) के प्रवक्ता चंदन सिंह (LJP R Spokesperson Chandan Singh) ने कहा कि अब तक लगभग सैकड़ों लोगों की मौत जहरीली शराब से हो चुकी है, इसके बावजूद भी बिहार सरकार सो रही है. खुद नीतीश कुमार के गृह जिले में कुल 12 लोगों की शराब से मौत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून में व्याप्त खामियों को दूर करने के लिए सरकार को अविलंब सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए.
ये भी पढ़ें: जहरीली शराब से मौत! नालंदा में 13 हुई मृतकों की संख्या, 5 माफिया गिरफ्तार
प्रवक्ता चंदन सिंह ने कहा कि एक के बाद एक लगातार मौत हो रही है. नालंदा के बाद सारण जिले में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. पूरे बिहार की बात करें तो सैकड़ों लोग मर चुके हैं, इसके बावजूद भी सरकार उचित कार्रवाई नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा कि विपक्ष को तो छोड़िये, खुद सरकार के सहयोगी दल ही मौत को लेकर सवाल खड़ा कर रहे हैं. ऐसे में नीतीश सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलाकर सब की राय लेकर परिवर्तन करना चाहिए.
ये भी पढ़ेंः नालंदा जहरीली शराबकांड: चिराग बोले- सत्ता के संरक्षण से बढ़ रहा अपराध, लगे राष्ट्रपति शासन
'बिहार में किसी भी दल ने शराबबंदी कानून को वापस लेने की मांग नहीं की है. लोक जनशक्ति पार्टी ने इस कानून को हटाने के लिए नहीं बल्कि इस में व्याप्त खामियों को दूर करने को जरूरी बताया है. नीतीश कुमार और उनकी सरकार की सोच में ही खोट है. इस वजह से वह विपक्ष की मांग को गलत रूप से पेश करके जनता का ध्यान अपनी नाकामियों को हटाने में लगा रहते हैं'- चंदन सिंह, प्रवक्ता, लोजपा(आर)
चंदन सिंह ने आगे कहा कि शराबबंदी कानून को लागू कराने में ही सारी पुलिस फोर्स को लगा दिया गया है. जिस वजह से बिहार में अपराध चरम पर पहुंच गया है. अपराध के साथ-साथ बिहार में शराबबंदी कानून भी फ्लॉप साबित हो रहा है और यहां के व्यवसायी बिहार को छोड़ने पर मजबूर हैं.
आपको बता दें कि बीते दिनों में बेगूसराय के एक स्वर्ण व्यवसायी का वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें उनसे 15 लाख की रंगदारी की मांग की गई थी. वीडियो में व्यवसायी कहते हुए सुने गए कि सरकार द्वारा सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई जा रही है. जिस वजह से वह काफी नाराज हैं और लगातार सरकार से हथियार का लाइसेंस देने की मांग कर रहे हैं. ताकि वह खुद अपराधियों से निपट सकें.
दरअसल बिहार में शराबबंदी लागू हुए पांच साल से भी ज्यादा का वक्त गुजर चुका है. लेकिन इस कानून को बिहार में सही तरीके से लागू करने में सरकार के पसीने छूट गए हैं. लाख पाबंदी के बावजूद लोग चोरी छुपे इसका सेवन भी कर रहे हैं और तस्करी भी. चारों ओर से कानून बदलने या इसमें कुछ परिवर्तन की मांग उठ रही है. लेकिन सरकार अपनी जिद पर अड़ी है और विपक्ष लगातार हमलावर है.
ये भी पढ़ें: नालंदा में जहरीली शराब से मौत के बाद पुलिस अभियान तेज, भारी मात्रा में देसी शराब जब्त
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP