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Chirag Exclusive : 'कहीं के नहीं रहे चाचा पारस... ना बीजेपी दे रही भाव, ना नीतीश कर रहे बात'

बिहार की राजनीति में इस समय उठापटक चल रही है. लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने Etv भारत से बातचीत में कहा कि अगर चाचा पारस लोजपा ( LJP ) कोटे से केंद्र में मंत्री बने तो कोर्ट जाउंगा... पढ़ें पूरी खबर

Chirag Exclusive on Etv bharat
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Published : Jun 30, 2021, 1:19 PM IST

Updated : Jun 30, 2021, 2:53 PM IST

नई दिल्ली/पटना : बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में दो फाड़ हो गई है. चिराग पासवान और चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच तनातनी जारी है. दोनों एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं. इसी बीच एलजेपी नेता चिराग पासवान ने Etv भारत से एक्सलूसिव बातचीत के दौरान चाचा पशुपति पारस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि चाचा ने मेरे पीठ में खंजर घोपने का काम किया है. उनकी स्थिति बद से बदतर हो गई है. ना बीजेपी ( BJP ) उन्हें भाव दे रही है, ना ही सीएम नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) उनसे बात कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें : मन में चिराग, जुबां पर नीतीश: गुजरात में PM मोदी के करीबी से मिले 'हनुमान', आखिर चाहती क्या है BJP?

परिवार टूटने का ज्यादा दर्द
लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा कि मुझे बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि मेरे पिता रामविलास पासवान के निधन के कुछ ही महीनों के बाद परिवार और पार्टी टूट जाएगी. मेरे छोटे चाचा रामचंद्र पासवान का कुछ साल पहले निधन हुआ. फिर उसके बाद मेरे पिताजी का निधन हुआ. सबकी जिम्मेदारी मेरे चाचा पशुपति पारस पर थी. उनको सबको साथ लेकर चलना था लेकिन उन्होंने मुझे धोखा दिया. मेरे पीठ में खंजर घोपने का काम किया. मुझे पार्टी से ज्यादा परिवार टूटने का दर्द है.

देखें वीडियो

'महागठबंधन में जाकर RJD के साथ गठबंधन कर लूंगा या NDA में बीजेपी के साथ रहूंगा. नीतीश कुमार से समझौता कर लूंगा, इस पर अभी मैंने कोई फैसला नहीं लिया है. यह सब मेरे लिए अभी कोई जरूरी नहीं है. बिहार की जनता मेरे लिए सबसे जरूरी है. लोग और पार्टी के लोग जो चाहेंगे, मैं वहीं निर्णय लूंगा.' :- चिराग पासवान, लोजपा नेता

पीएम मोदी के करीबी नेता से मुलाकात
हर मुश्किल वक्त में मोदी सरकार का साथ देने वाले चिराग खुद को पीएम मोदी का हनुमान और पीएम को राम बता रहे थे. जब लोजपा में टूट हुई तो चिराग ने कहा था कि हनुमान का राजनीतिक वध करने की कोशिश की जा रही है लेकिन राम शांत हैं. इसी बीच बड़ा घटनाक्रम हुआ. चिराग ने अहमदाबाद जाकर पीएम मोदी एक करीबी नेता से मुलाकात की है. इसके बाद से कयास लगाए जाने लगे हैं कि अब पीएम मोदी एवं बीजेपी चिराग का खुलकर समर्थन करेगी. हालांकि चिराग पासवान ने कहा कि अहमदाबाद का दौरा मेरा निजी यात्रा था. इसको राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मुलाकात के बाद चिराग जल्द कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं. जिसके बाद बिहार के सियासत में एक नए अध्याय की शुरुआत होगी.

ये भी पढ़ें- अहमदाबाद में भाजपा के वरिष्ठ नेता से मिले चिराग? LJP नेता ने बताया निजी दौरा

सौरभ पांडे पर आरोप पर क्या बोले चिराग
चिराग के करीबी और बचपन के मित्र सौरभ पांडे पर पशुपति पारस ने आरोप लगाये थे कि इन्हीं के कारण पार्टी टूटी है. इस पर चिराग ने कहा कि अगर सौरभ पांडे से पशुपति पारस को दिक्कत थी तो मेरे पिताजी, माताजी या हमसे इस मुद्दे पर पारस बातचीत कर सकते थे लेकिन उन्होंने कभी भी सौरव पांडेय को लेकर किसी से कोई बातचीत नहीं की. सबसे बड़ी बात यह है कि सौरभ पांडे मुझसे ज्यादा पारस चाचा के करीबी थे. पारस सौरव को बहुत मानते थे. पार्टी सौरभ पांडे के कारण नहीं टूटी है.

'चाचा पशुपति पारस ने अपने राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए पार्टी तोड़ी है. चाचा जी की स्थिति बदतर हो गई है. ना बीजेपी का कोई नेता उनसे बात कर रहा है. ना नीतीश कुमार उनसे बात कर रहे हैं. LJP के 95% लोग भी मेरे साथ हैं. बिहार की जनता भी मेरे साथ है. पशुपति पारस अलग-थलग पड़ चुके हैं. इसलिए घबराकर वह कभी सौरभ पर निशाना साध रहे हैं तो कभी यह कह रहे हैं कि पार्टी टूटी नहीं है सिर्फ नेतृत्व परिवर्तन हुआ है.' :- चिराग पासवान, लोजपा नेता

ये भी पढ़ें- इमोशनल हुए चिराग ने पशुपति पारस से पूछा, दिल पर हाथ रखकर बताइए चाचाजी...पापा खुश होंगे क्या?

केंद्र में मंत्री बने तो जाऊंगा कोर्ट
लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा कि अगर चाचा पारस एलजेपी कोटे से केंद्र सरकार में मंत्री बनेंगे तो मैं कोर्ट जाऊंगा. क्योंकि मैंने 5 सांसदों को पार्टी से निकाला था, जिसमें पारस भी थे. उन सभी लोगों ने मिलकर पारस को संसदीय दल का नेता चुना है. पारस एलजेपी के नेता नहीं है. असली एलजेपी हम हैं. वह अपनी कोई पार्टी बनकर या जदयू में शामिल होकर या बीजेपी में शामिल होकर या निर्दलीय सांसद के तौर पर केंद्र सरकार में मंत्री बनते हैं तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है.

'5 जुलाई को पिता रामविलास पासवान की जयंती है. उस दिन से मैं बिहार में 'आशीर्वाद यात्रा' की शुरुआत करूंगा. हर जिले में यात्रा जाएगी. बिहार चुनाव के दौरान करीब 25 लाख वोट मुझे मिले थे. जनता ने खुलकर मेरा समर्थन किया था. मैं जनता को धन्यवाद दूंगा.' :- चिराग पासवान, लोजपा नेता

ये भी पढ़ें- मोदी के 'हनुमान' का छलका दर्द, कहा- 'संकट में BJP ने अकेला छोड़ा, रिश्ते 'एकतरफा' नहीं रह सकते'

असली एलजीपी मेरे साथ: चिराग
बता दें लोजपा में बड़ी टूट हुई थी. 6 में से 5 सांसद अलग हो गए. सांसदों ने पशुपति पारस को संसदीय दल का नेता चिराग की जगह बना दिया. पशुपति पारस अपने गुट के नेताओं के साथ बैठक कर खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बन गए. चिराग ने पूरे मामले पर चुनाव आयोग का रुख किया. लोकसभा स्पीकर से भी मिले. चिराग का दावा है कि असली LJP वह हैं. चिराग ने भी अपने गुट के लोगों के साथ राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की थी जिसमें पार्टी के करीब 95% नेता आए थे.

नई दिल्ली/पटना : बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में दो फाड़ हो गई है. चिराग पासवान और चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच तनातनी जारी है. दोनों एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं. इसी बीच एलजेपी नेता चिराग पासवान ने Etv भारत से एक्सलूसिव बातचीत के दौरान चाचा पशुपति पारस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि चाचा ने मेरे पीठ में खंजर घोपने का काम किया है. उनकी स्थिति बद से बदतर हो गई है. ना बीजेपी ( BJP ) उन्हें भाव दे रही है, ना ही सीएम नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) उनसे बात कर रहे हैं.

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परिवार टूटने का ज्यादा दर्द
लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा कि मुझे बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि मेरे पिता रामविलास पासवान के निधन के कुछ ही महीनों के बाद परिवार और पार्टी टूट जाएगी. मेरे छोटे चाचा रामचंद्र पासवान का कुछ साल पहले निधन हुआ. फिर उसके बाद मेरे पिताजी का निधन हुआ. सबकी जिम्मेदारी मेरे चाचा पशुपति पारस पर थी. उनको सबको साथ लेकर चलना था लेकिन उन्होंने मुझे धोखा दिया. मेरे पीठ में खंजर घोपने का काम किया. मुझे पार्टी से ज्यादा परिवार टूटने का दर्द है.

देखें वीडियो

'महागठबंधन में जाकर RJD के साथ गठबंधन कर लूंगा या NDA में बीजेपी के साथ रहूंगा. नीतीश कुमार से समझौता कर लूंगा, इस पर अभी मैंने कोई फैसला नहीं लिया है. यह सब मेरे लिए अभी कोई जरूरी नहीं है. बिहार की जनता मेरे लिए सबसे जरूरी है. लोग और पार्टी के लोग जो चाहेंगे, मैं वहीं निर्णय लूंगा.' :- चिराग पासवान, लोजपा नेता

पीएम मोदी के करीबी नेता से मुलाकात
हर मुश्किल वक्त में मोदी सरकार का साथ देने वाले चिराग खुद को पीएम मोदी का हनुमान और पीएम को राम बता रहे थे. जब लोजपा में टूट हुई तो चिराग ने कहा था कि हनुमान का राजनीतिक वध करने की कोशिश की जा रही है लेकिन राम शांत हैं. इसी बीच बड़ा घटनाक्रम हुआ. चिराग ने अहमदाबाद जाकर पीएम मोदी एक करीबी नेता से मुलाकात की है. इसके बाद से कयास लगाए जाने लगे हैं कि अब पीएम मोदी एवं बीजेपी चिराग का खुलकर समर्थन करेगी. हालांकि चिराग पासवान ने कहा कि अहमदाबाद का दौरा मेरा निजी यात्रा था. इसको राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मुलाकात के बाद चिराग जल्द कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं. जिसके बाद बिहार के सियासत में एक नए अध्याय की शुरुआत होगी.

ये भी पढ़ें- अहमदाबाद में भाजपा के वरिष्ठ नेता से मिले चिराग? LJP नेता ने बताया निजी दौरा

सौरभ पांडे पर आरोप पर क्या बोले चिराग
चिराग के करीबी और बचपन के मित्र सौरभ पांडे पर पशुपति पारस ने आरोप लगाये थे कि इन्हीं के कारण पार्टी टूटी है. इस पर चिराग ने कहा कि अगर सौरभ पांडे से पशुपति पारस को दिक्कत थी तो मेरे पिताजी, माताजी या हमसे इस मुद्दे पर पारस बातचीत कर सकते थे लेकिन उन्होंने कभी भी सौरव पांडेय को लेकर किसी से कोई बातचीत नहीं की. सबसे बड़ी बात यह है कि सौरभ पांडे मुझसे ज्यादा पारस चाचा के करीबी थे. पारस सौरव को बहुत मानते थे. पार्टी सौरभ पांडे के कारण नहीं टूटी है.

'चाचा पशुपति पारस ने अपने राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए पार्टी तोड़ी है. चाचा जी की स्थिति बदतर हो गई है. ना बीजेपी का कोई नेता उनसे बात कर रहा है. ना नीतीश कुमार उनसे बात कर रहे हैं. LJP के 95% लोग भी मेरे साथ हैं. बिहार की जनता भी मेरे साथ है. पशुपति पारस अलग-थलग पड़ चुके हैं. इसलिए घबराकर वह कभी सौरभ पर निशाना साध रहे हैं तो कभी यह कह रहे हैं कि पार्टी टूटी नहीं है सिर्फ नेतृत्व परिवर्तन हुआ है.' :- चिराग पासवान, लोजपा नेता

ये भी पढ़ें- इमोशनल हुए चिराग ने पशुपति पारस से पूछा, दिल पर हाथ रखकर बताइए चाचाजी...पापा खुश होंगे क्या?

केंद्र में मंत्री बने तो जाऊंगा कोर्ट
लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा कि अगर चाचा पारस एलजेपी कोटे से केंद्र सरकार में मंत्री बनेंगे तो मैं कोर्ट जाऊंगा. क्योंकि मैंने 5 सांसदों को पार्टी से निकाला था, जिसमें पारस भी थे. उन सभी लोगों ने मिलकर पारस को संसदीय दल का नेता चुना है. पारस एलजेपी के नेता नहीं है. असली एलजेपी हम हैं. वह अपनी कोई पार्टी बनकर या जदयू में शामिल होकर या बीजेपी में शामिल होकर या निर्दलीय सांसद के तौर पर केंद्र सरकार में मंत्री बनते हैं तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है.

'5 जुलाई को पिता रामविलास पासवान की जयंती है. उस दिन से मैं बिहार में 'आशीर्वाद यात्रा' की शुरुआत करूंगा. हर जिले में यात्रा जाएगी. बिहार चुनाव के दौरान करीब 25 लाख वोट मुझे मिले थे. जनता ने खुलकर मेरा समर्थन किया था. मैं जनता को धन्यवाद दूंगा.' :- चिराग पासवान, लोजपा नेता

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असली एलजीपी मेरे साथ: चिराग
बता दें लोजपा में बड़ी टूट हुई थी. 6 में से 5 सांसद अलग हो गए. सांसदों ने पशुपति पारस को संसदीय दल का नेता चिराग की जगह बना दिया. पशुपति पारस अपने गुट के नेताओं के साथ बैठक कर खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बन गए. चिराग ने पूरे मामले पर चुनाव आयोग का रुख किया. लोकसभा स्पीकर से भी मिले. चिराग का दावा है कि असली LJP वह हैं. चिराग ने भी अपने गुट के लोगों के साथ राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की थी जिसमें पार्टी के करीब 95% नेता आए थे.

Last Updated : Jun 30, 2021, 2:53 PM IST

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