पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अब लोजपा असम, केरल और पश्चिम बंगाल के चुनाव में अपना भाग्य आजमाने जा रही है. सूत्रों के अनुसार लोजपा इन तीनों राज्यों में अकेले मजबूती से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. हालांकि इसके लिए पार्टी की तैयारी नहीं दिख रही.
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लोजपा बिहार की क्षेत्रीय पार्टी है. पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में वह अपनी साख नहीं बचा पाई थी. लोजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में कहा जा रहा है कि लोजपा खुद को राष्ट्रीय पार्टी बनाने को लेकर सिर्फ हर राज्य में चुनाव लड़ना चाहती है.
दिल्ली में बैठे हैं चिराग
बिहार विधानसभा चुनाव में लोजपा ने एनडीए गठबंधन से अलग हटकर 135 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया था. पार्टी सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल कर पाई थी. लोजपा पश्चिम बंगाल, असम और केरल में कितने सीट पर चुनाव लड़ेगी अब तक इसकी घोषणा नहीं हुई है.
एक तरफ बंगाल में जहां सभी पार्टियां जोर-शोर से चुनाव प्रचार कर रहीं हैं. वहीं, लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान दिल्ली में बैठे हैं. यहां तक कि बिहार के बड़े नेताओं को भी अब तक बंगाल चुनाव में नहीं उतारा गया है.
पार्टी ऑफिस में सन्नाटा
लोजपा ने सांसद महबूब अली कैसर को बंगाल चुनाव प्रभारी बनाया है. आसिम खान को केरल और करम श्याम को असम का चुनाव प्रभारी बनाया गया है. असम, केरल और पश्चिम बंगाल के चुनाव प्रभारियों को मनोनीत करने के बाद पार्टी द्वारा कहा गया था कि इनके नेतृत्व में लोजपा अच्छा प्रदर्शन करेगी और पार्टी मजबूत होगी.
लोजपा द्वारा असम, केरल और बंगाल चुनाव लड़ने का निर्णय तो लिया गया, लेकिन उसकी तैयारी बिहार, दिल्ली या बंगाल में देखने को नहीं मिल रही. लोजपा बिहार की क्षेत्रीय पार्टी है. बिहार विधानसभा चुनाव हार के बाद पटना स्थित लोजपा के ऑफिस में सन्नाटा पसरा रहता है. पार्टी कार्यालय में एक प्रवक्ता तक मौजूद नहीं रहते. ऐसे में लोजपा दूसरे राज्यों में चुनाव लड़कर क्या हासिल कर पाएगी यह तो चुनाव का रिजल्ट ही बताएगा.
बिहार की जनता ने बता दिया लोजपा की हैसियत- JDU
जदयू विधायक ललन पासवान ने निशाना साधते हुए कहा "लोजपा चाहे तो पूरे देश में चुनाव लड़ सकती है. उसे किसने रोका है?"
"लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान चाहें तो राष्ट्रपति का भी चुनाव लड़ लें, लेकिन उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि उनका वजूद क्या है. लोजपा की हैसियत बिहार की जनता ने बिहार विधानसभा चुनाव में बता दिया है. जिन राज्यों में चुनाव लड़ने का फैसला लोजपा ने लिया है वहां जीत तो छोड़ दीजिए जमानत बचाना भी मुश्किल होगा."- ललन पासवान, जदयू विधायक