पटना: बिहार में शराबबंदी (Liquor Prohibition In Bihar) है. इसके बाद भी गांव से लेकर शहर तक पीने वालों को शराब मिल रहा है. पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और झारखंड से तस्कर बिहार में शराब की तस्करी कर रहे हैं. शराब तस्करों (Liquor Smugglers) के खिलाफ बिहार सरकार (Bihar Government) का मद्य निषेध विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है. इसी क्रम में मद्य निषेध विभाग की टीम को बड़ी सफलता मिली है.
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मद्य निषेध विभाग की टीम ने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के बिधाननगर से शराब तस्कर विश्वजीत सरकार उर्फ बासु दा को गिरफ्तार किया है. मद्य निषेध विभाग की टीम के अनुसार विश्वजीत बड़ा शराब तस्कर है. वह बिहार के 7 जिलों में ट्रक से शराब भेजता था. विश्वजीत ने पश्चिम बंगाल से लेकर बिहार के शराब तस्करों तक एक चेन बना रखा था. वह पूर्णिया, अररिया, सुपौल, किशनगंज, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और मोतिहारी में शराब भेजता था.
मद्य निषेध विभाग की ओर से मिल रही जानकारी के अनुसार विश्वजीत बीते कई वर्षों से बिहार में विदेशी शराब और स्प्रिट के अलावा नकली शराब की भी सप्लाई करता था. उसके पास से विभिन्न बैंकों के 16 एटीएम, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, दो ड्राइविंग लाइसेंस और एक पैन कार्ड मिला है. इसके खिलाफ बिहार के कई जिलों में शराबबंदी कानून तोड़ने और तस्करी को लेकर केस दर्ज हैं.
दरअसल मद्य निषेध विभाग को सूचना मिली थी कि विश्वजीत पश्चिम बंगाल से बिहार में शराब की सप्लाई कर रहा है. शराब को बिहार बॉर्डर पार कराने से लेकर जिलों तक पहुंचाने में उसकी पूरी टीम काम कर रही थी. इसके बाद मद्य निषेध विभाग की टीम विश्वजीत के पीछे लगी और उसे गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई. बता दें कि 2016 से बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है. बड़े शराब तस्करों को दूसरे राज्यों से पकड़ा जा रहा है. हरियाणा, पश्चिम बंगाल और पंजाब से पहले भी कई बड़े शराब तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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