पटनाः मानसून की हल्की बारिश ने पटना नगर निगम के सारे दावों की पोल खोल कर रख दी है. पटना के निचले इलाकों की अगर हम बात करें, तो उन इलाकों में पहली ही बारिश के कारण घुटनों तक पानी जमा हो गया है. वहीं, नगर निगम और जिला प्रशासन इस वर्ष पटना के किसी भी इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न नहीं होगी. इसके दावे कर रहे थे.
मानसून की हल्की बारिश ने खोली नगर निगम की पोल
अगर हम पटना के कदम कुआं, राजेंद्र नगर, लोहानीपुर और सैदपुर इलाकों की बात करें, तो मानसून की पहली बारिश में ही घुटनों भर पानी जमा हो गया है. जिससे लोगों का जीना दुभर हो गया है. एक तो लॉकडाउन ने लोगं को 2 महीने घर में रहने को मजबूर कर दिया. अब मानसून की बारिश ने घर में ही रहने को मजबूर कर दिया है. अब तो यह स्थिति उत्पन्न हो गई है कि फिर से एक बार उन्हें घरों में कैद रहने की मजबूरी सता रही है. वहीं, इस बारिश के पानी से हुए जलजमाव के कारण त्रस्त पटना की जनता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बदलने का मन बनाती नजर आ रही है.
जलजमाव के कारण घरों में रहने को लोग मजबूर
वहीं, इस जलजमाव के कारण पटना के लोहानीपुर के उपाध्याय लेन के कई घरों में पानी घुस गया है. जिनके घरों में पानी घुसा है. वह लोग कहते नजर आ रहे हैं कि पिछले वर्ष भी इस जलजमाव के कारण उन्हें अपने परिवार को लेकर गांव की ओर रुख करना पड़ा था और इस वर्ष भी यह स्थिति बन रही है. घरों में मौजूद महिलाएं कह रही हैं कि इस वर्ष भी उन लोगों ने अपने परिवार के साथ गांव जाने की तैयारी कर रखी है.