ETV Bharat / state

विधानमंडल की कार्यवाही का आज आठवां दिन, शांतिपूर्ण तरीके से सदन चलने के आसार

बिहार विधानसभा में नगर विकास विभाग पर किये गये चर्चा में आपदा विभाग, योजना एवं विकास विभाग, पीएचईडी के बजट को भी मंजूरी दे दी गई. नगर विकास विभाग के 55 अरब से अधिक के बजट को भी मंजूरी मिल गई. लेकिन चर्चा के दौरान आरजेडी के अब्दुल बारी सिद्दीकी और भोला प्रसाद यादव तो वहीं कांग्रेस के अवधेश सिंह ने सरकार पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाया.

legislative assembly session continue today
author img

By

Published : Jul 9, 2019, 8:07 AM IST

Updated : Jul 9, 2019, 8:36 AM IST

पटना: बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र की कार्यवाही का आज आठवां दिन है. सोमवार को सत्र की कार्यवाही शांतिपूर्ण तरीके से चली. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मौजूदगी में पूरा विपक्ष शांतिपूर्वक कार्यवाही में हिस्सा लिया. प्रश्नकाल के दौरान अनुदान मांगों पर वाद-विवाद भी हुआ. वहीं, सदन में नगर विकास विभाग की ओर से आज बजट पेश किया गया. बजट के दौरान विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की. राजद ने बजट को निराशाजनक करार दिया. साथ ही स्मार्ट सिटी में भी सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया.

बिहार विधानसभा में भोजन अवकाश के बाद नगर विकास विभाग के बजट पर चर्चा हुई. 3 घंटे तक चली चर्चा में विपक्ष और सत्ता पक्ष के कई नेता शामिल हुए. विपक्ष की ओर से स्मार्ट सिटी के चयन से लेकर गरीबों के रैन बसेरा, जलजमाव जैसे मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश हुई. चर्चा के बाद जब नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा सरकार की ओर से जवाब देने लगे तो विपक्ष सरकार पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाते हुए मंत्री के जवाब का बहिष्कार किया और सदन से वॉकआउट कर गए.

55 अरब से अधिक के बजट को मंजूरी

बिहार विधानसभा में नगर विकास विभाग पर किये गये चर्चा में आपदा विभाग, योजना एवं विकास विभाग, पीएचईडी के बजट को भी मंजूरी दे दी गई. नगर विकास विभाग के 55 अरब से अधिक के बजट को भी मंजूरी मिल गई. लेकिन चर्चा के दौरान आरजेडी के अब्दुल बारी सिद्दीकी और भोला प्रसाद यादव तो वहीं कांग्रेस के अवधेश सिंह ने सरकार पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के चयन में बिहारशरीफ को प्राथमिकता दी गई. लेकिन गया, दरभंगा जैसे शहर को नजरअंदाज कर दिया गया.

भ्रष्टाचार का आरोप

विपक्षी सदस्यों ने सरकार की योजनाओं में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया. खासकर जलापूर्ति योजना में गड़बड़ी का आरोप लगाया. नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने विपक्ष के आरोप को गलत बताया और कहा कि मेरे कार्यकाल में जितना काम नगर विकास विभाग में हुआ है उतना कभी नहीं हुआ. मेरे कार्यकाल में भ्रष्टाचार तो हो ही नहीं सकता है, क्योंकि मैं खुद मॉनिटरिंग करता हूं.

विपक्ष ने सदन से किया वॉकआउट

नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने स्मार्ट सिटी पर चल रहे काम की चर्चा की साथ ही पटना में बन रहे अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल के इस साल दिसंबर में पूरा होने की बात भी कही. नमामि गंगा योजना के तहत सीवेज और अन्य योजनाओं की भी चर्चा की गई. नगर विकास मंत्री जब जवाब देना शुरू किया तो विपक्ष के नेताओं ने चर्चा के दौरान उठाए गए सवाल पर जवाब मांगा. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मंत्री ने जो अपना प्रतिवेदन सदन को लिख कर दिया है, उसे ही पढ़ेंगे. उससे अलग कैसे हट सकते हैं. इस पर मुख्यमंत्री सहित सदस्यों ने जमकर ठहाका लगाया. अब्दुल बारी सिद्दीकी ओर से बार-बार चर्चा के दौरान उठे सवालों के जवाब मांगने और नहीं मिलने के बाद अंत में विपक्ष ने एक साथ सदन से वॉकआउट कर दिया.

सुखाड़ को लेकर सरकार गंभीर

बिहार में सुखाड़ को लेकर विभागीय मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने विधानसभा में विपक्षी सदस्य के सवाल पर कहा था कि सरकार ऐसे सभी तालाब, पोखर, आहर और पइन का सर्वे कराएगी जहां कब्जा हो चुका है. अब तो सूबे के मुख्यमंत्री भी कह रहे हैं कि इंटेलिजेंस को इस काम में लगा दिया गया है. नतीजतन यह साफ है कि सरकार इस दिशा में गंभीर है.

डॉक्टरों का उठा मुद्दा

सदन में पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का मुद्दा भी सदन के अंदर उठाया गया. डॉक्टरों के ऑर्थोपेडिक विभाग के एचओडी पर लगे आरोप पर कांग्रेस ने जमकर सवाल जवाब किया. वहीं, पार्टी के विधानपार्षद प्रेमचंद मिश्रा, मदन मोहन झा ने सदन के बाहर पोस्टर लेकर विरोध-प्रदर्शन किया.

पटना: बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र की कार्यवाही का आज आठवां दिन है. सोमवार को सत्र की कार्यवाही शांतिपूर्ण तरीके से चली. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मौजूदगी में पूरा विपक्ष शांतिपूर्वक कार्यवाही में हिस्सा लिया. प्रश्नकाल के दौरान अनुदान मांगों पर वाद-विवाद भी हुआ. वहीं, सदन में नगर विकास विभाग की ओर से आज बजट पेश किया गया. बजट के दौरान विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की. राजद ने बजट को निराशाजनक करार दिया. साथ ही स्मार्ट सिटी में भी सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया.

बिहार विधानसभा में भोजन अवकाश के बाद नगर विकास विभाग के बजट पर चर्चा हुई. 3 घंटे तक चली चर्चा में विपक्ष और सत्ता पक्ष के कई नेता शामिल हुए. विपक्ष की ओर से स्मार्ट सिटी के चयन से लेकर गरीबों के रैन बसेरा, जलजमाव जैसे मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश हुई. चर्चा के बाद जब नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा सरकार की ओर से जवाब देने लगे तो विपक्ष सरकार पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाते हुए मंत्री के जवाब का बहिष्कार किया और सदन से वॉकआउट कर गए.

55 अरब से अधिक के बजट को मंजूरी

बिहार विधानसभा में नगर विकास विभाग पर किये गये चर्चा में आपदा विभाग, योजना एवं विकास विभाग, पीएचईडी के बजट को भी मंजूरी दे दी गई. नगर विकास विभाग के 55 अरब से अधिक के बजट को भी मंजूरी मिल गई. लेकिन चर्चा के दौरान आरजेडी के अब्दुल बारी सिद्दीकी और भोला प्रसाद यादव तो वहीं कांग्रेस के अवधेश सिंह ने सरकार पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के चयन में बिहारशरीफ को प्राथमिकता दी गई. लेकिन गया, दरभंगा जैसे शहर को नजरअंदाज कर दिया गया.

भ्रष्टाचार का आरोप

विपक्षी सदस्यों ने सरकार की योजनाओं में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया. खासकर जलापूर्ति योजना में गड़बड़ी का आरोप लगाया. नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने विपक्ष के आरोप को गलत बताया और कहा कि मेरे कार्यकाल में जितना काम नगर विकास विभाग में हुआ है उतना कभी नहीं हुआ. मेरे कार्यकाल में भ्रष्टाचार तो हो ही नहीं सकता है, क्योंकि मैं खुद मॉनिटरिंग करता हूं.

विपक्ष ने सदन से किया वॉकआउट

नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने स्मार्ट सिटी पर चल रहे काम की चर्चा की साथ ही पटना में बन रहे अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल के इस साल दिसंबर में पूरा होने की बात भी कही. नमामि गंगा योजना के तहत सीवेज और अन्य योजनाओं की भी चर्चा की गई. नगर विकास मंत्री जब जवाब देना शुरू किया तो विपक्ष के नेताओं ने चर्चा के दौरान उठाए गए सवाल पर जवाब मांगा. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मंत्री ने जो अपना प्रतिवेदन सदन को लिख कर दिया है, उसे ही पढ़ेंगे. उससे अलग कैसे हट सकते हैं. इस पर मुख्यमंत्री सहित सदस्यों ने जमकर ठहाका लगाया. अब्दुल बारी सिद्दीकी ओर से बार-बार चर्चा के दौरान उठे सवालों के जवाब मांगने और नहीं मिलने के बाद अंत में विपक्ष ने एक साथ सदन से वॉकआउट कर दिया.

सुखाड़ को लेकर सरकार गंभीर

बिहार में सुखाड़ को लेकर विभागीय मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने विधानसभा में विपक्षी सदस्य के सवाल पर कहा था कि सरकार ऐसे सभी तालाब, पोखर, आहर और पइन का सर्वे कराएगी जहां कब्जा हो चुका है. अब तो सूबे के मुख्यमंत्री भी कह रहे हैं कि इंटेलिजेंस को इस काम में लगा दिया गया है. नतीजतन यह साफ है कि सरकार इस दिशा में गंभीर है.

डॉक्टरों का उठा मुद्दा

सदन में पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का मुद्दा भी सदन के अंदर उठाया गया. डॉक्टरों के ऑर्थोपेडिक विभाग के एचओडी पर लगे आरोप पर कांग्रेस ने जमकर सवाल जवाब किया. वहीं, पार्टी के विधानपार्षद प्रेमचंद मिश्रा, मदन मोहन झा ने सदन के बाहर पोस्टर लेकर विरोध-प्रदर्शन किया.

Intro:Body:

बिहार न्यूज, ईटीवी भारत न्यूज, पटना न्यूज, विधानसभा, मॉनसून सत्र,कार्यवाही,नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, विपक्ष, बजट,स्मार्ट सिटी,जलजमाव,etv bharat news,bihar news.patna news, mansoon, nitish kumar,tejshwi yadav,opposition,smart city, waterlagging, budget,Peaceful

 


Conclusion:
Last Updated : Jul 9, 2019, 8:36 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.