पटना: बिहार में बढ़ते अपराध और शराबबंदी को लेकर भाकपा माले ने बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा है. सीपीआईएम के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि "बिहार में अपराध अपने चरम पर है. आए दिन लूट, हत्या जैसे कई मामले सामने आ रहे हैं. बिहार में शराबबंदी नहीं बल्कि होम डिलीवरी चल रही."
यही कारण है कि काफी संख्या में जहरीली शराब पीने के कारण लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है. जो भी इसमें सम्मिलित हैं उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही. क्योंकि सत्ता का संरक्षण उन्हें मिल रहा है. अपराधियों का प्रशासन और पुलिस के साथ गठजोड़ है.
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अपराध के खिलाफ महागठबंधन के साथ आंदोलन
राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि "इन सभी सवालों को लेकर जिन जिलों में घटनाएं घटी है, वहां पर पार्टी के द्वारा विरोध प्रतिरोध कार्यक्रम किया जा रहा है. लेकिन अब समय आ गया है कि सड़क पर उतरकर इन सभी का विरोध किया जाए अन्यथा आने वाले समय में स्थिति और बदतर हो जाएगी. सभी वामदल महागठबंधन के सभी घटक दल के साथ मिलकर सड़कों पर उतरकर आंदोलन और प्रदर्शन करेंगे." उन्होंने कहा कि अब जनता को भी सड़क पर उतरना पड़ेगा. तभी जाकर सरकार की नींद खुलेगी.
भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि " शराबबंदी पर हमारी पार्टी शुरुआती समय से ही बोलते आ रहे है कि शराबबंदी केवल नाम की है. असली मायने में वैसे लोग जिनका सरकार और प्रशासन के साथ गठजोड़ है. उनको लाभ पहुंचाया जा रहा है. पूरा बिहार अपराधियों के चंगुल में है और प्रशासन भी अब आम जनता पर दमन कर रही है."
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उन्होंने कहा कि जब से बीजेपी की सरकार बिहार में बनी है. तब से अपराधियों का मनोबल सातवें आसमान पर है. बिहार में आए दिन बड़ी बड़ी घटनाएं हो रही है और इसका सबसे बड़ा कारण है कि सभी अपराधियों को राजनीतिक और सत्ता का संरक्षण मिल रहा है. वहीं, पुलिस प्रशासन अपराधियों पर कार्रवाई के बजाय आम लोगों को परेशान कर रहे हैं. वहीं, जिस जिले में आपराधिक घटनाएं हुई है. हमारी पार्टी जिले में दौरा करेगी और वास्तविक स्थिति का जायजा लिया. इस मुद्दे को लेकर आगे एक बड़ा आंदोलन करेंगे.